RBI@90: भारत को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने की आवश्यकता – पीएम मोदी
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की 90वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने आम चुनाव के बाद नई सरकार बनने का भरोसा जताया। पीएम मोदी ने इस दौरान अपने तीसरे कार्यकाल का प्लान भी बताया। उन्होंने नौकरशाहों से काम की बाढ़ के लिए तैयार भी रहने को कहा। आरबीआई की 90वीं वर्षगांठ के मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने टेक्नोलॉजी से तालमेल बनाकर बैंकिंग सेक्टर को बेहतर करने की जरूरत पर भी बल दिया। पीएम मोदी ने ‘विकसित भारत’ का नारा दिया और कहा कि देश को इस मुकाम तक ले जाने में रिजर्व बैंक की भूमिका काफी अहम होने वाली है।
पीएम मोदी ने नौकरशाहों को किया सचेत
प्रधानमंत्री ने कहा कि वे लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए शपथ लेने के अगले ही दिन एक्शन मोड़ में होंगे। उन्होंने नौकरशाहों को सचेत किया कि वे आने वाली ‘काम की बाढ़’ के लिए तैयार हो जाएं। पीएम मोदी ने नई सरकार बनने का भरोसा जताते हुए कहा कि भारत को आर्थिक रूप से अधिक आत्मनिर्भर बनाने के लिए सही ढंग से काम शुरू करना होगा।
लोकसभा चुनाव को लेकर मैं 100 दिन बिजी हूं। आप के पास भरपूर समय है। आप सोच कर रखिए, क्योंकि शपथ लेने के दूसरे ही दिन धमा-धम काम आने वाला है।- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि कई नए क्षेत्र बन रहे हैं और उन क्षेत्रों के वित्तपोषण में विशेषज्ञता विकसित करने की आवश्यकता है। उन्होंने आह्वान किया कि ऐसे मुद्दों पर विचार-विमर्श होना चाहिए। प्रधानमंत्री ने 21वीं सदी में नवाचार के महत्व पर जोर देते हुए कि अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों और कार्य के लिए कर्मियों की पहचान पर भी जोर दिया।
आयोध्या पर क्या बोले पीएम मोदी?
उन्होंने बैंकरों और नियामकों से अंतरिक्ष और पर्यटन जैसे नए और पारंपरिक क्षेत्रों की जरूरतों के लिए भी तैयार रहने को कहा। पीएम मोदी ने इस दौरान अयोध्या का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में अयोध्या दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक पर्यटन केंद्र बनने जा रहा है।
साइबर सिक्योरिटी पर फोकस की जरूरत
पीएम मोदी ने कहा कि बैंकिंग सेक्टर के सामने कुछ चुनौतियां भी हैं। उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और ब्लॉकचेन जैसे टेक्नोलॉजी का भी जिक्र किया, जो बैंकिंग इंडस्ट्री का पूरा हुलिया बदल रहे हैं। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि फिनटेक जैसे इनोवेशन और डिजिटल बैंकिंग पर बढ़ती निर्भरता के बीच साइबर सिक्योरिटी पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है।
ट्विन बैलेंस शीट अब गुजारे जमाने की बात
पीएम मोदी ने कहा कि ट्विन बैलेंस शीट जैसी समस्या अब गुजारे जमाने की बात हो गई है और और बैंक लोन में 15 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज कर रहे हैं। ट्विन बैलेंस शीट समस्या का मतलब उन कंपनियों से जो निवेश से मुनाफा ना होने के चलते बैंकों का कर्ज नहीं लौट पा रही हैं।
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि आज भारत के UPI (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) को दुनियाभर में मान्यता मिल रही है। उन्होंने कहा कि देश के बैंकिंग सिस्टम का बदलाव एक केस स्टडी है। पीएम ने खासतौर पर सरकारी बैंकों के ग्रॉस नॉन-परफॉर्मिंग एसेट यानी एनपीए में कमी का जिक्र किया।
एनपीए में बड़ी कमी आने का जिक्र
पीएम मोदी ने कहा कि बैंकों का ग्रॉस एनपीए साल 2018 में लगभग 11.25 प्रतिशत था। लेकिन, यह सितंबर 2023 तक घटकर 3 प्रतिशत से कम हो गया। पीएम मोदी ने केंद्रीय बैंक की 90वीं वर्षगांठ पर स्मारक सिक्के का अनावरण भी किया। इस मौके पर आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास के साथ वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी मौजूद रहीं।
आरबीआई को लेकर शक्तिकांत दास ने कहा कि आरबीआई का विकास भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास के साथ घनिष्ठ रूप से जुड़ा हुआ है। आरबीआई बाजार अर्थव्यवस्था के लिए एक समर्थक बनने में परिवर्तित हो गया है।
हाल के वर्षों महंगाई दर में उतार-चढ़ाव की वजह से बैंकिंग सिस्टम को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा था। आज की दुनिया में तेजी से हो रहे बदलावों को देखते हुए आरबीाई लगातार उभरते रुझानों का मूल्यांकन कर रहा है और बदलते समय के साथ तालमेल बनाए रखने के लिए आवश्यक नीतिगत कदम उठा रहा है।
साइबर सिक्योरिटी पर फोकस की जरूरत
पीएम मोदी ने कहा कि बैंकिंग सेक्टर के सामने कुछ चुनौतियां भी हैं। उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और ब्लॉकचेन जैसे टेक्नोलॉजी का भी जिक्र किया, जो बैंकिंग इंडस्ट्री का पूरा हुलिया बदल रहे हैं। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि फिनटेक जैसे इनोवेशन और डिजिटल बैंकिंग पर बढ़ती निर्भरता के बीच साइबर सिक्योरिटी पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है।
ट्विन बैलेंस शीट अब गुजारे जमाने की बात
पीएम मोदी ने कहा कि ट्विन बैलेंस शीट जैसी समस्या अब गुजारे जमाने की बात हो गई है और और बैंक लोन में 15 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज कर रहे हैं। ट्विन बैलेंस शीट समस्या का मतलब उन कंपनियों से जो निवेश से मुनाफा ना होने के चलते बैंकों का कर्ज नहीं लौट पा रही हैं।
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि आज भारत के UPI (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) को दुनियाभर में मान्यता मिल रही है। उन्होंने कहा कि देश के बैंकिंग सिस्टम का बदलाव एक केस स्टडी है। पीएम ने खासतौर पर सरकारी बैंकों के ग्रॉस नॉन-परफॉर्मिंग एसेट यानी एनपीए में कमी का जिक्र किया।
एनपीए में बड़ी कमी आने का जिक्र
पीएम मोदी ने कहा कि बैंकों का ग्रॉस एनपीए साल 2018 में लगभग 11.25 प्रतिशत था। लेकिन, यह सितंबर 2023 तक घटकर 3 प्रतिशत से कम हो गया। पीएम मोदी ने केंद्रीय बैंक की 90वीं वर्षगांठ पर स्मारक सिक्के का अनावरण भी किया। इस मौके पर आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास के साथ वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी मौजूद रहीं।
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