भगवान श्री कृष्ण अपने अलग अलग रूपों में भक्तों का मन मोह लेते हैं : आचार्य श्याम भाई ठाकर

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श्रीनारद मीडिया, वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक, कुरूक्षेत्र (हरियाणा):

धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में श्री मद भागवत पुराण की कथा सुनना सौभाग्य है, भागवत कथा के श्रवण से होती है मोक्ष की प्राप्ति।
जयराम विद्यापीठ में आचार्य श्याम भाई ठाकर की दूसरे दिन की कथा।

कुरुक्षेत्र( संजीव कुमारी) 18 दिसम्बर : गीता जयंती महोत्सव 2023 के अवसर पर ब्रह्मसरोवर के तट पर श्री जयराम विद्यापीठ में देश के विभिन्न राज्यों में संचालित श्री जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी के सान्निध्य में आयोजित भागवत पुराण की कथा के दूसरे दिन भी बड़ी संख्या श्रद्धालु संगीतमयी कथा श्रवण के लिए पहुंचे। कथा प्रारम्भ से पूर्व परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी के साथ संत महापुरुषों ने व्यासपीठ को नमन किया एवं पूजन किया। इस अवसर पर महामंडलेश्वर डा. स्वामी शाश्वतानंद गिरी, हिसार से दुष्यंत गर्ग, सुरेश मित्तल गन्नौर भी कथा में शामिल हुए।

दूसरे दिन की कथा में व्यासपीठ से आचार्य श्याम भाई ठाकर ने कहा कि पृथ्वी पर प्राणियों के कल्याण के लिए परमात्मा का बार-बार अवतरण होता है, उनकी लीलाएं होती है और गुणगान करते हुए कर्म धर्म के साथ ही महायज्ञ होते हैं। परमात्मा प्राणियों के प्रेम बंधन में बंधकर उनकी करुण पुकार को जरूर सुनते हैं। भगवान श्री कृष्ण तो अपने अलग अलग रूपों में भक्तों का मन मोह लेते हैं। उन्होंने भागवत पुराण का महात्म्य सुनाते हुए कहा कि जब भी परमात्मा का इस पृथ्वी पर अवतरण होता है या परमात्मा स्वयं आकर यहां पर तरह-तरह की लीलाएं करते हैं तो देवतागण भी पृथ्वी पर जन्म लेने के लिए लालायित रहते हैं। आचार्य ठाकर ने कहा कि भागवत पुराण कथा का श्रवण करने वाले भक्त निश्चित रूप से मोक्ष को प्राप्त कर लेते हैं।

जिस प्रकार राजा परीक्षित श्राप से मुक्त हो गए, अनेकानेक राक्षस और पापी भी उस परमात्मा की कृपा से मुक्ति पा गए, ऐसे सभी पुराणों और ग्रंथों में महापुराण की संज्ञा पाने वाला श्रीमद्भागवत पुराण है। जिसकी कथाओं का श्रवण करने के लिए इतने बड़े-बड़े आयोजन किए जाते हैं। कथावाचक ने कहाकि भक्तों के मन की वांछित कल्पनाओं से परे हटकर पुण्य फल प्रदान करने वाला यह महात्म्य होता है। वास्तव में श्रोता ही भागवत कथा के प्राण हैं।

जिसके कल्याण के लिए इस प्रकार के अनुष्ठान किए जाते हैं। इस अवसर पर कथा में राजेंद्र सिंघल, के के कौशिक, श्रवण गुप्ता, पवन गर्ग, कुलवन्त सैनी, टेक सिंह, ईश्वर गुप्ता, सुरेंद्र गुप्ता, चंद्रभान कमौदा, सुनील गर्ग, अशोक गर्ग, सुनील गौरी, जयराम शिक्षण संस्थान के निदेशक एस एन गुप्ता, महिला मंडल की संगीता शर्मा व संतोष यादव, रणबीर भारद्वाज, आचार्य राजेश लेखवार, सतबीर कौशिक, रोहित कौशिक इत्यादि भी मौजूद रहे।
जयराम विद्यापीठ में भागवत कथा में जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरुप ब्रह्मचारी एवं कथावाचक भागवत भास्कर आचार्य श्याम भाई ठाकर।

 

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