फाइलेरिया उन्मूलन अभियान : सर्वजन दवा सेवन (आईडीए) को लेकर जिले में पेशेंट प्लेटफॉर्म का गठन शुरू
दरियापुर के ककरहट एचडब्ल्यूसी पर फाइलेरिया के मरीजों का बनाया गया पेशेंट प्लेटफॉर्म:
श्रीनारद मीडिया, छपरा (बिहार):
छपरा जिले में फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर विभिन्न स्तर पर कार्य किए जा रहे हैं। इसके तहत जिले में हाथीपांव के मरीजों को जोड़कर पेशेंट प्लेटफॉर्म का गठन शुरू कर दिया गया है। इस क्रम में जिले के दरियापुर प्रखंड अंतर्गत ककरहट गांव स्थित हेल्थ एंड वेसनेस सेंटर (एचडब्ल्यूसी) पर स्थानीय क्षेत्र के फाइलेरिया मरीजों को जोड़कर पेशेंट प्लेटफॉर्म का गठन किया गया है। साथ ही, फाइलेरिया के मरीजों को प्लेटफॉर्म कार्यों और सर्वजन दवा सेवन (आईडीए) के संबंध में विस्तार से बताया गया। बैठक में एएनएम रजनीबाला, पीरामल स्वास्थ्य के प्रखंड समन्वयक तेजनारायण गुप्ता, सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च के जिला समन्वयक विनोद कुमार श्रीवास्तव, प्रखंड समन्वयक रंजन सिंह सहित दर्जनों आशा कार्यकर्ता और ग्रामीणों ने भाग लिया।
आगामी 10 फरवरी से आईडीए अभियान का होगा शुभारंभ:
वीबीडीसी घनश्याम यादव ने बताया कि फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर जिले में 10 फरवरी से आईडीए अभियान शुरू होने वाला है। जिसको लेकर जिला स्तर से लेकर वार्ड स्तर तक लोगों को दवाओं का सेवन कराया जाएगा। ताकि, आगे आने पीढ़ियाें को इस भयानक बीमारी से बचाया जा सके। 10 फरवरी से आशा दीदी घर-घर जाकर फाइलेरिया बचाव की दवा खिलाएंगी। ये दवाएं सभी को खानी है। सिर्फ दो वर्ष से कम उम्र के बच्चे, गंभीर बीमारी से ग्रसित व्यक्ति और गर्भवती महिलाएं को यह दवा नहीं खानी है।
आशा दीदियां डोर टू डोर भ्रमण कर लोगों को खिलाएंगी फाइलेरिया रोधी दवा: सीएचओ
स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) काजल कुमारी ने फाइलेरिया मरीजों और ग्रामीणों को बताया कि 17 दिनों तक चलने वाले इस अभियान के दौरान आशा दीदियां डोर टू डोर भ्रमण कर लोगों को फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन अपने सामने कराएंगी। इन दवाओं का कोई दुष्प्रभाव नहीं है। साथ ही, दवाओं का सेवन करने से फाइलेरिया से बचे रहेंगे। न केवल फाइलेरिया मरीजों के परिजन, बल्कि सभी लोगों को इन दवाओं का सेवन करना जरूरी है। ताकि, सभी को फाइलेरिया से सुरक्षित किया जा सके।
जागरूकता अभियान में सभी लोगों का सहयोग जरूरी: मुखिया
बैठक की अध्यक्षता करते हुए स्थानीय मुखिया सुनिल कुमार राय ने कहा कि फाइलेरिया जैसी भयानक बीमारी समाज के लिए एक अभिशाप से कम नहीं है। इसलिए इसको नष्ट करना बेहद जरूरी है। लेकिन इस पुनीत कार्य में आप सभी लोगों का सहयोग अपेक्षित है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग और अन्य सहयोगी संस्थान के द्वारा जागरूकता अभियान के दौरान पंचायत के फाइलेरिया मरीजों के साथ हीं स्थानीय ग्रामीणों का भी सहोग मिलेगा। इसीलिए हम सभी लोग एक साथ मिलकर स्थानीय लोगों को आईडीए के दौरान दवाओं का सेवन करने के लिए जागरूक और प्रेरित करेंगे। इस दौरान बैठक में शामिल स्थानीय ग्रामीण देवेंद्र सिंह और रविंद्र सिंह ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस अभियान में भरपूर सहयोग करने की बात कही गई।
मील का पत्थर साबित होगा पेशेंट प्लेटफॉर्म का गठन: एमओआईसी
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दरियापुर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ मेजर एसके सिंह ने कहा कि फाइलेरिया मरीजों को मिलाकर पेशेंट प्लेटफॉर्म का गठन और उनके माध्यम से लोगों को आईडीए के दौरान लोगों को जागरूक करने का कार्य काफी सराहनीय है। इससे आम लोग भी फाइलेरिया के दुष्प्रभाव को समझेंगे और अनिवार्य रूप से दवाओं का सेवन करेंगे। जो मील का पत्थर साबित होगा। यदि सभी लोग दवाओं का सेवन करेंगे तो आने वाली पीढ़ी को फाइलेरिया जैसी बीमारी से बचाया जा सकता है।
पेशेंट प्लेटफॉर्म अपने आप में सराहनीय कदम: डॉ दिलीप सिंह
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ
दिलीप कुमार सिंह ने बताया कि आईडीए अभियान के दौरान पिछले दो-तीन वर्षो से सिफार के द्वारा गठित पेशेंट सपोर्ट ग्रुप के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है। जिसका सकारात्मक परिणाम देखने को मिला है। इसी को देखते हुए जिले में फाइलेरिया मरीजों का पेशेंट प्लेटफॉर्म बनाया जा रहा है। जो अपने आप में सराहनीय कदम है। जिन प्रखंडों में पेशेंट सपोर्ट ग्रुप का गठन नहीं हो पाया है। वहां पर पेशेंट प्लेटफॉर्म की मदद से जागरूकता फैलाई जाएंगी।
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