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मेरा मुकाबला भाजपा से है, माधवी लता से नहीं- असदुद्दीन ओवैसी - श्रीनारद मीडिया

मेरा मुकाबला भाजपा से है, माधवी लता से नहीं- असदुद्दीन ओवैसी

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

मेरा मुकाबला भाजपा से है, कांग्रेस से है उनकी विचारधारा से है और यही जम्हूरियत की खूबी है. कोई भी मुझे चुनौती दे सकता है. जहां तक बात चुनौती और आत्मविश्वास की है, तो मैं समझ रहा हूं कोई चुनौती नहीं है. मैं चुनाव को गंभीरता से लेता हूं. 1996 में जब वैंकेया नायडू चुनाव मैदान में थे, तो कहा जा रहा था कि अब मुश्किल होगा,

लेकिन अल्लाह ने मुझे जीत दिलाई. यह बातें एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने एएनआई न्यूज न्यूज एजेंसी के पोडकास्ट में कही है. उन्होंने पोडकास्ट में कहा कि हैदराबाद में हमने जो काम किया है खासकर कोविड के दौरान वे मुझे हैदराबाद में जीत दिलाएंगे इसका मुझे भरोसा है. ओवैसी ने कहा कि चुनाव परिणाम आने के बाद सारी बातें स्पष्ट हो जाएगी.

ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए कहा कि क्या एक प्रधानमंत्री को यह शोभा देता है कि वे ये कहें कि हिंदू महिलाओं के गले से मंगलसूत्र छीनकर मुसलमानों को देने की साजिश की जा रही है. उन्होंने आरक्षण के मुद्दे पर भी पीएम मोदी द्वारा दिए गए बयान की भी निंदा की. उन्होंने कहा कि मस्जिद की तरफ सांकेतिक तीर बनाने का काम करके बीजेपी नेता ने खुद का पर्दाफाश किया है. माधवीलता के बारे में ओवैसी ने कहा कि वे नई-नई आई हैं, उन्हें जानकारी नहीं हैं. वे गलत बातें कह रही हैं.

हैदराबाद की लोकसभा सीट को ओवैसी परिवार का गढ़ माना जाता है। वर्ष 1984 से ओवैसी परिवार इस सीट को जीतते आ रहा है। असदुद्दीन के पिता सुल्तान सलाहुद्दीन हैदराबाद से 20 साल तक सांसद रहे और इसके बाद से असदुद्दीन यहां से अब तक सांसद हैं।

BJP ने हिंदुत्ववादी लता को मैदान में उतारा

ओवैसी को कड़ी टक्कर देने के लिए भाजपा ने भी बड़ा कदम उठाया है। भाजपा ने हैदराबाद से हिंदुत्ववादी चेहरे माधवी लता को मैदान में उतारा है। माधवी लता हमेशा से हिंदुत्व समर्थित बयानों को लेकर चर्चा में रही हैं। माधवी पेशे से एक डॉक्टर हैं और विरिंची नामक अस्पताल चलाती हैं।

भाजपा के इस प्रत्याशी की पीएम मोदी भी तारीफ कर चुके हैं। तीन तलाक से लेकर मुस्लिम महिलाओं की कई समस्याओं को लता ने उठाने का काम किया है।

वीडियो से मचा बवाल

माधवी लता के एक वीडियो पर फिलहाल बवाल भी मचा है। इसमें माधवी हवा में तीर चलाने का इशारा करती हैं। ओवैसी ने इस पर आरोप लगाया कि वो मस्जिद की ओर इशारा कर रही थीं। वीडियो वायरल होने के बाद माधवी ने सफाई दी और कहा कि ऐसा कुछ नहीं है और ये वीडियो अधूरी है।

ओवैसी और माधवी के पास कितनी दौलत?

माधवी लता ने अपने परिवार की चल और अचल संपत्ति 218.28 करोड़ रुपये घोषित की. लता के परिवार पर 27 करोड़ रुपये की देनदारी है. भाजपा उम्मीदवार के परिवार के पास विरिंची लिमिटेड में 94.44 करोड़ रुपये की कीमत के 2.94 करोड़ शेयर हैं. ओवैसी की घोषित पारिवारिक संपत्ति ₹23.87 करोड़ है. माधवी लता हैदराबाद से सबसे अमीर उम्मीदवारों में से एक बनकर उभरी हैं.

आसान नहीं होगा मुकाबला

माधवी लता के लिए यह बिल्कुल भी आसान मुकाबला नहीं होने वाला है क्योंकि उनके मुख्य प्रतिद्वंद्वी असदुद्दीन औवेसी पिछले चुनावों में हैदराबाद में भारी अंतर से जीतते रहे हैं. 2019 के चुनाव में ओवैसी ने यह सीट करीब तीन लाख वोटों के अंतर से जीती थी जबकि 2014 में 2.5 लाख के करीब जीत का अंतर था.

माधवी लता ने यह बयान दिया था कि पुराने हैदराबाद में विकास नहीं हुआ है. माधवीलता यह दावा कर रही हैं कि वे ओवैसी को एक लाख से अधिक मतों से हराएंगी. वे काफी आत्मविश्वास में है. ओवैसी ने कहा कि वे पिछले पांच महीने से उन्हें फाॅलो कर रहे हैं. वे कुछ दिनों से मुस्लिम महिलाओं की हितैषी बनकर दिखा रही हैं, वे उन्हें नकाब ना पहनने की सलाह दे रही हैं. जहां तक बोगस वोटिंग की बात है, तो ये संभव नहीं है. सब जगह कैमरा लगा होता है.

कांग्रेस लगा सकती है ओवैसी के वोटबैंक में सेंध

हालांकि, कांग्रेस द्वारा एक मुस्लिम उम्मीदवार को मैदान में उतारने से ओवैसी के वोटों में कटौती हो सकती है और भाजपा को फायदा पहुंच सकता है. 2011 की जनगणना के अनुसार, हैदराबाद में 64.9 प्रतिशत हिंदू, 30.1 प्रतिशत मुस्लिम, 2.8 प्रतिशत ईसाई, 0.3 प्रतिशत जैन, 0.3 प्रतिशत सिख और 0.1 प्रतिशत बौद्ध हैं.

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