अंतरराष्ट्रीय साइबर फ्रॉड गिरोह का 11 अपराधी गिरफ्तार, खातों से उड़ाए गए 93 लाख रुपये कराया होल्ड
श्रीनारद मीडिया, स्टेट डेस्क:
साइबर थाने की पुलिस ने मुजफ्फरपुर, पूर्वी व पश्चिमी चंपारण जिलों में की कार्रवाई पाकिस्तान, बांग्लादेश, दुबई, सिंगापुर समेत आधा दर्जन देशों से जुड़ रहा कनेक्शन लैपटॉप, टैब, 36 सिम कार्ड , 13 मोबाइल फोन , 21 एटीएम कार्ड समेत अन्य सामान बरामदअंतरराष्ट्रीय साइबर फ्रॉड गिरोह के 11 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है. साइबर डीएसपी सीमा देवी व इंस्पेक्टर जन्मेजय राय के नेतृत्व में गठित विशेष टीम ने मुजफ्फरपुर के सिवाईपट्टी, पूर्वी चंपारण व पश्चिमी चंपारण जिले में छापेमारी करके सभी अपराधियों को गिरफ्तार किया है.
साइबर अपराधियों के द्वारा अलग- अलग खातों से उड़ाए गए 93 लाख रुपये को पुलिस ने फ्रिज कराया है. अपराधियों की पहचान पश्चिमी चंपारण जिले के मझौलिया थाना के बखरिया निवासी मुरारी कुमार व राजकुमार , बहुआरवा के नवीन कुमार , सेनुअरिया के शिवम कुमार , पूर्वी चंपारण जिले के पिपरा कोठी थाना के ढेकहां मिश्रा टोला निवासी आयुष कुमार उर्फ रुद्रा, राजेपुर थाना के काशी पकड़ी के निशांत कुमार, पकड़ीदयाल थाना के बड़का गांव के हिमांशु कुमार , मुफस्सिल थाना क्षेत्र के रूपडीह के रौशन कुमार ढेकहां के नेहाल कुमार और मुजफ्फरपुर जिला के मोतीपुर थाना के अंजना कोट के सम्मी कुमार व वर्तमान में पूर्वी पंचारण के पकड़ी दयाल में रहता है. सबसे अंतिम गिरफ्तारी सिवाईपट्टी थाना क्षेत्र के पैगम्बरपुर के रवि रौशन के रूप में किया गया है.
साइबर पुलिस ने इनके पास से एक लैपटॉप, एक टैब 13 मोबाइल फोन, 21 एटीएम कार्ड , दो इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक का कार्ड , चार अलग- अलग बैंकों का वेलकम किट, तीन चेक बुक , पांच एटीएम कैश डिपॉजिट स्लिप, ठगी के पैसे लेन- देन के हिसाब की कॉपी व उसमें लिखे हुए आनेकों खाता के धारक का नाम व उसके साथ चिपका हुआ सिम कार्ड , दो पर्स, पेन ड्राइव एक , पैसे के लेन – देन का छोटा नोटबुक, खाता संख्या लिखा हुआ दो पेपर और साइबर फ्रॉड करने में इस्तेमाल अलग- अलग कागजात बरामद किया गया है. एसएसपी राकेश कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ साइबर अपराधी सिवाईपट्टी थाना क्षेत्र स्थित एक मकान में लैपटॉप एवं मोबाइल फोन के माध्यम से साइबर फ्रॉड की वारदात को अंजाम दे रहे हैं.
सूचना के आलोक में साइबर डीएसपी सीमा देवी के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन करके छापेमारी शुरू की गयी. टीम ने सिवाईपट्टी के पैगम्बरपुर स्थित मकान में छापेमारी करके अपराधी आयुष कुमार उर्फ रूद्रा , रवि रौशन , निशांत कुमार और हिमांशु कुमार को गिरफ्तार किया. साइबर पुलिस टीम ने साइबर फ्रॉड में प्रयुक्त लैपटॉप, मोबाइल फोन, सिम कार्ड, विभिन्न बैंकों के एटीएम कार्ड , चेक बुक, वेलकम किट बरामद किया. गिरफ्तार अपराधियों के निशानदेही पर साइबर पुलिस की विशेष टीम ने मोतिहारी से अपराधी रौशन कुमार , नेहाल कुमार, सिम्मी कुमार को मोबाइल फोन, विभिन्न बैंकों के एटीएम कार्ड व सिम कार्ड के साथ गिरफ्तार किया. फिर, तीसरी रेड पश्चिमी चंपारण के मझौलिया थाना क्षेत्र में की गयी.
यहां से गिरोह के मास्टरमाइंड मुमारी कुमार , शिवम कुमार और राजकुमार को गिरफ्तार किया गया. इनके पास से एटीएम कार्ड , सिम कार्ड एवं पैसा लेन देन के हिसाब की कॉपी आदि बरामद किया गया है. — फ्रॉड की राशि में से 10 प्रतिशत कमीशन देकर सारे रुपये साइबर फ्रॉड मंगवा लेते हैं विदेश ::: पुलिस की पूछताछ में गिरफ्तार साइबर अपराधियों ने स्वीकार किया है कि फ्रॉड की गयी कुल राशि में से 10 प्रतिशत उनको कमीशन दिया जाता है. बाकी रुपये दूसरे देश जैसे बांग्लादेश, पाकिस्तान, दुबई, सिंगापुर जैसे देशों में बैठे साइबर फ्रॉड मंगवा लेते हैं. साइबर फ्रॉड करने वाला यह अंतरराष्ट्रीय गिरोह पहले अपने टारगेट को फिक्स करता है. फिर उनके मोबाइल पर कॉल करते उनको अपने जाल में फंसाता है. फिर, उनके खाते में सेंधमारी कर देता है. –
मुजफ्फरपुर में औसतन तीन लाख रुपये प्रतिदिन करता था साइबर फ्रॉड ::::: एसएसपी ने बताया कि साइबर अपराधियों के पास से बरामद पैसा लेन- देन की डायरी की जांच में एक दिन में औसतन तीन लाख रुपये साइबर फ्रॉड करने का टारगेट रखता है. डायरी की जांच में पुलिस को जानकारी मिली है कि 18 मार्च को इस गिरोह के अपराधियों ने तीन लाख रुपये का साइबर फ्रॉड कर लिया. – गैंग में नया लड़का को बहाल करने पर दिया जाता है न्यू ब्वॉय मुजफ्फरपुर का नाम::::: इस गिरोह में नया लड़का को जोड़ने के बाद उनको न्यू ब्वॉय मुजफ्फरपुर का नाम दिया जाता है. इस गिरोह में मुजफ्फरपुर जिले के सिवाईपट्टी, मीनापुर, कांटी, मोतीपुर व साहेबगंज के लड़के के अलावा पूर्वी चंपारण जिले के पकड़ीदयाल, मुफ्फस्सिल, राजेपुर , पिपराकोठी और पश्चिमी चंपारण जिले के मझौलिया थाना क्षेत्र के अधिकांश लड़के को बहाल किया गया है.
– एक सिम कार्ड से पांच लोगों को बनाते थे साइबर फ्रॉड गिरोह का शिकार:::::: साइबर थाने की पुलिस को पैसा लेन- देन की जो डायरी मिली है उसमें हर पांच टारगेट के नाम पर एक सिम कार्ड साटा हुआ है. यह सिम कार्ड मध्य प्रदेश, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, दिल्ली समेत अन्य राज्यों से जारी किया हुआ है. टारगेट के खाते से साइबर फ्रॉड की राशि निकाले जाने के बाद उस सिम कार्ड के सामने रिजेक्ट लिख देता है. — नामी कंपनी का फर्जी वेबसाइट बनाकर व नकली पुलिस बनकर करता था फ्रॉड :: साइबर फ्रॉड गिरोह के बदमाश नामी कंपनी का फर्जी वेबसाइट बनाकर, नकली पुलिस बनकर लोगों को कॉल करके अपने जाल में फंसाता था. गिरफ्तार सभी साइबर अपराधी बैंक की टाइमिंग के समय ही सक्रिय रहते थे. अपराधी लोगों ने मल्टी नेशनल कंपनी की फ्रेंचाइजी देने के नाम पर भी फ्रॉड कर लेते हैं.
गिरोह का मास्टरमाइंड मुरारी कुमार 2022 में पश्चिमी चंपारण के मझौलिया और शिवम कुमार 2023 में भोपाल से साइबर फ्रॉड के मामले में जेल जा चुका है. — पश्चिमी चंपारण का मझौलिया बिहार का बनता जा रहा जामताड़ा ::::: पश्चिमी चंपारण जिले के मझौलिया थाना क्षेत्र बिहार का जामताड़ा बनता जा रहा है. बीते दो माह में मुजफ्फरपुर साइबर थाने की पुलिस ने मझौलिया थाना क्षेत्र के अलग- अलग गांव में छापेमारी करके करीब आठ से अधिक साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. इन सभी अपराधियों का साइबर फ्रॉड गिरोह का अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन मिला है.
ये अपराधी पाकिस्तान, बांग्लादेश, दुबई समेत अन्य देशों में बैठे साइबर फ्रॉड के नेटवर्क से जुड़े हैं. उनके दिये निर्देश पर टारगेट को कॉल करके उनको ट्रैप करते हैं. फिर, उनके खाते से रुपये उड़ा लेते हैं. साइबर फ्रॉड की रुपये मंगवाने के लिए मजदूर व कम पढ़े लोगों को लालच देकर उनके नाम पर बैंक में अकाउंट खोलकर साइबर फ्रॉड के रुपये मंगवाते हैं.
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