पूर्व राज्य मंत्री छोटे लाल यादव की निधन
राजनीति गलियारों में मची हड़काम शोक की लहर
श्रीनारद मीडिया, लक्ष्मण सिंह, बाराबंकी (यूपी):
जिला बाराबंकी से पूर्व विधायक पूर्व राज्य मंत्री छोटे लाल यादव की निधन की खबर सुनकर राजनीति गलियारों में मची हड़काम शोक की लहर। प्राप्त जानकारी के अनुसार आपको बता दें छोटेलाल यादव बाराबंकी जिले में देवा कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत ग्राम गोपालपुर के रहने वाले थे। बाराबंकी जिले की सदर विधानसभा सीट से वह कई बार विधायक रहे और स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव के करीबी होने के नाते सपा सरकार में उन्होंने राज्य मंत्री पद भी संभाला।
तकरीबन एक हफ्ते पहले उनकी तबीयत अचानक काफी बिगड़ी, जिसके चलते परिजनों ने उन्हें लखनऊ के एक निजी सहारा हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती कराया था। लेकिन हालत में कोई खास सुधार नहीं हुआ और उनका निधन हो गया। छोटेलाल यादव के पार्थिव शरीर का उनके पैतृक गांव गोपालपुर में पूरे सम्मान के साथ में अंतिम संस्कार कर दिया गया।
छोटे लाल यादव को बाराबंकी की राजनीति में बड़ा कद हासिल था। स्वर्गीय बेनी प्रसाद वर्मा और राम सागर रावत के बाद वह जिले में सपा के स्तंभ माने जाते थे। छोटेलाल यादव साल 1991 में पहली बार जनता पार्टी से विधायक बने। उसके बाद साल 1993 में हुए चुनाव में वह सपा के टिकट पर चुनाव जीते। साल 1996 में वह कांग्रेस के संग्राम सिंह से चुनाव हार गए। साल 2002 में एक बार फिर छोटेलाल सपा से विधायक चुने गए, लेकिन वर्ष 2007 में वे एक बार फिर संग्राम सिंह से वह चुनाव हार गए। उसके बाद जब बेनी प्रसाद वर्मा कांग्रेस में शामिल हुए तो छोटेलाल भी उनके साथ कांग्रेस में शामिल हो गए।
वर्ष 2012 में उन्होंने कांग्रेस से सपा प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ा, लेकिन वो हार गए। उसके बाद जब स्वर्गीय बेनी प्रसाद वर्मा सपा में लौटे तो उनकी भी वापसी हो गई। लेकिन बीते विधानसभा चुनाव के दौरान सपा छोड़कर वह भाजपा में शामिल हो गये थे। भाई अंतिम संस्कार करने उनके आवास गोपालपुर देव में समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के सभी कार्यकर्ता पर नेता मौजूद रहे लोकसभा प्रत्याशी राजरानी रावत. पूर्व सांसद उपेंद्र रावत. जिला अध्यक्ष अरविंद मौर्य. समाजवादी पार्टी पूर्व मंत्री अरविंद सिंह गोप. सदर विधायक सुरेश यादव. जिला अध्यक्ष हाफिज अयाज. रामनगर विधायक फरीद महफूज की किदवाई. पार्टी के कार्यकर्ता मौजूद रहे
यह भी पढ़े
सर्वोच्च न्यायालय ने संशोधित आईटी नियमों के कार्यान्वयन पर क्यों रोक लगाई?
इंटरनेट की स्वतंत्रता से क्या मतलब है?
क्या आज भी बालिकाओं के जन्म को अभिशाप माना जाता है?
क्या आज भी बालिकाओं के जन्म को अभिशाप माना जाता है?