भारत का मेडिकल हब बन रहा गुजरात-PM मोदी
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से गुजरात के खोडलधाम ट्रस्ट कैंसर अस्पताल के शिलान्यास कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि पिछले 20 वर्षों में गुजरात ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की है।
‘PG सीटों की संख्या तीन गुना हुई ‘
उन्होंने कहा कि आज गुजरात भारत का बड़ा मेडिकल हब बन रहा है। 2002 तक गुजरात में सिर्फ 11 मेडिकल कॉलेज थे, आज उनकी संख्या बढ़कर 40 हो गई है। 20 वर्षों में यहां एमबीबीएस सीटों की संख्या बढ़कर पांच गुना हुई हैं, पीजी सीटों की संख्या बढ़कर तीन गुना हुई है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि कैंसर रोगियों को इलाज के वक्त किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। पिछले नौ वर्षों में 30 नए कैंसर अस्पताल खुले हैं, जबकि 10 और ऐसे अस्पतालों पर काम चल रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना से छह करोड़ लोगों को लाभ हुआ है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में केंद्र द्वारा किए गए प्रयासों से महिलाओं को काफी फायदा हुआ है।
बिहार में CM नीतीश ने दी राम जानकी मेडिकल कॉलेज की सौगात
भले ही नीतीश कुमार अयोध्या में रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिन न हो रहे हों। लेकिन समस्तीपुर से उन्होने श्रीराम जानकी अस्पताल की सौगात जिले की जनता को दी है। बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार प्राण प्रतिष्ठा का न्यौता नहीं मिला है। जिसके चलते वो अयोध्या के कार्यक्रम में शामिल नहीं हो रहे हैं। लेकिन राम जानकी के नाम पर बने अस्पताल का प्राण प्रतिष्ठा से एक दिन पहले उद्घाटन कर दिया है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि श्री राम जानकी मेडिकल कॉलेज अस्पताल बहुत सुंदर बना है। यहां इलाज की सभी सुविधा है। सभी लोग अब कहीं जाने के बजाय यहीं अपना इलाज कराने आएं और दूसरों को भी यहां इलाज कराने के लिए आने की सलाह दें। इससे पहले उन्होने 592 करोड़ की लागत से बने श्री राम मेडिकल कालेज के उदघाटन किया। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज में सभी तरह की सुविधा उपलब्ध है।
देश में एक मात्र मेडिकल कॉलेज है, जिसका नाम श्रीराम जानकी के नाम से रखा गया है। समस्तीपुरवासियों के लिए यह अस्पताल किसी वरदान से कम नहीं होगा। मेडिकल कॉलेज में मरीजों के इलाज व जांच की सुविधा को लेकर स्वास्थ्य विभाग के द्वारा तैयारी शुरु कर दी गयी है। इसको लेकर बिहार सरकार के द्वारा प्राचार्य एवं अधीक्षक की भी प्रतिनियुक्ति कर दी है। मेडिकल कॉलेज के संचालन के लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों की प्रतिनियुक्ति की प्रक्रिया भी जारी है।
समस्तीपुर जिले के विभिन्न सरकारी अस्पतालों में कार्यरत विशेषज्ञ चिकित्सकों के अलावे डॉक्टर, जीएनएम, एएनएम, फार्मासिस्ट, पारा मेडिकल स्टॉफ, चतुर्थवर्गीय कर्मी आदि की प्रतिनियुक्ति को लेकर भी विभागीय प्रक्रिया काफी तेज हो गयी है। आपको बता दें। समस्तीपुर के सरायरंजन प्रखंड के नरघोघी में श्रीराम जानकी मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पीटल का निर्माण कराया गया है। मेडिकल कॉलेज की जमीन नरघोघी मठ के द्वारा प्रदान किया गया, जिसके कारण कॉलेज का नाम श्रीराम जानकी के नाम से घोषित किया गया।
नए मेडिकल कॉलेज में भी ओपीडी का संचालन प्रत्येक दिन सुबह के नौ बजे से संचालित किया जाएगा। तिथि निर्धारित होने के साथ ही सुबह नौ बजे से दोपहर दो बजे तक एवं संध्या में तीन बजे से पांच बजे तक ओपीडी संचालित किया जाएगा। वहीं श्रीराम जानकी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के भवन निर्माण कार्य को अंतिम रुप देने की प्रक्रिया भी तेज है। अस्पताल से संबंधित भवनों का कार्य लगभग पूरा कर लिया गया है। अब उसे अंतिम रुप दिया जा रहा है। जबकि मेडिकल कॉलेज के भवनों का निर्माण कार्य जारी है। जिसे भी शीघ्र पूरा करने को लेकर कार्य जारी है।
उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी, शिक्षा मंत्री आलोक कुमार मेहता, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय, विस उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी भी उपस्थित रहे। इसके अलावा राज्यसभा सदस्य रामनाथ ठाकुर, विधायक अजय कुमार, रणविजय साहू, अख्तरूल इस्लाम शाहीन, राजेश कुमार सिंह, एवं विधान पार्षद तरूण कुमार भी मौके पर थे।
सड़क मार्ग से पहुंचे सीएम ने पूरे परिसर का जायजा लिया। स्वास्थ्य सचिव से कई बातों की जानकारी ली। 11.54 बजे पहुंचे कार्यक्रमस्थल पर पहुंचे सीएम ने पहले उद्घाटन किया।
अगस्त माह से होगा नामांकन
इस वर्ष अगस्त माह से इस कॉलेज में एमबीबीएस कोर्स में छात्र-छात्राओं का नामांकन होगा। सितंबर माह से उनका क्लास शुरू होगा। प्रतिवर्ष नीट द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित प्रतियोगिता परीक्षा के माध्यम से 120 छात्र-छात्राओं का नामांकन इस कॉलेज में होगा। 500 बेड वाले इस कॉलेज में चिकित्सक एवं चिकित्सा कर्मियों के लिए 223 कमरे बनाए गए हैं।
फिलहाल श्री राम जानकी चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में उपाधीक्षक, विशेषज्ञ चिकित्सक समेत 23 डाक्टर पदस्थापित किये गए हैं। तीन दर्जन स्वास्थ्य कर्मी भी तैनात हैं।
सड़क मार्ग से ही आए सीएम व मंत्री
राम जानकी चिकित्सा महाविद्यालय स्थित मैदान में गेट संख्या दो के बगल में हेलीपैड बनाया गया था, बावजूद मुख्यमंत्री सड़क मार्ग से ही सरायरंजन पहुंचे। उनके पीछे गाड़ियों का काफिला था। अलग-अलग गाड़ियों में सभी मंत्री थे।
एमबीबीएस प्रवेश के दृष्टिकोण से बिहार एक खुला राज्य है, इसका मतलब है कि अन्य राज्यों के छात्र राज्य के निजी मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश ले सकते हैं। बिहार में एमबीबीएस कॉलेजों के आंकड़े: बिहार में 12 सरकारी मेडिकल कॉलेज हैं जिनमें 1490 सीटें हैं और 8 निजी मेडिकल कॉलेज हैं जिनमें 1150 सीटें हैं।