प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार (PMRBP) क्या है?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
भारत के राष्ट्रपति ने हाल ही में 19 बच्चों को बहादुरी, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, नवाचार, सामाजिक सेवा, खेल तथा कला एवं संस्कृति में उनके उत्कृष्ट योगदान को मान्यता देते हुए विभिन्न श्रेणियों में प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार (Pradhan Mantri Rashtriya Bal Puraskar- PMRBP) से सम्मानित किया।
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार (PMRBP) क्या है?
- परिचय:
- प्रत्येक वर्ष प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार का आयोजन बच्चों की ऊर्जा, दृढ़ संकल्प, क्षमता, जोश और उत्साह का जश्न मनाने के लिये किया जाता है।
- यह भारत सरकार द्वारा प्रत्येक वर्ष विभिन्न क्षेत्रों यानी नवाचार, शैक्षिक उपलब्धियों, सामाजिक सेवा, कला एवं संस्कृति, खेल और बहादुरी में बच्चों की असाधारण उपलब्धियों को मान्यता देने के लिये दिया जाता है।
- PMRBP के प्रत्येक पुरस्कार विजेता को एक पदक, 1 लाख रुपए का नकद पुरस्कार एक प्रमाण-पत्र और प्रशस्ति-पत्र दिया जाता है।
- पुरस्कार विजेताओं का चयन केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री की अध्यक्षता में एक चयन समिति द्वारा किया गया था।
- यह पुरस्कार प्रत्येक वर्ष गणतंत्र दिवस से पहले के सप्ताह में भारत के राष्ट्रपति द्वारा दिये जाते हैं।
- पृष्ठभूमि:
- भारत सरकार बच्चों को उनकी असाधारण उपलब्धियों के लिये पुरस्कार प्रदान करती रही है।
- बाल कल्याण के लिये पुरस्कार व्यक्तियों के साथ-साथ संस्थानों को भी प्रदान किये गए।
- ये पुरस्कार निम्नलिखित श्रेणियों में दिये गए:
- असाधारण उपलब्धियों के लिये राष्ट्रीय बाल पुरस्कार– वर्ष 1996 से।
- राष्ट्रीय बाल कल्याण पुरस्कार (व्यक्तिगत) – वर्ष 1979 से।
- राष्ट्रीय बाल कल्याण पुरस्कार (संस्था) – वर्ष 1979 से।
- राजीव गांधी मानव सेवा पुरस्कार– वर्ष 1994 से।
- वर्ष 2017-18 से ये पुरस्कार निम्नलिखित श्रेणियों के तहत दिये गए:
- बाल शक्ति पुरस्कार (पहले राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के रूप में जाना जाता था)।
- बाल कल्याण पुरस्कार [व्यक्तिगत एवं संस्थान] (पहले राष्ट्रीय बाल कल्याण पुरस्कार के रूप में जाना जाता था)।
- वर्ष 2022 से बाल कल्याण पुरस्कार (व्यक्तिगत और संस्थागत दोनों) को बंद कर दिया गया है और बाल शक्ति पुरस्कार को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के अंतर्गत शामिल कर दिया गया है।
- ये पुरस्कार निम्नलिखित श्रेणियों में दिये गए:
- अर्हता:
- एक बच्चा जो भारतीय नागरिक है और भारत का निवासी है।
- यह पुरस्कार 5 से 18 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों को प्रदान किया जाता है।
- किया गया कार्य/घटना/उपलब्धि की समय-सीमा वेबसाइट पर आवेदन/नामांकन की प्राप्ति की अंतिम तिथि से 2 वर्ष के अंतर्गत होनी चाहिये।
- पुरस्कार प्राप्तकर्त्ताओं की संख्या:
- पुरस्कार प्राप्तकर्त्ताओं की अधिकतम संख्या 25 होती है, हालाँकि राष्ट्रीय चयन समिति के विवेक पर इस अधिकतम संख्या में किसी भी छूट की अनुमति दी जा सकती है।
राष्ट्रपति ने कही ये बातें
इस दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शैक्षिक और व्यक्तिगत विकास के लिए बच्चों द्वारा प्रौद्योगिकी के उपयोग की सराहना करते हुए ‘डीप-फेक’, वित्तीय धोखाधड़ी और बाल शोषण जैसी चिंताओं का जिक्र किया और इसके दुरुपयोग के प्रति आगाह किया। मुर्मू ने कहा, ‘‘सोशल मीडिया, संचार और जागरूकता के लिए शक्तिशाली उपकरण है, लेकिन इसका दुरुपयोग अफवाहें फैलाने के लिए भी किया जाता है। इसलिए, सतर्क रहना और ऐसी गतिविधियों से बचना जरूरी है क्योंकि एक गलत कदम आपके भविष्य को खतरे में डाल सकता है।
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