लवली आनंद जदयू में हुई शामिल,क्यों?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार में राजद नेता और पूर्व सांसद लवली आनंद नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू में शामिल हो गई हैं. माना जा रहा है कि लवली आनंद लोकसभा का चुनाव लड़ सकती हैं. पहले से ही अटकलें थीं कि वह जेडीयू में शामिल हो सकती हैं. एनडीए की सरकार बनने के बाद राजद के विधायक और उनके बेटे चेतन आनंद विश्वासमत के दौरान पाला बदलकर जेडीयू के खेमे में चले गए थे.
पिछले साल जेल से रिहा हुए थे आनंद मोहन
लवली आनंद बिहार के कद्दावर नेता और पूर्व सांसद आनंद मोहन की पत्नी हैं. डीएम हत्याकांड में 15 साल सजा काटने के बाद आनंद मोहन पिछले साल जेल से रिहा हुए थे. नीतीश सरकार ने जेल अधिनियम में बदलाव कर आनंद मोहन समेत 27 कैदियों को रिहा कर दिया था. उनकी रिहाई के बाद लवली आनंद ने बिहार के मुख्यमंत्री का धन्यवाद दिया था.
कौन हैं लवली आनंद?
लवली आनंद के राजनीतिक जीवन की शुरुआत उनके पति आनंद मोहन की बिहार पीपुल्स पार्टी की पहली उम्मीदवार के रूप में हुई थी. उन्होंने बिहार के पूर्व सीएम सत्येंद्र नारायण सिन्हा की पत्नी सांसद किशोरी सिन्हा को हराया था. लवली आनंद का जन्म 12 दिसंबर 1966 को वैशाली में हुआ था. 1991 में आनंद मोहन से उनकी शादी हुई थी. उनके दो बेटे और एक बेटी है.
बाहुबली आनंद मोहन की पत्नी और पूर्व सांसद लवली आनंद अपने बेटे अंशुमान आनंद के साथ सोमवार को जेडीयू में शामिल हो गईं. जदयू के प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक समारोह में जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई. जिसके बाद अब चर्चा शुरू हो गई है कि जेडीयू लवली आनंद को शिवहर से लोकसभा का टिकट दे सकती है. लवली आनंद के पति आनंद मोहन भी इस सीट से दो बार सांसद रह चुके हैं. उनके बेटे और राजद से बागी हुए चेतन आनंद भी इस संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली शिवहर विधानसभा सीट से विधायक हैं.
हम पार्टी को मजबूत करने आए हैं : लवली आनंद
जदयू की सदस्यता ग्रहण करने के बाद पूर्व सांसद लवली आनंद ने कहा कि यह सही कि वह कुछ दिन भाड़े के घर में थी. अब भाड़े के घर को छोड़कर अपने घर में आने पर बहुत अच्छा लग रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी बड़े समाजवादी नेता है. उनकी नीति और सिद्धांत से प्रभावित होकर हम आये हैं. हम पार्टी को मजबूत करने आए हैं. हमारा लक्ष्य 40 की 40 सीट जितना है.
सीएम नीतीश कुमार की नीति से हम प्रभावित : लवली आनंद
इससे पहले जहां थे वह हमें अपना नहीं समझते थे. मुझे जो भी जिम्मेदारी दी गयी उसे पूरा किया पर जब समाज पर ठाकुर का कुआं कहकर कुठाराघात किया जाता है और एक समाज को गाली देते हैं तो वह बर्दाश्त नहीं होगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी समाज के लोगों को साथ लेकर चलने की नीति है तो उससे प्रभावित होकर हम लोगों ने निर्णय लिया है कि वहीं पर जाना है.
ललन सिंह ने किया लवली आनंद का स्वागत
जदयू कार्यालय में आयोजित मिलन समारोह को संबोधित करते हुए ललन सिंह ने कहा कि लवली जी समता पार्टी के समय से ही साथ हैं. वे कुछ समय से साथ नहीं थी तो उन्हें सही रास्ते पर लाया गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति आस्था और विकास कार्यों के प्रति प्रतिबद्धता दिखाते हुए वह राजद छोड़कर जदयू पार्टी में शामिल हो गयी हैं. जदयू परिवार में वापसी पर उनका हार्दिक स्वागत है.
फ्लोर टेस्ट में एनडीए का किया था समर्थन
बता दें कि लवली आनंद और चेतन इससे पहले राष्ट्रीय जनता दल में थी. लेकिन जब बिहार विधानसभा में एनडीए की नई सरकार का फ्लोर टेस्ट हुआ तो चेतन आनंद ने सत्ता पक्ष का समर्थन किया था. वो 2020 के विधानसभा चुनाव में राजद के टिकट पर चुनाव जीत कर विधायक बने थे.
ये रहे मौजूद
लवली आनंद द्वारा जदयू की सदस्यता ग्रहण किये जाने के दौरान मौके पर ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी, प्रदेश जदयू अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा, संजय सिंह उर्फ गांधी जी सहित पार्टी के अन्य सदस्य उपस्थित थे.
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