बिहार में नवनियुक्त टीचरों के लिए सरकार ने जारी की चेतावनी,क्यों ?
बिहार में जल्द होगी लाइब्रेरियन के पदों पर भर्ती
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार में नवनियुक्त शिक्षकों के लिए बिहार सरकार की ओर से चेतावनी जारी की गई है. इसके अनुसार संगठन का निर्माण करने पर इनके खिलाफ कार्रवाई होगी. शिक्षा विभाग की ओर से इस चेतावनी को जारी किया गया है. बिहार में बीपीएससी की ओर से शिक्षकों की बहाली हुई है. वहीं, दूसरे चरण के लिए भी शिक्षकों की बहाली होने वाली है.
नवनियुक्त शिक्षकों के लिए सरकार ने चेतावनी जारी की है. इन शिक्षकों को चेतावनी दी गई है कि अगर वह किसी ‘संघ’ का निर्माण करते हैं या इसका हिस्सा बनते हैं, तो इनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा. शिक्षा विभाग की नीतियों के खिलाफ अगर यह किसी प्रदर्शन में शामिल होते हैं, तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी. राज्य की शिक्षा विभाग ने इसको लेकर नोटिस जारी किया है. साथ ही नए शिक्षकों को सख्त आदेश दिया गया है.
संघ बनाने वाले शिक्षकों पर होगी कार्रवाई
विभाग की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की भर्ती परीक्षा-2023 में सफल होने वाले लगभग एक लाख बीस हजार शिक्षकों को दो नवंबर को ‘अनंतिम नियुक्ति पत्र’ दिया गया है. इन्हें नए संघ के निर्माण और प्रदर्शन में शामिल नहीं होने के लिए कहा गया है.
बिहार सरकारी सेवक आचार संहिता 1976 के तहत कार्रवाई होगी. यह भी जानकारी दी गई है कि कुछ शिक्षक अभी से ही किसी संघ का हिस्सा बन चुके हैं और विभाग की नीतियों की आलोचना कर रहे हैं. इनके खिलाफ अब कार्रवाई की जाएगी. ऐसी गतिविधियों में शामिल होने से बचने की हिदायत दी गई है. साथ ही अब ऐसे शिक्षकों के खिलाफ विभाग सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू करने जा रहा है. नवनियुक्त शिक्षकों के दोषी होने पर इनकी नियुक्तिओं को रद्द कर दिया जाएगा.
शिक्षकों की नियुक्ती होगी कैंसिल
विभाग की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार नए शिक्षकों के द्वारा बनाया गया संघ अवैध है. ऐसे शिक्षकों की नियुक्ती को कैंसिल कर दिया जाएगा. इधर, पटना जिले में नवनियुक्त 4800 शिक्षकों को स्कूल आवंटित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. जिला शिक्षा पदाधिकारी अमित कुमार ने इस संबंध जानकारी दी है.
उन्होंने बताया है कि नये शिक्षकों को स्कूल आवंटित किया जा रहा है. जिले के सभी स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को 21 नवंबर तक प्रतिदिन स्कूल खोलने के लिए निर्देशित किया गया है. इस दौरान जो भी नवनियुक्त शिक्षक पदस्थापित स्कूल में किये जायेंगे, तो प्रधानाध्यापक उनको योगदान करायेंगे. प्रधानाध्यापक इसकी प्रतिदिन की रिपोर्ट विभाग को सौंपेंगे. यदि प्रधानाध्यापक स्कूल में उपस्थित नहीं रहते हैं, तो वे किसी अन्य शिक्षक या कर्मी को स्कूल में रहने के लिए अधिकृत कर सकते हैं.
नवनियुक्त अध्यापक ओरिएंटेशन कार्यक्रम में लेंगे भाग
राजधानी पटना में नवनियुक्त विद्यालय अध्यापक 18 नवंबर तक बीआरसी में संचालित ओरिएंटेशन कार्यक्रम में भाग लेंगे. ओरिएंटेशन कार्यक्रम 13 नवंबर से शुरू किया गया है. जिला पदाधिकारी चंद्रेशखर सिंह ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी, प्रखंड कल्याण पदाधिकारी और राजस्व पदाधिकारी को पत्र लिखकर यह कार्यक्रम सुनिश्चित कराने के लिए आदेश दिया है.
जिला शिक्षा पदाधिकारी अमित कुमार ने जिला पदाधिकारी द्वारा दिये गये आदेश में आलोक में जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि नवनियुक्त अध्यापक अनिवार्य रूप से ओरिएंटेशन कार्यक्रम में शामिल होंगे. प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को इस संबंध में पत्र लिखा गया है. ओरिएंटेशन कार्यक्रम में नवनियुक्त विद्यालय अध्यापकों को स्कूल में होने वाली गतिविधियों की जानकारी दी जायेगी. इसमें योजनाबद्ध तरीके से वर्ग संचालन, स्कूल में साफ-सफाई, शैक्षणिक गतिविधि, प्रत्येक शनिवार को होने वाली अभिभावक-शिक्षक संगोष्ठी, छात्रवृत्ति योजना, मध्याह्न भोजन के नियम, बच्चों के स्वास्थ्य का ध्यान कैसे रखें, आदि के बारे में जानकारी दी जायेगी.
स्कूलों में जल्द होगी लाइब्रेरियन के पदों पर भर्ती
6421 स्कूलों में चल रही पद सृजन की कार्रवाई
वहीं, शिक्षा विभाग ने पहले ही कहा है कि 6421 नवस्थापित और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में पुस्तकालय अध्यक्ष के पद सृजन की कार्रवाई चल रही है. पुस्तकालय अध्यक्षों की आवश्यकता का आकलन करते हुए पुस्तकालय अध्यक्ष पात्रता परीक्षा का आयोजन करने के बाद नियुक्ति होगी.
बिहार लाइब्रेरियन भर्ती प्रक्रिया नियमावली 2023 जारी करने की मांग
वहीं, इस संबंध में बिहार ट्रेंड लाइब्रेरियन एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष विकास चंद्र सिंह ने कहा कि विधानमंडल सत्र के दौरान आंदोलन चलाया गया, ताकि सरकार को ध्यान जाये. शिक्षा विभाग लाइब्रेरियन भर्ती प्रक्रिया नियमावली बनाने के नाम पर लगभग चार वर्षों से गुमराह कर रही है. हर बार विधानमंडल के सत्र के दौरान लाइब्रेरियन बहाली की चर्चा होती है, लेकिन नतीजा सिफर रहता है.
893 पद हैं खाली
शिक्षा विभाग द्वारा 27 फरवरी, 2023 के अनुसार राज्य में उच्च माध्यमिक विद्यालयों में पुस्तकालय अध्यक्षों के 2789 पद स्वीकृत हैं. इनमें से 893 पद खाली हैं. पुस्तकालयाध्यक्ष के पद का सृजन वर्ष 2007 में हुआ था. इस पद पर नियोजन की कार्रवाई वर्ष 2008 में हुई, जो वर्ष 2019 में पूरी हो सकी. विलंब का मुख्य कारण अभ्यर्थियों द्वारा कोर्ट में याचिकाएं दायर करना था. वर्ष 2020 में नयी नियमावली बनी. इसके आलोक में पुस्तकालयाध्यक्ष पात्रता परीक्षा सफल होने वाले अभ्यर्थी ही पुस्तकालयाध्यक्ष के पद पर नियुक्ति के लिए आवेदन देने के पत्र होंगे. वर्तमान में 6421 नवस्थापित एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में पुस्तालयाध्यक्ष के पद सृजन की कार्रवाई चल रही है.
पटना में सबसे अधिक रिक्तियां
संगठन के पटना जिला अध्यक्ष ने बताया कि 2017-18 के अनुसार पटना में 185 पद स्वीकृत हैं. कार्यरत 135 थे. 50 पद खाली हैं. सबसे अधिक रिक्तियों की संख्या पटना में है. इसके बाद रोहतास में है.
शिक्षक नियुक्ति के दूसरे चरण की चल रही आवेदन प्रक्रिया
आपको बता दें कि बिहार में बीपीएससी द्वारा शिक्षकों की नियुक्ति के दूसरे चरण के लिए आवेदन प्रक्रिया जारी है. बीपीएससी ने दूसरे चरण के तहत 69,706 पदों पर शिक्षकों की बहाली और पिछड़ा वर्ग व अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के अंतर्गत 916 शिक्षकों व हेड मास्टर के पदो के लिए विज्ञापन जारी किया था. जिसमें बीपीएससी ने शिक्षक नियुक्ति के पहले चरण से बचे हुए 50263 रिक्तियों को जोड़ा है. इसके साथ एससी व एसटी कल्याण विभाग के अंतर्गत 1401 पदो को समाहित किया गया है. जिसके बाद कुल रिक्तियों की संख्या 1,22,286 हो गई है.