अयोध्या को मिलेगी 15000 करोड़ की सौगात,कैसे?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले 30 दिसंबर को अयोध्या आ रहे हैं। इस दौरान अयोध्या ही नहीं पूरे यूपी को अरबों की सौगात देंगे। अभी तक कहा जा रहा था कि उस दिन अयोध्या को करीब 6 हजार करोड़ की सौगात मिलेगी। अब यह सौगात करीब ढाई गुना बढ़कर 15 हजार करोड़ हो गई है। इन सौगातों में अयोध्या के पुनर्विकसित रेलवे स्टेशन और नए हवाई अड्डे का उद्घाटन तो करेंगे। इसके अलावा पीएम नई अमृत भारत और वंदे भारत ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाएंगे।
अयोध्या हवाई अड्डे का उद्घाटन करने के बाद पीएम मोदी एक जनसभा को संबोधित करेंगे। जनसभा में ही 15 हजार 700 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इनमें अयोध्या और उसके आसपास के क्षेत्रों के विकास के लिए लगभग 11,100 करोड़ रुपये की परियोजनाएं और पूरे उत्तर प्रदेश में अन्य परियोजनाओं से संबंधित लगभग 4600 करोड़ रुपये की परियोजनाएं शामिल हैं। पीएम मोदी के अगमन की तैयारियों का जायजा लेने सीएम योगी गुरुवार को अयोध्या जाने वाले थे लेकिन मौसम की खराबी के कारण उनका हेलीकाफ्टर नहीं उड़ सका।
प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार कई नई परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी जाएगी जो अयोध्या और उसके आसपास नागरिक सुविधाओं के सौंदर्यीकरण और सुधार में योगदान देगी। पीएम मोदी का दृष्टिकोण अयोध्या में आधुनिक विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे का विकास करना, कनेक्टिविटी में सुधार करना और शहर के समृद्ध इतिहास और विरासत के अनुरूप नागरिक सुविधाओं को पुनर्जीवित करना है। अयोध्या के अत्याधुनिक हवाई अड्डे के पहले चरण को 1450 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया गया है।
श्रीराम मंदिर के वास्तुकला पर टर्मिनल भवन
हवाई अड्डे के टर्मिनल भवन का क्षेत्रफल 6500 वर्गमीटर होगा, जो सालाना लगभग 10 लाख यात्रियों की सेवा के लिए सुसज्जित होगा। टर्मिनल बिल्डिंग का आगे का भाग अयोध्या के श्रीराम मंदिर की वास्तुकला को दर्शाता है। टर्मिनल बिल्डिंग के अंदरूनी हिस्सों को भगवान श्रीराम के जीवन को दर्शाने वाली स्थानीय कला, पेंटिंग और भित्तिचित्रों से सजाया गया है। अयोध्या हवाई अड्डे का टर्मिनल भवन विभिन्न अन्य सुविधाओं से सुसज्जित है।
तीन मंजिला रेलवे स्टेशन, अब अयोध्या धाम हुआ नाम
पुनर्विकसित अयोध्या का रेलवे स्टेशन अब अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन हो गया है। इसका पहला चरण 240 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया गया है। तीन मंजिला आधुनिक रेलवे स्टेशन की इमारत लिफ्ट, एस्केलेटर, फूड प्लाजा, पूजा की जरूरतों के लिए दुकानें, क्लॉक रूम, चाइल्ड केयर रूम, वेटिंग हॉल जैसी सभी आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है।
अयोध्या धाम जंक्शन रेलवे स्टेशन पर कार्यक्रम में प्रधानमंत्री देश में सुपरफास्ट यात्री ट्रेनों की एक नई श्रेणी- अमृत भारत एक्सप्रेस दरभंगा-अयोध्या-आनंद विहार टर्मिनल अमृत भारत एक्सप्रेस और मालदा टाउन-सर एम. विश्ववरैया टर्मिनस (बेंगलुरु) ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे। अमृत भारत ट्रेन गैर वातानुकूलित डिब्बों ली एक एलएचबी पुश पुल ट्रेन है। इस ट्रेन के दोनों छोर पर लोको हैं। यह रेल यात्रियों के लिए सुंदर और आकर्षक डिजाइन वाली सीटें, बेहतर सामान रैक, उपयुक्त मोबाइल होल्डर के साथ मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट, एलईडी लाइट, सीसीटीवी, सार्वजनिक सूचना प्रणाली जैसी बेहतर सुविधाएं प्रदान करता है।
प्रधानमंत्री छह नई वंदे भारत ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाएंगे। इनमें श्री माता वैष्णो देवी कटरा-नई दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस, अमृतसर-दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस, कोयंबटूर-बैंगलूर कैंट वंदे भारत एक्सप्रेस, मैंगलोर-मडगांव वंदे भारत एक्सप्रेस, जालना-मुंबई वंदे भारत एक्सप्रेस और अयोध्या-आनंद विहार टर्मिनल वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें शामिल हैं।
तीन नई रेल परियोजनाओं का लोकार्पण
पीएम मोदी इस क्षेत्र में रेल बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए 2300 करोड़ रुपये की तीन रेलवे परियोजनाएं भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इन परियोजनाओं में रूमा चकेरी-चंदेरी तीसरी लाइन परियोजना, जौनपुर-अयोध्या-बाराबंकी दोहरीकरण परियोजना के जौनपुर-तुलसी नगर, अकबरपुर-अयोध्या, सोहावल-पटरंगा और सफदरगंज-रसौली खंड; और मल्हौर-डालीगंज रेलवे खंड का दोहरीकरण और वद्यिुतीकरण परियोजना शामिल हैं।
अयोध्या में नागरिक बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए श्री राम जन्मभूमि मंदिर तक पहुंच बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री अयोध्या में चार नव पुनर्विकसित, चौड़ी और सुंदरीकृत सड़कों – रामपथ, भक्तिपथ, धर्मपथ और श्री राम जन्मभूमि पथ का उद्घाटन करेंगे।
राजर्षि दशरथ स्वायत्त राज्य चिकत्सिा महावद्यिालय; अयोध्या-सुल्तानपुर रोड-हवाई अड्डे को जोड़ने वाली चार-लेन सड़क; एनएच-27 बाईपास महोबरा बाजार होते हुए टेढ़ी बाजार श्री राम जन्मभूमि तक फोर-लेन सड़क; शहर भर में कई सुंदर सड़कें और अयोध्या बाईपास; एनएच-330ए का जगदीशपुर-फ़ैज़ाबाद खंड, महोली-बड़ागांव-ड्योढ़ी मार्ग और जसरपुर-भाऊपुर-गंगारामन -सुरेशनगर मार्ग का चौड़ीकरण और सुदृढ़ीकरण; पंचकोसी परक्रिमा मार्ग पर बड़ी बुआ रेलवे क्रॉसिंग पर आरओबी, ग्राम पिखरौली में ठोस अपशष्टि उपचार संयंत्र, और डॉ. ब्रजकिशोर होम्योपैथिक कॉलेज और अस्पताल में नई इमारतें और कक्षाएँ, सहित अन्य परियोजनाएं शामिल हैं। वह मुख्यमंत्री नगर सृजन योजना कार्य और पांच पार्किंग और वाणज्यिकि सुविधाओं से संबंधित कार्यों का भी उद्घाटन करेंगे।
प्रधानमंत्री अयोध्या में नई परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे। इनमें अयोध्या में चार ऐतिहासिक प्रवेश द्वारों का संरक्षण और सौंदर्यीकरण शामिल है। इसमें गुप्तार घाट और राजघाट के बीच नए कंक्रीट घाट और पूर्व-नर्मिति घाटों का पुनर्वास, नया घाट से लक्ष्मण घाट तक पर्यटक सुविधाओं का विकास एवं सौन्दर्यीकरण, राम की पैड़ी पर दीपोत्सव और अन्य मेलों के लिए आगंतुक गैलरी का निर्माण, राम की पैड़ी से राजघाट और राजघाट से राम मंदिर तक तीर्थ पथ का सुदृढ़ीकरण और नवीनीकरण शामिल हैं। अयोध्या में 2180 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित होने वाली ग्रीनफील्ड टाउनशिप और लगभग 300 करोड़ रुपये की लागत से विकसित होने वाली वशष्ठि कुंज आवासीय योजना की आधारशिला रखेंगे।
प्रधानमंत्री एनएच -28 (नया एनएच-27) लखनऊ-अयोध्या खंड, मौजूदा अयोध्या बाईपास एनएच-28 (नया एनएच-27) का सुदृढ़ीकरण और संशोधन, अयोध्या में सीआईपीईटी केन्द्र की स्थापना तथा नगर निगम अयोध्या एवं अयोध्या विकास प्राधिकरण कार्यालय का नर्मिाण कार्य की आधारशिला भी रखेंगे।
यूपी की इन योजनाओं का भी लोकार्पण
पीएम मोदी सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान, प्रधानमंत्री उत्तर प्रदेश में अन्य महत्वपूर्ण परियोजनाओं का उद्घाटन और राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इनमें गोसाईं की बाजार बाईपास-वाराणसी (घाघरा ब्रिज-वाराणसी) (एनएच-233) का चार-लेन चौड़ीकरण शामिल है, एनएच-730 के खुटार से लखीमपुर खंड का सुदृढ़ीकरण और उन्नयन, अमेठी जिले के त्रिशुंडी में एलपीजी संयंत्र की क्षमता वृद्धि; पंखा में 30 एमएलडी और जाजमऊ, कानपुर में 130 एमएलडी का सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, उन्नाव जिले में नालियों को रोकना और मोड़ना तथा सीवेज उपचार कार्य, और कानपुर के जाजमऊ में टेनरी क्लस्टर के लिए सीईटीपी शामिल हैं।
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