स्वाथ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा वर्ष 2027 तक फाइलेरिया उन्मूलन का रखा गया लक्ष्य: डॉ भूपेंद्र त्रिपाठी

स्वाथ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा वर्ष 2027 तक फाइलेरिया उन्मूलन का रखा गया लक्ष्य: डॉ भूपेंद्र त्रिपाठी

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जिले के उचकागांव प्रखंड अंतर्गत साखे खास गांव के स्कूल और एचडब्ल्यूसी का भ्रमण कर मुखिया से ली गई एमडीए अभियान की जानकारी:

जिले में 1377365 लोगों द्वारा दवा खाने के साथ ही तेज हुई एमडीए अभियान, दवा सेवन के प्रति लोगों में दिख रहा है उत्साह: डॉ सुषमा शरण

श्रीनारद मीडिया, गोपालगंज,  (बिहार):


फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर जिले में विगत 10 फरवरी से सघन एमडीए अभियान चलाया जा रहा है। जिसको हर हाल में निर्धारित समयावधि के अंदर लक्षित आबादी को दवा का सेवन सुनिश्चित कराने के लिए अभियान की गति तेज कर दी गई है। जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ सुषमा शरण ने कहा कि जिले में अभी तक 13 लाख 77 हजार 365 लोगों को फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन कराया जा चुका है।

जिसका मूल्यांकन और अनुश्रवण को लेकर बिल मिरिंडा एंड गेट्स फाउंडेशन (बीएमजीएफ) दिल्ली की टीम ने गोपालगंज जिले के उचकागांव प्रखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर जायजा लिया है। वहीं बिल मिरिंडा एंड गेट्स फाउंडेशन दिल्ली के संक्रामक रोग विभाग के उप निदेशक डॉ भूपेंद्र त्रिपाठी ने गोपालगंज सदर अस्पताल परिसर स्थित सभागार में प्रभारी सिविल सर्जन सह एसीएमओ डॉ केके मिश्रा और जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ सुषमा शरण से जिले में चल रहे एमडीए अभियान से संबंधित समीक्षा बैठक कर जानकारी लेने के बाद कहा कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा वर्ष 2027 तक फाइलेरिया उन्मूलन का लक्ष्य रखा गया है।

क्योंकि विश्व के 72 देशों में 85.9 करोड़ आबादी फाइलेरिया से प्रभावित है तो वही बिहार के सभी जिले भी प्रभावित है। जिस कारण पूरे विश्व में लगभग 200 करोड़ रुपये की आर्थिक क्षति होती है।

इस अवसर पर पीरामल स्वास्थ्य के राज्य प्रतिनिधि विकास सिन्हा, डीपीएम धीरेंद्र कुमार, डीवीबीडीसी अमित कुमार और वीडीसीओ प्रशांत कुमार डब्ल्यूएचओ की क्षेत्रीय सलाहकार डॉ माधुरी देवाराजु, पीरामल स्वास्थ्य के आरएम हरिशंकर कुमार, डीएल विंध्यवासिनी राय, डीपीओ आनंद कश्यप, सीएफएआर की डीसी रानी कुमारी सहित कई अन्य अधिकारी और कर्मी उपस्थित थे।

 

भूखे पेट किसी भी कीमत पर फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन नहीं करें: डॉ सुषमा शरण
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ सुषमा शरण ने कहा कि जिले में विगत 10 फरवरी से एमडीए अभियान चल रहा है। जिसको लेकर दवा सेवन के प्रति अब लोग खुद आने लगे हैं, जो अभियान में शामिल पूरी टीम की मेहनत और सामुदायिक स्तर आई साकारात्मक जागरूकता का परिणाम है। हालांकि जिलेवासियों से यह अपील कर कहा कि भूखे पेट किसी भी कीमत पर फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन नहीं करना है। लेकिन जब भी कोई दवा का सेवन करे आवश्यकतानुसार कम से कम 20 मिनट तक मेडिकल टीम की निगरानी में रहें। साथ ही अपने परिवार और समाज के लोगों को भी दवा सेवन के लिए प्रेरित करें। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि गर्भवती और दो वर्ष से छोटे बच्चे के अलावा गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति को छोड़ कर शेष सभी लोगों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा गठित टीम के सामने लोगों को दवा सेवन कराई जा रही है। इस दौरान लोगों को फाइलेरिया के कारण, लक्षण और इससे बचाव की भी जानकारी देकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है।

 

जिले के उचकागांव प्रखंड अंतर्गत साखे खास गांव के स्कूल और एचडब्ल्यूसी का भ्रमण कर मुखिया से ली गई एमडीए अभियान की जानकारी: डॉ भूपेंद्र त्रिपाठी
बीएमजीएफ दिल्ली के संक्रामक रोग विभाग के उपनिदेशक डॉ भूपेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि गोपालगंज जिले के उचकागांव प्रखंड अंतर्गत साखे खास गांव स्थित प्राथमिक कन्या विद्यालय के प्रधानाध्यापक मनीषा देवी से स्कूल में खिलाई गई दवा सेवन को लेकर बातचीत कर जानकारी ली गई। वही हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर प्रतिनियुक्ति सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) आशीष कुमार से पोषक क्षेत्रों में आशा कार्यकर्ताओं द्वारा खिलाए जा रहे फाइलेरिया रोधी दवाओ के सेवन से संबंधित विस्तार पूर्वक जानकारी लेने के बाद स्थानीय पंचायत के मुखिया आरती देवी से एमडीए अभियान में बढ़ चढ़ कर कार्य करने को लेकर बातचीत कर सहयोग करने के लिए अपील किया गया। क्योंकि एमडीए अभियान में जनप्रतिनिधियों का सहयोग भरपूर मिल रहा है। हालांकि एमडीए अभियान को हर हाल में शत प्रतिशत सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम मुस्तैदी के साथ अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रही है। सबसे अहम बात यह है कि एक भी व्यक्ति दवा सेवन से वंचित नहीं रहे, इसे सुनिश्चित करने के लिए एक- एक व्यक्ति को चिन्हित कर दवा का सेवन कराया जाना चाहिए।

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