विश्वभर में मनाया जा रहा ‘वन्यजीव दिवस,क्यों?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
आज यानी 3 मार्च को हर साल दुनिया भर में ‘विश्व वन्यजीव दिवस'(World Wildlife Day) के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वन्यजीव संरक्षण प्रयासों का समर्थन करने में सबसे आगे रहने वालों की सराहना की। बता दें कि हर साल इस दिन, लोगों के जीवन और ग्रह पर वन्यजीवों की अनूठी भूमिकाओं और योगदान को मान्यता दी जाती है।
पीएम मोदी ने की इस बात की सराहना
सोशल मीडिया X (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में, पीएम मोदी ने कहा ‘विश्व वन्यजीव दिवस पर सभी वन्यजीव प्रेमियों को शुभकामनाएं। यह हमारे ग्रह पर जीवन की अविश्वसनीय विविधता का जश्न मनाने और इसकी रक्षा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दोहराने का दिन है। मैं उन सभी की भी सराहना करता हूं जो टिकाऊ प्रथाओं में सबसे आगे हैं और वन्यजीव संरक्षण प्रयासों का समर्थन कर रहे हैं।’
बता दें कि 2014 को पहला वर्ल्ड वाइल्डलाइफ डे मनाया गया था। इस दिन को मनाने का उद्देश्य दुनिया भर के जीव-जन्तुओं का संरक्षण है। इस साल का थीम ‘लोगों और ग्रह को जोड़ना: वन्यजीव संरक्षण में डिजिटल नवाचार की खोज’ है।
इस दिवस को जंगली जीवों के संरक्षण के प्रति जागरूकता लाने के लिए मनाया जाता है. विश्व वन्यजीव दिवस मनाने का मकसद ये है कि जैव विविधता को संरक्षित करने से मनुष्य को क्या लाभ हो सकता है ये बताना है. इस खास अवसर पर आइए जानें कि इस खास दिवस को मनाने की कैसे हुई शुरुआत और क्या है इसमें खास संयुक्त राष्ट्र महासभा ने घोषित किया विश्व वन्यजीव दिवस विश्व वन्यजीव दिवस के माध्यम से हर साल अलग-अलग थीम के माध्यम से लोगों में जागरुकता फैलाई जाती है.
यह थीम लुप्त हो रहे जीवों और प्राकृतिक वनस्पतियों के संरक्षण से संबंधित होती है. 20 दिसंबर 2013 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने अपने 68वें सत्र में 3 मार्च को विश्व वन्यजीव दिवस घोषित किया था. इसे थाईलैंड की ओर से विश्व के वन्यजीवों और वनस्पतियों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और मनाने के लिए प्रस्तावित किया गया था. साल 1872 में वन्य जीवों को विलुप्त होने से रोकने के लिए सबसे पहले जंगली हाथी संरक्षण अधिनियम (वाइल्ड एलीफेंट प्रिजर्वेशन एक्ट) पारित किया गया था.
दुनियाभर से लुप्त हो रहे जंगली फल-फूलों के अंतरराष्ट्रीय ट्रेड को प्रतिबंधित करने के लिए 3 मार्च 1973 को यूनाइटेड नेशंस के प्रस्ताव पर हस्ताक्षर हुए थे. इस खास दिन की याद में 20 दिसंबर 2013 को संयुक्त राष्ट्र महासभा के 63वें सत्र में तय हुआ कि हर साल 3 मार्च को वर्ल्ड वाइल्डलाइफ डे मनाया जाएगा. 3 मार्च 2014 को पहला विश्व वन्यजीव दिवस मनाया गया.
- यह भी पढ़े…………..
- पुलिस ने शराब धंधेबाज को किया गिरफ्तार
- भव्य कलश यात्रा के साथ शिवलिंग प्राण प्रतिष्ठा महायज्ञ प्रारंभ