केके पाठक ने फोड़ा ‘लेटर बम’! शिक्षा विभाग से लेकर राजभवन तक मचा हड़कंप
श्रीनारद मीडिया, स्टेट डेस्क
बिहार के शिक्षा विभाग और राजभवन के बीच विवाद और गहरा गया है। शुक्रवार को, केके पाठक, बिहार शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव, ने राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर के प्रधान सचिव राबर्ट एल. चोंग्थू को संबोधित करते हुए एक कड़ा पत्र लिखा है।
इस पत्र में, पाठक ने राज्यपाल द्वारा विश्वविद्यालयों के बैंक खातों के संचालन पर रोक लगाने के निर्णय पर सवाल उठाया है। उनका कहना है कि इस निर्णय के कारण विश्वविद्यालयों में वित्तीय कामकाज पूरी तरह से ठप हो गया है, जिससे शिक्षकों और कर्मचारियों को वेतन-पेंशन का भुगतान नहीं हो पा रहा है।
पाठक ने यह भी कहा कि राज्यपाल का यह निर्णय कानूनी रूप से गलत है और विश्वविद्यालयों की स्वायत्तता का उल्लंघन करता है। उन्होंने राज्यपाल से आग्रह किया है कि वे इस निर्णय को तुरंत वापस लें।
इस पत्र के बाद, शिक्षा विभाग और राजभवन के बीच तनाव और बढ़ गया है। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि राज्यपाल के इस निर्णय से विश्वविद्यालयों की कार्यप्रणाली पूरी तरह से चौपट हो गई है। वहीं, राजभवन के सूत्रों का कहना है कि राज्यपाल विश्वविद्यालयों में वित्तीय अनियमितताओं को लेकर गंभीर हैं और इस मामले की जांच के बाद ही अगला फैसला लिया जाएगा।
यह विवाद बिहार की शिक्षा व्यवस्था के लिए एक बड़ा झटका है। इससे हजारों शिक्षकों और कर्मचारियों को परेशानी हो रही है। उम्मीद है कि दोनों पक्ष इस विवाद को जल्द से जल्द सुलझा लेंगे ताकि विश्वविद्यालयों में सामान्य कामकाज फिर से शुरू हो सके।
यह पत्र बिहार की राजनीति में भी बवाल मचा सकता है। विपक्षी दलों ने इस मुद्दे को अपना हथियार बना लिया है और सरकार पर हमला बोलना शुरू कर दिया है। देखना यह होगा कि यह विवाद कितना बढ़ता है और इसका क्या परिणाम होता है।