सीवान के लाल व बड़हरिया निवासी डॉ. इरशाद अहमद को हारून रशीद लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया।
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार में पटना के उर्दू अकादमी के सेमिनार हॉल में 07 जनवरी 2024 को स्व हारुन रशीद स्मृति में “इल्मी मजलिस, बिहार , ने एक भव्य साहित्यिक समारोह का आयोजन किया । इसका उद्घाटन हिंदी साहित्य सम्मेलन ,पटना के अध्यक्ष श्री अनिल सुलभ ने किया जबकि इसकी अध्यक्षता प्रो अलीमुल्लाह हाली ने की। मुख्य अतिथि के तौर पर श्री अरशद फिरोज और विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्व न्यायाधीश श्री अकबर रज़ा जमशेद उपस्थित रहे।सम्मानित अतिथि के स्थान पर हारून रशीद की सुपुत्री श्रीमती शाहवर रशीद मौजूद रहीं। कार्यक्रम का संचालन परवेज आलम ने किया।
सबसे पहले हारुन रशीद के व्यक्तित्व एवं कृतित्त्व पर अनवारुल हसन वस्तवी ने विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने अपने व्यक्तव्य हारून रशीद को एक महान रहनुमा ,ख़ादिम ए ऊर्दू और मोहसिन ए इंसानियत बताया। जनाब फखरुद्दीन आरफ़ी उनके कारनामो की चर्चा करते हुए कहा कि वे पूर्व मुख्यमंत्री स्व सत्येन्द्र नारायण सिंह का अनन्य सहयोगी थे। श्री सिंह हारून रशीद पर पूरा भरोसा करते थे।डॉ अनिल सुलभ ने हारून रशीद के साथ अपने अंतरंग सम्बन्धों का वर्णन विस्तार से किया।
इस अवसर पर इस्लामिया नगर, सीवान के निवासी एवं वरिष्ठ लेखक डॉ इरशाद अहमद को मेडल, शाल, और स्मृति पत्र देकर “हारून रशीद लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड ” से नवाज़ा गया। विदित हो कि डॉ इरशाद अहमद की छः पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं और दो किताबें यथाशीघ्र प्रकाशित होने वाली हैं।डॉ इरशाद अहमद सीवान के इतिहास पर भी कार्य कर रहे हैं।
- यह भी पढ़े………….
- जल्लीकट्टू की कानूनी वैधता पर फिर विचार करेगा सुप्रीम कोर्ट,क्यों?
- पीएम मोदी ने लक्षद्वीप के बारे में जो कहा उससे मालदीव को क्या मतलब?
- कुख्यात गोलू सिंह पुलिस को देख हुआ फरार, चार साथी गिरफ्तार, एक अपराधी का शव बरामद