जंगल के बीच थी फैक्ट्री, फाड़ते थे दूध और तैयार करते थे ‘जहर’, चुपके से पहुंची टीम तो…
श्रीनारद मीडिया, सेंट्र डेस्क:
उत्तराखंड के देहरादून में बीते दिनों फूड एंड ड्रग विभाग ने रायवाला स्थिति पनीर फैक्ट्री में छापेमारी की थी, जिसके सैम्पलों की रिपोर्ट लैव से आ गयी है. रिपोर्ट के अनुसार फैक्ट्री में बनने वाला पूरा पनीर खाने योग्य नहीं था. यानी की ये पनीर नहीं बल्कि पनीर के नाम पर जहर बनाया जा रहा था. इस पनीर को खाने से शरीर में कई प्रकार की बीमारियों के होने का भी खतरा है.
दरअसल, पिछले सप्ताह उत्तराखंड फ़ूड एंड ड्रग्स विभाग ने मुखबीर की सूचना पर राजा जी पार्क से लगे जंगल किनारे एक पनीर फैक्ट्री में छापेमारी की थी, जिसमें विभाग ने पनीर के तीन सैम्पल भी रुद्रपुर लैब में टेस्टिंग के लिए भेजे थे, जिसकी रिपोर्ट पूर्ण रूप से पॉजिटिव मिली है.
विभाग के अधिकारियों का कहना है कि फैक्ट्री में आरारोट, एसिडिक एसिड के साथ पाम ऑयल से नकली पनीर तैयार किया जाता था, जिसको ऋषिकेश और अन्य इलाकों में बेचा जाता था.इस पनीर को खाने से बीमारियों के होने का खतरा रहता है. वहीं मामले में अब विभाग के अधिकारी नकली फैक्ट्री मालिक के खिलाफ कोर्ट में मुकदमा पेश करने की तैयारी कर रहे हैं.
फैक्ट्री पिछले 6 सालों से चल रही थी, जो नकली पनीर खिला कर आम जनता के जीवन से खेला जा रहा था. भले ही मामले में आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने जा रहा हो. लेकिन सवाल उठाना लाजमी है कि पिछले 6 सालों से इस फैक्ट्री पर किसी की नजर कैसे नहीं पड़ी.
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