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दो दोस्तों ने खड़ी कर दी 700 लोगों की टीम, बिहार और दिल्ली में है सक्रिय

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ब्लड की जरूरत पड़ने पर लेते हैं क्वीक रिस्पांस

श्रीनारद मीडिया, स्‍टेट डेस्‍क:

कहा जाता है कि  व्यक्ति चाह ले तो क्या नहीं कर सकता है. एक व्यक्ति का दूसरे व्यक्ति के सुख-दुख में साथ देना ही मानव जीवन का मूल उद्देश्य है. खासकर तब, जब व्यक्ति को विपत्ति के समय में सख्त जरूरत हो. कई बार अस्पताल के चक्कर काटने पर आपको महसूस हुआ होगा कि ब्लड की व्यवस्था करना बहुत मुश्किल काम है. प्रत्येक दिन ऐसे कई लोग दिखेंगे, जिन्हें ब्लड की जरूरत होती है और उन्हें उपलब्ध नहीं हो पाता है. लेकिन, इन परेशानियों को खत्म करने के लिए मधुबनी के एक युवा ने जो कुछ सोचा वो काबिले तारिफ है.

वर्ष 2016 के दौरान विक्की मंडल अपने एक साथी रविंद्र जायसवाल के साथ रक्तदान के लिए लोगों में जागरूकता फैलाना शुरू किया. उसी दौरान एक संगठन की नींव रखी और अब इस संगठन से 700 लाेग जुड़े हुए हैं. इस संगठन को ढेरों सम्मान मिल चुका है.गांव के नाम पर ही रखा अयाची नगर युवा संगठन विक्की मंडल ने जिस संगठन की शुरूआत की, उसका नाम अयाची नगर युवा संगठन रखा.

 

फिलहाल इस संगठन से 700 लोग जुड़े हुए हैं, जो जरूरतमंद लोगों को डॉक्टर की प्रिस्क्रिप्शन पर ब्लड उपलब्ध कराते हैं. वहीं कैंप लगाकर ब्लड डोनेट कराते हैं और उसे ब्लड बैंक में जमा कराते हैं. इस संगठन को देश के विभिन्न जगहों पर कई बार अलग-अलग पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है. विक्की मंडल ने बताया कि इस संगठन की शुरुआत मधुबनी जिले के पंडौल प्रखंड स्थित सरसीब पाही गांव में दोस्त के साथ मिलकर 2016 में शुरू किया था. विक्की ने बताया कि गांव का नाम अयाची है, इसलिए इसी नाम पर अयाची नगर युवा संगठन रखा.

 

2020 में आए भीषण इमरजेंसी (कोविड) के दौरान भी टीम काफी सक्रिय रही और जगह-जगह लोगों को रक्त के अलावा मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराया था.500 से अधिक लोगों की कर चुके हैं मदद संगठन के फाउंडर विक्की मंडल ने बताया कि 500 से अधिक लोगों को फिलहाल ब्लड उपलब्ध करा चुके हैं और कोशिश अनवरत जारी है. आने वाले दिनों में अधिक लोगों की मदद करने के लिए तैयार हैं. इस समूह में अधिकतर युवा हैं, जो समय अवधि के दौरान नियमित रूप से रक्तदान करते रहते हैं. विक्की ने बताया कि खुद 18 बार रक्तदान कर चुके हैं.

 

उन्होंने बताया कि रक्तदान करने वाले व्यक्ति को घबराने की जगह खुशी महसूस करनी चाहिए, क्योंकि वो किसी और की मदद कर रहे हैं. लोगों के मन में जो गलत अवधारणा घर कर गया है उसे दरकिनार करने की जरूरत है. रक्तदान करने से व्यक्ति बेहतर तरीके से स्वास्थ्य लाभ ले पाता है. सामाजिक सरोकार से जुड़े कार्य के लिए हो चुके हैं सम्मानित विक्की और उनकी टीम को इस सामाजिक सरोकार से जुड़े कार्य के लिए देश के अलग-अलग जगहों पर कई बार सम्मानित किया जा चुका है.

 

जिसमें युवा गौरव पुरस्कार, प्रतिभा सम्मान पुरस्कार, यंग हीरोज सहित तमाम सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है. विक्की ने बताया कि डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन पर हमारी टीम अतिशीघ्र ब्लड मुहैया करा देती है. फिलहाल हमलोग बिहार में पूरी तरह सक्रिय हैं. वहीं देश की राजधानी दिल्ली में भी इस संगठन से जुड़े साथी लोगों की मदद कर रहे हैं.

 

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