पोषण ट्रैकर ऐप से होगी आंगनबाड़ी केंद्रों में नामांकित बच्चों की होगी वृद्धि निगरानी
पोषण ट्रैकर ऐप एवं वृद्धि निगरानी पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का हुआ समापन:
आंगनबाड़ी केंद्रों पर दी जा रही सेवाओं की होती है रियल टाइम मॉनीटरिंग:
मास्टर ट्रेनरों द्वारा दिया गया प्रशिक्षण: पीरामल स्वास्थ्य
श्रीनारद मीडिया, सीवान (बिहार):
सीवान जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों में नामांकित बच्चों व उनके विकास को लेकर समेकित बाल विकास सेवा (आईसीडीएस) निदेशालय प्रतिबद्ध है। जिसको लेकर जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों में नामांकित बच्चों की वृद्धि निगरानी पोषण ट्रैकर ऐप से करने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए जिले में आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का समापन गुरुवार को हुआ। जिसमें राज्य स्तरीय प्रशिक्षण प्राप्त कर पर्यवेक्षिकाओं ने कार्यशाला के दौरान प्रतिभागियों को विस्तार पूर्वक जानकारी दी।
आईसीडीएस की डीपीओ तारनी कुमारी ने बताया कि पोषण अभियान को जन आंदोलन का व्यापक रूप दिया जा रहा है। इस अभियान के माध्यम से 0-6 आयु वर्ग के समस्त बच्चों की वृद्धि और विकास का आंकलन कर एक सशक्त स्वास्थ्य डेटाबेस तैयार किया जा रहा है। पोषण अभियान के दौरान स्वस्थ बच्चों के परिवारों विशेषकर माताओं को बच्चों के समुचित विकास में योगदान के लिए सामाजिक तौर पर सम्मानित किया जाएगा। वहीं, जिन परिवारों के बच्चे वृद्धि और विकास के मानकों में थोड़ा पीछे रह जाएंगे, उनकी कुपोषण के विरुद्ध लड़ाई में एकजुटता और प्रतिबद्धता के साथ उन्हें चिकित्सीय मदद प्रदान की जाएगी। साथ ही, माताओं एवं परिवारों की पोषण शिक्षा के दृष्टिगत सूक्ष्म पोषक तत्वों से युक्त मौसमी और स्थानीय पोषण सामग्री के लिए प्रेरित किया जाएगा।
आंगनबाड़ी केंद्रों पर दी जा रही सेवाओं की होती है रियल टाइम मॉनीटरिंग:
आईसीडीएस की डीपीओ तारनी कुमारी ने कहा कि बच्चों के विकास और वृद्धि मानकों का डाटा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग से निरंतर साझा किया जा रहा है। सरकार द्वारा आंगनबाड़ी पर प्राप्त सेवाओं को पारदर्शी बनाने का प्रयास किया जा रहा है। जिसमें पोषण ट्रैकर एप की महत्वपूर्ण भूमिका है। क्योंकि इसके माध्यम से आंगनबाड़ी केंद्रों पर दी जा रही सभी सेवाओं की रियल टाइम मॉनिटरिंग की जाती है। लेकिन, अब सरकार के दिशा निर्देश पर आईसीडीएस द्वारा नामांकित बच्चों की विकास और स्वास्थ्य की निगरानी (वृद्धि निगरानी) पोषण ट्रैकर के माध्यम से की जानी है। इस प्रशिक्षण का प्रमुख उद्देश्य भी वृद्धि निगरानी एवं पोषण ट्रैकर पर मास्टर ट्रेनर तैयार किया जाना है। जो अपने परियोजना क्षेत्र में स्थित आंगनबाड़ी केंद्रों की सेविकाओं को ट्रैकर के माध्यम से वृद्धि निगरानी के संबंध में बताएंगी।
मास्टर ट्रेनरों द्वारा दिया गया प्रशिक्षण: पीरामल स्वास्थ्य
पीरामल स्वास्थ्य के जिला प्रतिनिधि कुंदन कुमार
ने कहा कि राज्य स्तरीय प्रशिक्षण के लिए जिले की आठ महिला पर्यवेक्षिका का चयन किया गया था। जिनमें पहले दिन आंदर, बड़हरिया, बसंतपुर, भगवानपुर हाट, दरौली, दरौंदा, गोरेयाकोठी, गुठनी की पर्यवेक्षिकाओं को प्रशिक्षित किया गया। वहीं, कार्यशाला के अंतिम दिन हसनपुरा, हुसैनगंज, लकड़ी नवीगंज, महाराजगंज, मैरवा, नवतन व रघुनाथपुर की पर्यवेक्षिकाओं ने प्रशिक्षण में हिस्सा लिया। अब सभी पर्यवेक्षिकाएं अपने अपने क्षेत्र में आंगनबाड़ी केंद्रों की सेविकाओं को प्रशिक्षण देंगी और उन्हें पोषण ट्रैकर पर वृद्धि निगरानी की प्रविष्टि की जानकारी देंगी।
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