पटना पुलिस ने पांच स्नैचर को किया गिरफ्तार, भारी मात्रा में जेवरात और हथियार बरामद
श्रीनारद मीडिया, स्टेट डेस्क:
बिहार की राजधानी पटना में बढ़ते मोबाइल और चेन स्नैचिंग की घटना को देखते हुए पटना पुलिस के द्वारा कई टीमों का गठन किया गया था. पटना पुलिस ने चेन स्नैचिंग करने वाले पांच स्नैचरों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से भारी मात्रा में सोने और चांदी के आभूषण के साथ चार देसी पिस्तौल बरामद किए गए हैं. काफी दिनों से यह लोग पटना में स्नैचिंग की घटना को अंजाम दे रहे थे.
पुलिस कर रही थी तलाशः पटना सेंट्रल एसपी वैभव शर्मा ने बताया कि 2 महीने में लगभग आठ से 10 घटनाओं को पिस्तौल के बल पर अंजाम देने की सूचना पुलिस को मिली थी. पुलिस ने पांच अपराधियों को गिरफ्तार किया है. सेंट्रल एसपी ने बताया कि कदमकुआं थाना क्षेत्र में लगभग चार घटनाओं को अंजाम देकर अपराधी फरार चल रहे थे. गर्दनीबाग सहित कई अन्य जगहों पर घटना को अंजाम दे चुके अपराधियों की तलाश पटना पुलिस कर रही थी. सीसीटीवी कैमरा की भी लगातार जांच की जा रही थी.
फरार अभियुक्त की तलाशः
पटना के कदमकुआं थाना क्षेत्र के दिनकर चौक के पास संदिग्ध अवस्था में एक बाइक पर सवार तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया गया. उनके पास से दो देसी कट्टा और कारतूस बरामद हुआ. वहीं गर्दनीबाग थाना क्षेत्र से भी दो अपराधियों की गिरफ्तारी की गई. अपराधियों द्वारा गर्दनीबाग थाना क्षेत्र में बीते 4 दिसंबर को पूर्व संयुक्त सचिव और एक महिला से पिस्टल के बल पर चेन लूट की घटना को अंजाम दिया गया था.
घटना में इस्तेमाल किए जाने वाला बाइक बरामद हुई है. एक अभियुक्त फरार चल रहा है जिसकी तलाश जारी है.लगातार बढ़ते स्नैचिंग की घटना को देखते हुए पुलिस के द्वारा कार्रवाई की गई है. काफी मात्रा में सोने चांदी के आभूषण और देसी पिस्टल के साथ पांच अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है. अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.वैभव शर्मा, सिटी एसपी
यह भी पढ़े
मानव अधिकारों के संरक्षण में न्यायालय की भूमिका अहम – जिला जज
पटना उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति के कर कमलो द्वारा मेधा छात्रवृति सह कंबल वितरण समारोह संपन्न
बहादुरपुर के सीएसपी संचालक से रास्ते में हुई लूट के बाद दहशत, बदमाश पुलिस की गिरफ्त से बाहर
आज नहीं तो कल होगा, जनता की सहयोग से ही समस्या का हल होगा!
छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव साय के मुख्यमंत्री बनने के क्या कारण है?
क्या मानवाधिकार दिवस मनाने की सार्थकता सफल होगी?