सोनपुर स्थित एएनएम स्कूल की 58 छात्राओं को व्यावहारिक प्रशिक्षण के लिए दिलायी गयी शपथ, सदर अस्पताल में करेंगी मरीजों की सेवा:
नर्सिंग की पढ़ाई करने के बाद कुछ लोग नौकरी पेशा से जुड़ कर मरीज़ों की करते हैं सेवा: सिविल सर्जन
छात्र नर्स के रूप में अस्पताल प्रबंधन को सहयोग करने की होती हैं जिम्मेदारी: उपाधीक्षक
एएनएम स्कूल की 58 छात्राओं को व्यावहारिक प्रशिक्षण के लिए किया गया तैयार: प्राचार्या
श्रीनारद मीडिया, छपरा, (बिहार):
नर्सिंग एक ऐसा क्षेत्र है जो सीधे इंसानियत की सेवा से जुड़ा हुआ होता है। हर तरह के मरीज़ों की सेवा करना ईश्वर की सेवा करने के बराबर होता है। चाहे वह किसी भी जाति या धर्म का हो लेकिन उसका इलाज व सेवा निः स्वार्थ भाव के साथ करना पड़ता है। उक्त बातें सिविल सर्जन डॉ सागर दुलाल सिन्हा ने सोनपुर स्थित एएनएम स्कूल के सभागार में आयोजित 58 छात्राओं को प्रथम वर्ष की पढ़ाई के बाद व्यावहारिक प्रशिक्षण लेने से पहले शपथ ग्रहण समारोह के दौरान कही। वही उन्होंने उपस्थित सभी एएनएम सहित अन्य से कहा कि नर्सिंग की पढ़ाई करने के बाद बहुत से लोग नौकरी पेशा से जुड़ कर अपनी सेवा देते है तो कुछ लोग सामाजिक स्तर पर जुड़ कर ग़रीब, असहाय मरीज़ों की सेवा करते है। हालांकि जिले के सोनपुर अनुमंडल मुख्यालय स्थित एएनएम स्कूल में वर्ष 2023- 25 की छात्राओं की प्रथम वर्ष की पढ़ाई करने के बाद व्यावहारिक प्रशिक्षण के लिए तैयार किया गया है। लेकिन इससे पहले उनलोगों को शपथ दिलायी जाती है ताकि वह मरीज़ों की सेवा पूरी लगन के साथ करें।
कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन सिविल सर्जन डॉ सागर दुलाल सिन्हा, एसडीएच सोनपुर की उपाधीक्षक डॉ पूनम कुमारी और एएनएम स्कूल की प्राचार्या भैरवी के द्वारा संयुक्त रूप से फीता काटने के बाद दीप प्रज्ज्वलित और फ्लोरेंस नाइटिंगेल की तैलचित्र पर पुष्प अर्पित किया गया। अनुमंडलीय अस्पताल सोनपुर के अस्पताल प्रबंधक मृत्युंजय कुमार पांडेय, जीएनएम पूनम कुमारी, नर्सिंग ट्यूटर रूपेश कुमार, मरीना विलियम, जुली कुमारी और श्वेता सौरभ सहित कई अन्य अधिकारी और कर्मी उपस्थित थे।
छात्र नर्स के रूप में अस्पताल प्रबंधन को सहयोग करने की होती हैं जिम्मेदारी: उपाधीक्षक
अनुमंडलीय अस्पताल सोनपुर की उपाधीक्षक सह प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ पूनम कुमारी ने बताया कि सोनपुर स्थित एएनएम स्कूल की 58 छात्राओं को प्रथम वर्ष की पढ़ाई के बाद व्यावहारिक प्रशिक्षण लेने से पहले एक शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन कर यह शपथ दिलायी जाती है, कि हर तरह के मरीज़ों की निःस्वार्थ भाव से सेवा करना उनका पहला कर्तव्य होता है। छात्र नर्सों की स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में एक अद्वितीय भूमिका होती है। इन सभी छात्राओं को अनुमंडलीय अस्पताल में व्यावहारिक प्रशिक्षण के लिए भेजा जाएगा, ताकि वह अस्पताल के विभिन्न विभागों में जाकर चिकिसको के साथ मिलकर मरीज़ों का उपचार में सहयोग करते हुए बेहतर स्वस्थ की कामना करें।
एएनएम स्कूल की 58 छात्राओं को व्यावहारिक प्रशिक्षण के लिए किया गया तैयार: प्राचार्या
एएनएम स्कूल की प्राचार्या भैरवी ने बताया वर्ष 2023- 25 बैच की 58 छात्राओं को प्रथम वर्ष की पढ़ाई के बाद शपथ दिलायी गयी है। लेकिन अब अनुमंडलीय अस्पताल सोनपुर के मरीजों की सेवा और चिकित्सकों को सहयोग करने की अहम भूमिका होती है। जिसे आपलोग मानवता के साथ उसका बखूबी के साथ निर्वहन करेंगी। चाहे वह किसी भी बिषम परिस्थितियों में क्यों नही हो लेकिन उनका पहला काम मरीज़ों की सेवा करना ही होता हैं। क्योंकि वह किसी की बेटी या बहन हो सभी लोग सिस्टर के नाम से ही जानते है। यही एक ऐसा पेशा है जहां निः स्वार्थ भाव से बगैर किसी भेदभाव के दिन रात मरीज़ों की सेवा करना पड़ता है।
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