Breaking

सिधवलिया की खबरें :  लोक आस्था का पर्व छठ व्रत श्रद्धाभक्ति के साथ किया गया

सिधवलिया की खबरें :  लोक आस्था का पर्व छठ व्रत श्रद्धाभक्ति के साथ किया गया

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
previous arrow
next arrow

श्रीनारद मीडिया, सिधवलिया, गोपालगंज (बिहार):

लोक आस्था का पर्व छठ व्रत श्रद्धाभक्ति के साथ   किया गया। इस दौरान रविवार को डूबते हुए सूर्य का अर्घ नदी घाटों ,पोखर,तलाबों पर खड़े होकर श्रद्धालुओं ने खड़े होकर अर्पित किए। वहीं सोमवार को उगते सूर्य के अर्घ के बाद छठ महापर्व संपन्न होगा। छठ को लेकर श्रद्धालु भक्तो में उत्साह देखा गया।छठ पर्व को लेकर श्रद्धालुओं का 36 घंटे का उपवास शनिवार से प्रारंभ हो गया है जो सोमवार को खत्म होगा।

 

संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर की जयंती मनाई गई

श्रीनारद मीडिया, सिधवलिया, गोपालगंज (बिहार):
सरकारी विद्यालय में अवकाश के बावजूद भी संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर की जयंती मनाई गई ।वही कुछ प्राइवेट स्कूलों में भी जयंती समारोह मनाई गई।इस दौरान बुचेया,सिधवलिया सहित अन्य स्कूलों में अंबेडकर के चित्र पर माल्यार्पण भी किया गया और उनके व्यक्तित्व कृतित्व पर चर्चा की गई तथा उनके बताए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया गया।जयंती समारोह में स्कूल के शिक्षक शिक्षिका उपस्थित थे।

 

वारंटी   गिरफ्तार

श्रीनारद मीडिया, सिधवलिया, गोपालगंज (बिहार):

सिधवलिया पुलिस ने थाना क्षेत्र के रामपुर गांव से एक वारंटी को गिरफ्तार किया l गिरफ्तार वारंटी का नाम अलखदेव मिश्र है । जिसे पुलिस ने गिरफ्तार का रविवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

यह भी पढ़े

बेतिया पुलिस ने 15000 के इनामी अपराधकर्मी को गिरफ्तार किया

आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर जिला परिषद शिक्षक के विरुद्ध दर्ज हुई प्राथमिकी!

बिहार में गिरफ्तार साइबर अपराधियों का पाकिस्तानी कनेक्शन आया सामने, सुरक्षा एजेंसियों को मिली चौंकाने वाली जानकारी

बाबा साहब की जयंती पर निकला भव्‍य शोभा यात्रा 

अमनौर सामुदायिक स्वास्थ केंद्र में बाबा साहब की जयंती मनायी गयी

मशरक  की खबरें :  धूमधाम से मनाई बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती

डॉ. भीमराव अम्बेडकर अक्षुण्ण भारतीय संस्कृति के चिंतक हैं-प्रो. संजय श्रीवास्तव

भारत और चीन के बीच सीमा विवाद निपटान तंत्र क्या है?

एक ऐसे कथावाचक जिनके पास पत्नी के अस्थि विसर्जन तक के लिए पैसे नहीं थे …तब मंगलसूत्र बेचने की बात की थी।

 

 

Leave a Reply

error: Content is protected !!