नीति आयोग के केंद्रीय नोडल अधिकारी सह शहरी स्वास्थ्य के उप सचिव डॉ अशिमा भटनागर ने आकांक्षी प्रखंड के सीएचसी सहित कई अन्य स्वास्थ्य केंद्रों का किया निरीक्षण
पिछड़े प्रखंडों का विकास करना आकांक्षी कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य: नीति आयोग
आकांक्षी कार्यक्रम की केंद्रीय नोडल अधिकारी
द्वारा विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों का किया गया निरीक्षण, दिया गया आवश्यक दिशा- निर्देश: सिविल सर्जन
श्रीनारद मीडिया, सीवान (बिहार):
नीति आयोग की ओर से केंद्रीय नोडल अधिकारी सह शहरी स्वास्थ्य के उप सचिव डॉ अशिमा भटनागर और राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन के राष्ट्रीय सलाहकार गंगाधर दास ने अपने दो दिवसीय कार्यक्रम के तहत पहले दिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आंदर का निरीक्षण किया। जबकि दूसरे दिन अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र असांव जबकि एचडबल्यूसी खेढ़ाय और रकौली का प्रस्तावित कार्यक्रम के तहत निरीक्षण किया गया। हालांकि प्रत्येक तीन महीने के अंतराल पर केंद्रीय टीम द्वारा सूचकांक से संबंधित समीक्षा बैठक आयोजित कर विस्तार पूर्वक जानकारी ली जाएगी। साथ ही संपूर्णता अभियान के अंतर्गत छः सूचकांक को लेकर संबंधित अधिकारियों से चर्चा की गई। इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ श्री निवास प्रसाद, क्षेत्रीय आशा समन्वयक संतोष कुमार सिंह, एमओआईसी डॉ अमितेश कुमार, डीपीसी इमामुल होदा, डीसीक्यूए डॉ अभिमन्यु कुमार, पीरामल स्वास्थ्य के कार्यक्रम प्रबंधक कुंदन कुमार, जपाइगो की बनानी मिश्रा, सिफार के क्षेत्रीय कार्यक्रम समन्वयक धर्मेंद्र रस्तोगी, बीएचएम अलाउद्दीन, बीएमएनई तबरेज आलम, बीसीएम मधुरेंद्र कुमार सहित कई अन्य अधिकारी और कर्मी उपस्थित थे।
पिछड़े प्रखंडों का विकास करना आकांक्षी कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य: नीति आयोग
नीति आयोग की केंद्रीय नोडल अधिकारी सह शहरी स्वास्थ्य के उप सचिव डॉ अशिमा भटनागर ने कहा कि भारत सरकार ने आकांक्षात्मक ब्लॉक कार्यक्रम को लेकर सबसे निचले पायदान पर रहने वाले देश के 500 प्रखंडों का चयन किया है। जिसमें सिवान जिले के आंदर प्रखंड भी शामिल है। जहां सामाजिक स्तर पर आर्थिक रूप से कमजोर स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि और संसाधन सहित कई अन्य मुद्दों को लेकर कार्य किया जा रहा है। जिसके तहत सिवान के आंदर प्रखंड अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध है। जिसको लेकर विभिन्न बिंदुओं पर एमओआईसी और बीएचएम से जानकारी ली गई। उसके बाद दूसरे दिन हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खेढ़ाय के सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) अभिषेक कुमार, असांव स्थित अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की एएनएम अभिलाषा पुरुषोत्तम और रकौली एचडब्ल्यूसी की सीएचओ बबिता सिंह से दवाओं का रख रखाव, बुनियादी सुविधाएं, दवाओं की उपलब्धता, शुद्ध पेयजल, शौचालय की स्थिति, ओपीडी में आने वाले मरीजों और अभिभावकों के साथ व्यवहार जैसे कई अन्य बिंदुओं पर गहनता पूर्वक बातचीत कर जानकारी ली गई।
आकांक्षी कार्यक्रम की केंद्रीय नोडल अधिकारी
द्वारा विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों का किया गया निरीक्षण, दिया गया आवश्यक दिशा- निर्देश: सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ श्री निवास प्रसाद ने कहा कि
स्थानीय जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आंदर सहित एचडब्ल्यूसी खेढ़ाय और रकौली सहित एपीएचसी असांव का नीति आयोग की केंद्रीय नोडल अधिकारी सह शहरी स्वास्थ्य की उप सचिव डॉ अशिमा भटनागर और राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन के राष्ट्रीय सलाहकार गंगाधर दास के द्वारा संयुक्त रूप से दो दिनों तक स्वास्थ्य संस्थानों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान सीएचसी आंदर का प्रसव कक्ष, ओटी, मातृ- शिशु देखभाल और ओपीडी के बाद दूसरे दिन दो स्वास्थ्य केंद्रों में मूलभूत संसाधनों का रख रखाव, उपलब्ध सुविधाएं, ई- टेलीकंस्लटेंसी, जांच घर और ओपीडी से संबंधित सभी बिंदुओं को लेकर बारीकियों के साथ जांच करने के बाद अस्पताल प्रशासन द्वारा दी जाने वाली आवश्यक सेवाओं में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एवं कर्मियों के अलावा स्थानीय आंदर की प्रखंड प्रमुख राधा देवी और असांव पंचाय के मुखिया सतीश चंद्र गुप्ता से मिलकर स्वास्थ्य केंद्र में कमियों से अवगत कराया गया। हालांकि जांच के दौरान मिली कमियों को पूरा करने के लिए हम सभी को एक साथ सहयोग करने की जरूरत बताया गया। क्योंकि भारत सरकार द्वारा तय मानकों के आधार को पूरा करना पहली प्राथमिकताओं में शामिल है।
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