बिहार में स्निफर डॉग ने दलाई लामा से लिया आशीर्वाद,कैसे?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार के गया में स्थित बोधगया में दलाई लामा पहुंचे है. यहां बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू, उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेट जनरल गुरमीत सिंह सहित दर्जनों वीआईपी राज्यनेता, नेता 14 वें तिब्बती आध्यात्मिक बौद्ध धर्मगुरु दालाई लामा से मिलकर उनसे आशीर्वाद प्राप्त कर चुके हैं. इसी कड़ी मे बोधगया की सुरक्षा में मुस्तैद रहने तथा दुश्मनों को दांत खट्टे करने वाले स्निफर डॉग भी दलाई लामा से मिलकर आशीर्वाद लिया. आपको बता दें कि बोधगया में 15 दिसंबर से तिब्बती बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा अपने प्रवास पर है.
बोधगया में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी
दलाई लामा ने अपने प्रवास के दौरान बोधगया के कालचक्र मैदान में तीन दिवसीय शैक्षणिक सत्र की अगुवाई की. पूजा में विभिन्न देशों से आए बौद्ध श्रद्धालु और अनुयायियों ने भाग लिया. बोधगया के तिब्बत मोनेस्ट्री में दलाई लामा प्रवास कर रहे हैं. इन दर्जनों राजनेता व मंत्री धर्मगुरु दलाई से मुलाकात कर आशीर्वाद ले चुके है.
दलाई लामा के प्रवास के दौरान तिब्बत मोनेस्ट्री सहित पूरे बोधगया में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है. वहीं, तिब्बत मंदिर की मल्टी लेयर में सुरक्षा व्यवस्था है. गया पुलिस, बिहार एटीएस, दलाई लामा के सुरक्षा कर्मी सहित कई लेयर में सुरक्षा व्यवस्था है. सुरक्षा इतनी कड़ी है की कोई भी आम व्यक्ति दलाई लामा से बिना अनुमति के मुलाकात कर सकता है.
दलाई लामा की सुरक्षा व्यवस्था में स्निफर डॉग तैनात
दलाई लामा से मुलाकात करने के लिए सुरक्षा के दृष्टिकोण से चेकिंग के कई चरणों से होकर गुजरना पड़ता है. इस दौरान दलाई लामा की सुरक्षा व्यवस्था में स्निफर डॉग भी तैनात है. सुरक्षाकर्मियों के साथ साथ स्निफर डॉग ने भी दलाई लामा से मिलकर आशीर्वाद लिया है. स्निफर डॉग ने भी दलाई लामा को सैल्यूट किया. यह स्निफर डॉग भी पिछले 15 दिसंबर से पहले से ही दलाई लामा व वीआईपी की सुरक्षा में तैनात है.
सैल्यूट करते हुए डॉग की तस्वीर आई सामने
15 दिसंबर को दलाई लामा यहां पहुंचे है. इससे पहले ही इनकी सुरक्षा में स्निफर डॉग की तैनाती की गई है. दलाी लामा को सैल्यूट करते हुए डॉग की तस्वीर सामने आई है. इसने धर्मगुरु से आशीर्वाद भी प्राप्त किया है. मालूम हो कि गया में ठंड बहुत है. इस कारण लोगों को परेशानी भी हो रही है. घना कोहरा छाया हुआ है. लेकिन, कोहरे के बीच कालचक्र मैदान में लोग पहुंचे थे. इनके लिए एक लाख वर्ग फीट में जर्मन हैंगर पंडाल का निर्माण किया गया है. मैदान के सभी गेट पर यहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम है. यहां मैदान के सभी गेट को भी खोल दिया गया था. 29 दिसंबर से लेकर 31 दिसंबर तक इस मैदान में दलाई लामा का प्रवचन हुआ था. घने कोहरे के बीच यहां कई लोग पहुंचे थे. दलाई लामा के आगमन को लेकर तैयारी भी की गई थी.