चार जून को कइयों को मिर्गी आएगी, चटाचट चटाचट-जीतन राम मांझी
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण में 1 जून को मतदान होना है और चार जून को नतीजे सबके सामने आ जाएंगे। इस बीच नतीजों को लेकर राजनीतिक दलों की ओर से दावे और बयानबाजी की जा रही है। इसी कड़ी में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने आरजेडी नेता तेजस्वी यादव को उन्हीं के स्टाइल में जवाब देते हुए पलटवार किया है। मंगलवार को मांझी ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट शेयर किया है।
एक्स पर जीतन राम मांझी की ओर से शेयर किए गए पोस्ट में लिखा गया है कि 4 जून को Indi वालों के आंसू गिरेंगें… धका धकऽऽ धका धकऽऽऽ धका धकऽऽ, EVM पर आरोप लगेगा, फटा फटऽऽ फटा फटऽऽ फटा पटऽऽ, कईयों को मिर्गी आएगी, चटा चटऽऽ चटा चटऽऽ चटा चटऽऽ।
गौरतलब है कि तेजस्वी यादव इन दिनों ताबड़तोड़ चुनावी सभाएं कर रहे हैं। अपनी सभाओं के दौरान तेजस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी पर जमकर हमला भी बोल रहे हैं। कुछ दिन पहले एक उन्होंने कहा था कि “माहौल है एकदम टनाटन टनाटन टनाटन, एक करोड़ नौकरियां मिलेंगी फटाफट फटाफट फटाफट, महिलाओं को एक लाख मिलेगा खटाखट खटाखट खटाखट, बीजेपी हो गई सफाचट सफाचट सफाचट, इंडिया गठबंधन पर वोट पड़ रहा ठकाठक ठकाठक। बता दें कि सातवें और अंतिम चरण में बिहार की आठ सीटों पर एक जून मतदान होगा। जिन सीटों पर चुनाव होना है, उनमें नालंदा, पटना साहिब, पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर, सासाराम, काराकाट और जहानाबाद शामिल है।
पूर्व डिप्टी सीएम और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर बड़ा दावा किया है। तेजस्वी ने कहा कि उनके चाचा यानी सीएम नीतीश 4 जून के बाद कोई भी बड़ा फैसला ले सकते हैं। नीतीश अपनी पार्टी बचाने और पिछड़ों की राजनीति के लिए कोई भी कदम उठा सकते हैं। तेजस्वी के इस बयान के बाद बिहार में सियासी हलचल तेज हो गई है। उनके दावे से बिहार में सत्ता परिवर्तन की सुगबुगाहट भी बढ़ने लगी है, हालांकि, सीएम नीतीश कुमार कई बार कह चुके हैं कि वह बीजेपी का साथ छोड़कर कहीं नहीं जाने वाले हैं।
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पटना में मीडिया से बातचीत के दौरान मंगलवार को बड़ा दावा किया। तेजस्वी से पत्रकारों ने पूछा कि क्या नीतीश उनके साथ आएंगे? इस पर उन्होंने जवाब दिया कि 4 जून तक इंतजार कीजिए। जब सीएम नीतीश कुमार कोई बड़ा फैसला लेंगे, तब देखेंगे।
बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने इसी साल लोकसभा चुनाव से पहले आरजेडी का साथ छोड़कर एनडीए में वापसी की थी। इसके बाद उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ कई रैलियां कीं। इन सभाओं में नीतीश कुमार ने पीएम मोदी को भरोसा दिलाया कि वह बीच में दो बार भटक गए थे, अब बीजेपी का साथ छोड़कर कहीं नहीं जाएंगे।
वहीं, दूसरी ओर इंडिया गठबंधन के कर्ता-धर्ता रहे नीतीश कुमार के जाने के बाद भी तेजस्वी ने उनके लिए आरजेडी के दरवाजे खुले रखे। तेजस्वी अक्सर अपने बयानों में कहते हैं कि उनके चाचा नीतीश कुमार अभिभावक जैसे हैं। वह पहले भी उनका सम्मान करते थे और आगे भी करते रहेंगे। पिछले दिनों पटना में पीएम नरेंद्र मोदी के रोड शो के दौरान सीएम नीतीश द्वारा बीजेपी का सिंबल थामे जाने पर भी तेजस्वी ने कहा था कि बीजेपी ने मुख्यमंत्री को हाइजैक कर लिया है।
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