जिले के आकांक्षी प्रखंड आंदर में छः प्रकार के संकेतकों की परिपूर्णता अर्जित करने को लेकर कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ
समय सीमा से पहले ही हम लोगों को इस लक्ष्य को प्राप्त करना होगा: डीडीसी
संपूर्णता अभियान में मुख्य रूप से छः मापदंडों पर कार्य करने की जरूरत: नीति आयोग
सभी विभागों के अधिकारियों द्वारा कार्यों को नियमित रूप से डाटा अपलोड करना जरूरी: बीडीओ
श्रीनारद मीडिया, सिवान, (बिहार):
देश के आकांक्षी जिले और प्रखंडों में मुख्य रूप से छः प्रकार के संकेतकों की परिपूर्णता अर्जित करने के उद्देश्य से आंदर प्रखंड मुख्यालय के सभागार में एक दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसका विधिवत उद्घाटन डीडीसी मुकेश कुमार, नीति आयोग के सलाहकार विजय शंकर, जिला योजना पदाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह, प्रखंड प्रमुख राधा देवी, प्रखंड विकास पदाधिकारी कुमार कुणाल सहित कई अन्य के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर पीरामल स्वास्थ्य के जिला प्रतिनिधि कुंदन कुमार और कार्यक्रम प्रमुख आनंद सिन्हा के अलावा स्वास्थ्य विभाग, पंचायती राज विभाग, शिक्षा विभाग, आईसीडीएस, कृषि, जीविका से जुड़े अधिकारी और कर्मी उपस्थित थे।
समय सीमा से पहले ही हम लोगों को इस लक्ष्य को प्राप्त करना होगा: डीडीसी
जिला उपविकास आयुक्त मुकेश कुमार ने कहा कि संपूर्णता अभियान के तहत नीति आयोग का छः मानक जिसमें स्वास्थ्य विभाग से तीन सूचक प्रसव पूर्व देखभाल, मधुमेह और उच्च रक्तचाप, बाल विकास परियोजना से एक सूचक गर्भवती महिला का पोषण सुनिश्चित करना, जीविका से एक सूचक शत प्रतिशत स्व सहायता समूह (एसएचजी) ग्रुप को ऋण उपलब्ध करना तथा कृषि विभाग से एक सूचक मिट्टी परीक्षण सह सॉयल कार्ड बनाने में शत प्रतिशत कराने को लेकर जुलाई 2024 से सितंबर 2024 तक शत प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करना है। हालांकि समय सीमा से पहले ही हम लोगों को इस लक्ष्य को प्राप्त करना है। जिसमें सभी विभागों के पदाधिकारियों को समन्वय स्थापित करने की आवश्यकता है।
संपूर्णता अभियान में मुख्य रूप से छः मापदंडों पर कार्य करने की जरूरत: नीति आयोग
नीति आयोग के सलाहकार विजय शंकर ने बताया कि नीति आयोग द्वारा 100 दिनों के लिए ‘संपूर्णता अभियान’ का शुभारंभ किया गया है। जिसके द्वारा आकांक्षी जिले के प्रखंड मुख्यालयों में विभिन्न तरह के कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें मुख्य रूप से चिन्हित छः संकेतकों में परिपूर्णता हासिल करने के उद्देश्य से पहली त्रैमासिक अवधि के दौरान प्रसवपूर्व देखभाल (एएनसी) के लिए पंजीकृत गर्भवती महिलाओं का प्रतिशत, प्रखंडों में लक्षित जनसंख्या के मुकाबले मधुमेह की जांच कराने वाले व्यक्तियों का प्रतिशत, प्रखंडों में लक्षित जनसंख्या के मुकाबले उच्च रक्तचाप के लिए जांचे गए व्यक्तियों का प्रतिशत, आईसीडीएस कार्यक्रम के अंतर्गत नियमित रूप से पूरक पोषण लेने वाली गर्भवती महिलाओं का प्रतिशत, मृदा नमूना संग्रहण लक्ष्य के मुकाबले सृजित मृदा स्वास्थ्य कार्डों का प्रतिशत, प्रखंडों में कुल स्वयं सहायता समूहों के मुकाबले रिवाल्विंग फंड प्राप्त करने वाले स्वयं सहायता समूहों के प्रतिशत को बढ़ाना ही इसका मुख्य उद्देश्य है।
सभी विभागों के अधिकारियों द्वारा कार्यों को नियमित रूप से डाटा अपलोड करना जरूरी: बीडीओ
प्रखंड विकास पदाधिकारी कुमार कुणाल ने कहा कि शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास और स्वास्थ्य विभाग द्वारा आकांक्षी प्रखंड में किए जा रहे कार्यों की विशेष रूप से अनुश्रवन और मूल्यांकन करने, नवाचार कार्यक्रम- मिशन स्वस्थ बचपन, बच्चों के स्वास्थ्य की जांच के लिए स्वास्थ्य और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा नियमित रूप से उनके वजन व ऊंचाई का नाप लेने तथा पोषण ट्रेकर सहित विभिन्न पोर्टल पर नियमित रूप से डाटा अपडेट करने की आवश्यकता है। जुलाई से लेकर सितंबर तक उच्च रक्तचाप और मधुमेह को नियंत्रित करने के लिए प्रखंड क्षेत्र में स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया जाएगा।
यह भी पढ़े
अयोध्या से चलकर माँझी के राम घाट पहुँची संतों की टोली
एक घर से निकला तीन अर्थी, पुत्र ने मां, पिता, भाई को चाकू से गोदकर किया हत्या
मांझी की खबरें : विशालकाय पीपल का पेड़ गिरने से माँझी ताजपुर मुख्य मार्ग पर छह घंटा आवागमन बाधित
अररिया में भाजपा नेता की संदिग्ध मौत से सनसनी
पटना में युवक की हत्या कर शव रेलवे ट्रैक पर फेंका, स्वर्ण व्यवसायी को भी मारी गोली
पटना में युवक की हत्या कर शव रेलवे ट्रैक पर फेंका, स्वर्ण व्यवसायी को भी मारी गोली
सीवान :लूट के मामले में फरार डॉक्टर गिरफ्तार,भेजा गया जेल
ACS सिद्धार्थ की सादगी से शिक्षक भी हैरान
भारतीय राजनीति में राहुल गांधी की राजनैतिक स्थिति एक प्राथमिकी ..
हिसार में डीपीएस स्कूल बस बेकाबू , 3 वाहनों को मारी टक्कर