कभी शोक में डूबा देश तो कभी गर्व से चौड़ा हुआ सीना,कैसे?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
वर्ष 2023 देश के लिए काफी ऐतिहासिक साल रहा है। इस साल भारत ने कई ऐसी उपलब्धियां हासिल की है, जो इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गई। सफल चंद्रयान मिशन, जी20 की अध्यक्षता और आदित्य एल-1 मिशन ने भारत को विश्व स्तर पर एक नई पहचान दिलाई है। इसके साथ ही, भारत का नया संसद भवन, सिल्क्यारा सुरंग में फंसे लोगों को बचाना और विश्व स्तरीय प्रतियोगिता में भारत की उपलब्धि बेहद खास रही है। हालांकि, साल भर में देश के सामने कई बड़ी चुनौतियां भी आई है।
जनवरी
साल की शुरुआत की बात करें तो वह बेहद खराब रही थी, क्योंकि भारत की कई प्रतिष्ठित महिला पहलवानों ने भारतीय कुश्ती महासंघ प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ काफी कड़ा विरोध प्रदर्शन किया था। बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण का आरोप लगाया गया था। इस दौरान उनकी मांग थी कि बृजभूषण को उनके पद से बर्खास्त कर दिया जाए और मामले की जांच हो। पूरे महीने इस खबर ने काफी कवरेज ली थी।
फरवरी
भारतीय टीम ने आईसीसी के टेस्ट टीम रैंकिंग में पहला स्थान हासिल करके क्रिकेट जगत में एक नया इतिहास रच दिया था। क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह एक सुनहरा पल रहा था। भारतीय टीम क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में नंबर-1 टीम बन गई थी। भारतीय क्रिकेट इतिहास में यह पहला मौका है जब राष्ट्रीय टीम तीनों प्रारूपों में एक साथ शीर्ष पर काबिज हुई थी।
मार्च
मार्च का महीना राजनीतिक हलचल से भरा रहा था। दरअसल, पूर्वोत्तर राज्य के चुनाव और राहुल गांधी के लोकसभा से अयोग्य घोषित होने की खबर ने काफी सुर्खियां बटोरी थीं।
मार्च में ही कांग्रेस पार्टी को एक बड़ा झटका लगा था। दरअसल, उसी महीने राहुल गांधी को सूरत अदालत द्वारा मानहानि मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद लोकसभा से अयोग्य घोषित कर दिया गया था।
अप्रैल
अप्रैल में भारत ने एक रिकॉर्ड अपने नाम किया। दरअसल, भारत ने जनसंख्या के मामले में चीन को पछाड़ दिया और दुनिया की सबसे अधिक आबादी वाला देश बन गया। संयुक्त राष्ट्र के अनुमान के अनुसार, भारत की जनसंख्या अगले तीन दशकों तक बढ़ने की उम्मीद है, हालांकि, उसके बाद धीरे-धीरे इसमें गिरावट आने लगेगी।
अप्रैल के मध्य में ही गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिस खबर ने काफी सुर्खियां बटोरी। दरअसल, मीडिया के सामने लाइव ही दोनों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हालांकि, मौके से ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था।
इसके बाद अप्रैल में कट्टरपंथी खालिस्तानी समर्थक वारिस पंजाब डे के प्रमुख अमृतपाल को भी एक महीने तक लगातार पीछा करने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया था। पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद अपने इस मिशन में कामयाबी हासिल की थी। फिलहाल, अमृतपाल को जेल में कैद रखा गया है।
मई
मई का महीना देश के लिए काफी चुनौतीपूर्ण रहा था। दरअसल, इसकी शुरुआत ही एक ऐसी झड़प से हुई, जिसे सुलझाने के लिए हर एक स्तर पर प्रयास किया गया था। दरअसल, मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदाय के बीच भारी झड़प हुई थी। आगजनी, अपहरण और हत्याओं से पूरा मणिपुर जूझ रहा था और राजनीतिक गलियारे में भी इस मुद्दे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा था।
हालांकि, शुरुआत जितनी खराब रही थी, अंत उतना ही खास हो गया था। दरअसल, 28 मई को ही भारत को उसका नया और अत्याधुनिक संसद भवन मिला। पीएम मोदी ने 28 मई को ही नए संसद भवन के उद्घाटन किया था। 971 करोड़ रुपये की लागत से बना यह भवन लोकसभा में 888 सांसदों और राज्यसभा में 300 सांसदों को समायोजित कर सकता है।
जून
देश के लिए जून की शुरुआत बेहद दर्दनाक रही थी। दरअसल, 2 जून को ओडिशा में चेन्नई की ओर जाने वाली कोरोमंडल एक्सप्रेस और एसएमवीटी बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी की भीषण टक्कर हो गई थी, जिसमें सैकड़ों लोगों ने अपनी जान गंवा दी थी। जानकारी के मुताबिक, इस हादसे में लगभग 300 लोग मारे गए थे और लगभग 850 लोग घायल हुए थे।
जुलाई
जुलाई के महीने में दो बड़ी घटनाओं ने सुर्खियां बटोरी थीं। दरअसल, मणिपुर में हुई हिंसा के बाद वहां पर इंटरनेट बैन कर दिया गया था, ताकि किसी तरह की हिंसा न बढ़े। कुछ समय बाद जुलाई में इंटरनेट को दोबारा शुरू किया गया, जिसके बाद एक बेहद शर्मनाक वीडियो वायरल हुआ था। इस वीडियो में दो महिलाओं को नग्न अवस्था में कई पुरुष लेकर घूम रहे थे और उनका वीडियो बना रहे थे।
- बात यहीं नहीं थमी, जुलाई में भारत को प्रकृति की मार भी खानी पड़ी थी। दरअसल, हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण पूरे राज्य को विनाशकारी भूस्खलन और बाढ़ का सामना करना पड़ा था। इस आपदा ने पूरे खूबसूरत पर्यटन स्थल की खूबसूरती को खत्म कर दिया था और करोड़ों की संपत्ति तबाह कर दी थी। सरकार के आकलन के मुताबिक, राज्य को लगभग 12,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था।
- इस उथल-पुथल भरे महीने में भारत ने 14 जुलाई को एक ऐतिहासिक कदम उठाया था। दरअसल, भारत ने अपना चंद्रयान मिशन-3 इसी दिन लॉन्च किया था।
अगस्त
अगस्त का महीना भारत के लिए एक ऐतिहासिक महीना साबित हुआ है। दरअसल, 23 अगस्त को भारत ने अपने चंद्र मिशन चंद्रयान-3 को सफलतापूर्वक चांद की सतह पर लैंड कर के इतिहास रच दिया था। चांद की दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाला भारत इकलौता देश बन गया था। इस ऐतिहासिक उपलब्धि के बाद पूरे विश्व में भारत की वाहवाही होने लगी थी। हर किसी ने भारत की उपलब्धि पर बधाई दी थी।
सितम्बर
सितंबर के महीने में भी भारत ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। दरअसल, इसी महीने नई दिल्ली में G20 शिखर सम्मेलन का आयोजन किया था। कई शक्तिशाली वैश्विक नेताओं ने राजधानी में आयोजित इस शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया था। पूरे विश्व ने भारत में आयोजित शिखर सम्मेलन के बाद देश का लोहा माना था।
अक्टूबर
G-20 की सफलता के बाद भारत में P-20 Summit का आयोजन 13-14 अक्टूबर 2023 को किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन दिल्ली के द्वारका के ‘इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर’ में किया गया था। पी-20 शिखर सम्मेलन में जी20 देशों के संसद अध्यक्ष और सभापतियों ने हिस्सा लिया था। इस समिट में 25 देशों के प्रेजाइडिंग ऑफिसर और G20 सदस्य देशों के 10 डिप्टी स्पीकर शामिल हुए थे।
चीन में आयोजित एशियन गेम्स में भारत ने 100 मेडल के आंकड़ा छूकर एक और इतिहास रच दिया। भारत ने हांगझोऊ 2023 में 28 स्वर्ण, 38 रजत और 41 कांस्य समेत कुल 107 पदक जीते।
इसी महीने सुप्रीम कोर्ट ने एक अहम फैसला सुनाया था और सर्वसम्मति से समलैंगिक विवाह को मान्यता देने से इनकार कर दिया था। हालांकि, इस फैसले को काफी शांतिपूर्ण ढंग से अपनाया भी गया था।
नवंबर
नवंबर का महीना कई पहलुओं से काफी अहम रहा था। दरअसल, जब पूरा देश दीवाली का पर्व मना रहा था, तो उस दौरान उत्तराखंड में सिल्क्यारा सुरंग ढह जाने से 41 मजदूर उसी में फंस गए और एक-एक सांसों के लिए लड़ने लगे थे। दरअसल, एक प्रोजेक्ट पर काम कर रहे 41 मजदूर रोजाना की तरह अपने काम पर गए, लेकिन दुर्भाग्यवश टनल का रास्ते पर पहाड़ धसने से सभी 41 मजदूर उसी में फंस गए।
क्रिकेट प्रेमियों के लिए काफी दुख भरा रहा था। दरअसल, वर्ल्ड कप सीरीज में भारत ने काफी सफलता हासिल की थी और 19 नवंबर को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल खेला। हालांकि, उस शाम देश के लगभग 1.4 अरब लोगों का दिल टूट गया था। 40 रातों तक अजेय की तरह आगे बढ़ने बाद 41वीं रात को भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ करारी हार का सामना करना पड़ा था।
दिसंबर
दिसंबर की शुरुआत राजनीतिक मायने से काफी महत्वपूर्ण रही थी। दरअसल, 3 दिसंबर को मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम के चुनावी परिणाम सामने आए थे, जहां तीन राज्यों में भाजपा को भारी बहुमत से जीत हासिल हुई थी। वहीं, तेलंगाना में कांग्रेस और मिजोरम में जेडपीएम पार्टी ने भारी बहुमत से जीत हासिल की थी।
सुप्रीम कोर्ट ने 11 दिसंबर, 2023 को एक अहम फैसला सुनाते हुए कहा कि आर्टिकल 370 एक अस्थायी व्यवस्था थी, जिसे हटाए जाने का फैसला पूरी तरह संवैधानिक है। कोर्ट ने केंद्र सरकार से कहा कि जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा जल्द दिया जाना चाहिए।
मध्य दिसंबर में संसद भवन हमले के सालगिरह पर एक और बड़ी घटना को अंजाम दिया गया। दरअसल, लोकसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान कुछ लोग अंदर कूद गए और कैन से पीले रंग का धुंआ छोड़ दिया। हालांकि, थोड़ी ही देर में सांसदों द्वारा उन पर काबू पा लिया गया, जिसके बाद आरोपी सत्ता विरोधी नारे लगाने लगे थे। फिलहाल, इस मामले पर दिल्ली पुलिस और स्पेशल सेल बारीकी से जांच में जुटी हुई है।
- यह भी पढ़े……………..
- नव वर्ष कैसा होना चाहिए?\
- सीवान के विद्वानों की जब भी बात होगी वहाँ बांके बिहारी मिश्रा का नाम अवश्य आयेगा!
- कौन हैं चंपतराय जी ? जिनके मार्गदर्शन में अयोध्या में रामलला का मंदिर बन रहा है।
- वर्ष 2023 में छाई रहीं PM मोदी की फोटो,क्यों?