Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the newsmatic domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/imagequo/domains/shrinaradmedia.com/public_html/wp-includes/functions.php on line 6121
बारिश में टापू बन जाने वाले नया प्राथमिक विद्यालय पचरुखिया का संपर्क मार्ग बदहाल - श्रीनारद मीडिया

बारिश में टापू बन जाने वाले नया प्राथमिक विद्यालय पचरुखिया का संपर्क मार्ग बदहाल

बारिश में टापू बन जाने वाले नया प्राथमिक विद्यालय पचरुखिया का संपर्क मार्ग बदहाल
श्रीनारद मीडिया, सीवान (बिहार):

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow

सीवान जिला के बड़हरिया प्रखंड क्षेत्र के बड़हरिया नगर पंचायत क्षेत्र में एक ऐसा विद्यालय है,जहां तमाम वादों और कोशिशों के बावजूद एक पक्की सड़क नहीं हो सकी है। हां,बड़हरिया प्रखंड के पचरुखिया टोला गांव का नया प्राथमिक विद्यालय,  पचरुखिया टोला बारिश के मौसम में पूरी तरह से टापू में बदल जाता है।

जहां न केवल बच्चों को स्कूल आने-जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है,बल्कि संपर्क मार्ग के बदहाल हो जाने और जगह-जगह कट जाने शिक्षकों को स्कूल पहुंचने में परेशानियां होती है। यह स्कूल के चारों ओर पानी लग से यह स्कूल टापू में बदल जाता है। इस बार यह स्कूल टापू में तब्दील हो गया। ऐसे में अभिभावक बरसात भर बच्चों को स्कूल मेंं भेजने में कतराते हैं।

नया प्राथमिक विद्यालय  पचरुखिया टोला की प्रधानाध्यापिका नगमा खातून बताती हैं कि 14 सालों बाद भी इस स्कूल को एक पक्की सड़क नसीब नहीं हो सकी है। हालांकि इसको लेकर शिक्षा विभाग से जन प्रतिनिधियों से गुहार लगा चुकी हैं। लेकिन नतीजा पुराना ही रह गया है।उन्होंने बताया कि 2006 में स्थापित यह स्कूल 14 वर्षों से पहुंच मार्ग की बदहाली के दौर से गुजर रहा है।

उनका कहना है कि आज भी स्कूल का संपर्क मार्ग कच्चा है। बरसात में यह मार्ग जगह-जगह से कट भी जाता है।इससे छात्रों और शिक्षकों को आवागमन में भारी परेशानी होती है। ऐसे में ग्रामीणों को बच्चों को स्कूल भेजने में डर लगता है कि खेलते समय कोई अनहोनी ना हो जाए। प्रधानाध्यपिका नगमा खातून बताती हैं कि पहली से पांचवीं कक्षा तक चलने वाले इस विद्यालय में 104 बच्चे नामांकित हैं। लेकिन बच्चों को अनुपात में शिक्षक नहीं है। बहरहाल, इस समय स्कूल की बड़ी समस्या संपर्क मार्ग का सही-सलामत नहीं ह़ोना है।

यह भी पढ़े

डाक चौपाल लगाकर डाक कर्मियों द्वारा योजनाओ की दी गई जानकारी

मशरक में अवैध नर्सिंग होम संचालकों के आगे स्वास्थ्य महकमा नतमस्तक

मशरक की खबरें :   पंचायत सचिव की पश्चिम चम्पारण में ट्रैक्टर की टक्कर से मौत

बिहार की पहली फिल्म नीति को मंजूरी

सिसवन की खबरें : दो चोरी के मोटरसाइकिल के साथ तीन व्‍यक्ति गिरफ्तार  

बक्सर में चली गोली, पुलिस ने हथियार के साथ 6 अपराधियों को पकड़ा

आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए  18 जुलाई से 31 जुलाई तक सभी पीडीएस दुकानों पर चलाया जा रहा विशेष अभियान 

बिहार में अपराधियों का तांडव जारी: गोली मारकर डॉक्टर की ले ली जान, हत्या की वारदात से सनसनी

Leave a Reply

error: Content is protected !!