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एसी दफ्तरों में बैठकर जुलूस के नाम पर 12 से 14 घंटे बिजली सप्लाई को रोकने वाले पदाधिकारियो के खिलाफ झंपू पांडेय ने खोला मोर्चा - श्रीनारद मीडिया

एसी दफ्तरों में बैठकर जुलूस के नाम पर 12 से 14 घंटे बिजली सप्लाई को रोकने वाले पदाधिकारियो के खिलाफ झंपू पांडेय ने खोला मोर्चा

एसी दफ्तरों में बैठकर जुलूस के नाम पर 12 से 14 घंटे बिजली सप्लाई को रोकने वाले पदाधिकारियो के खिलाफ झंपू पांडेय ने खोला मोर्चा

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सीएम,डिप्टी सीएम, डीएम,ऊर्जा मंत्री,एमडी,एसडीएम, जेई सहित अन्य को पत्र भेजकर जनविरोधी परंपरा को समाप्त करने की उठाई मांग

श्रीनारद मीडिया,प्रसेनजीत चौरसिया,सीवान (बिहार)

विभिन्न धार्मिक एवं अन्य अवसरों पर बिजली काटना गलत परम्परा तथा जनविरोधी,आमजन के प्रति जिम्मेदारी निभाने में प्रशासन विफल और लम्बे समय तक विद्युत वाधित करना उपभोक्ता संरक्षण कानून का उल्लंघन मानते हुए अखिलेश पाण्डेय ऊर्फ झम्मू पांडेय कहते है की विभिन्न धार्मिक अवसरों पर (तजिया,मोहम्मद जयंती,दुर्गाजी, सरस्वती आदि के प्रतिमाओं का विसर्जन,रामनवमी,महावीरी अखाड़ा के नाम पर तथा अन्य जुलुस निकालने के नाम पर) प्रशासन तथा बिजली विभाग 12 से 14 घंटा तक बिजली काटकर अपने जिम्मेदारी से मुक्त हो जाता है जो यह गलत परंपरा है और जनहीत में नहीं है।

एसी कमरे में बैठे प्रशासन तथा विद्युत विभाग के अधिकारियों को तनिक भी समझ नहीं हैं कि भीषण गर्मी के मौसम में लगातार 12-14 घन्टे तक बिजली काटने से सैकड़ों नहीं हजारों लाखों लोग प्रभावित होते हैं। उन लाखों लोगों में वृद्धजन हैं,वृद्ध रोगी हैं,बच्चे हैं,रोगी बच्चे हैं,नवजात शिशु हैं,नवजात शिशु रोगी हैं,महिलाएँ हैं,महिला रोगी हैं,गर्भवती महिलाएं हैं,गँवई अस्पतालों में दाखिल रोगी सहित अन्य कई प्रकार के रोगी,किसान,छोटे-छोटे व्यवसायी जो बिजली कटने का इनपर कितना बूरा प्रभाव पड़ता है?

 

कितनी तबाही से वे गुजरते हैं, मरणासन्न की स्थिति पैदा हो जाती है।बच्चों की पढ़ाई,भोजन बनाने तथा खाने पर कितना नकारात्मक प्रभाव पड़ता है?इसका अंदाजा बिजली विभाग तथा प्रशासनिक अधिकारियों को नहीं हैं।
अधिकारियों के घर में तो जेनरेटर,इनवर्टर आदि से काम चल जाता है,किन्तु,अन्य के घरों में दिया-बाती भी जल रहा है या नहीं,वे नहीं देखते हैं।वे तो बिना सोचे-विचारे अमुक समय से अमुख समय तक बिजली काटने का फटाफट निर्णय ले लेते हैं।जनहीत को ध्यान में रखकर निर्णय लेते तो शायद ऐसी समस्या पैदा ही नहीं होती!इतना ही नहीं,बिजली कटने का लाभ असामाजिक तत्व भी खूब उठाते हैं।


अखिलेश कुमार पांडेय उर्फ झंपू पांडेय संयुक्त महामंत्री इंटक बिहार प्रदेश ने प्रदेश के मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री,जिलाधिकारी सीवान,ऊर्जा मंत्री बिजली कंपनी के एमडी,सदर एसडीओ सीवान,कनीय अभियंता रघुनाथपुर को पत्र लिखकर लंबी अवधि की बिजली कटौती जैसी जनविरोधी परम्परा को समाप्त करने की मांग की है।

 

बताते चले की बीते मुहर्रम पर्व/ताजिया जुलूस को लेकर जिला प्रशासन सीवान ने 16 जुलाई को रात के 9 बजे से सुबह समाप्ति होने तक और 17 जुलाई को दिन के 12 बजे से रात्रि में जुलूस समाप्ति होने तक बिजली कटौती का निर्देश विभाग को दिया था जिसपर बिजली विभाग ने बढ़ चढ़कर लगातार करीब 20 से 24 घंटे तक बिजली की कटौती कर लाखो गरीब से लेकर अमीर को उमस भरी गर्मी से मरने के लिए छोड़ दिया था।इस बिजली कटौती से बिजली उपभोक्ताओं में हाहाकार मच गया था।

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