मुख्यमंत्री सुरक्षित शनिवार में बच्चों को बताए गए बाढ़ से बचाव के गुर

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श्रीनारद मीडिया, सीवान (बिहार):

मुख्यमंत्री विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत सुरक्षित शनिवार जुलाई के तहत चौथे सप्ताह में सुरक्षित शनिवार को बाढ़ के समय होने वाली दुर्घटना से बचाव के बारे में जानकारी दी गयी। इसके साथ ही, क्या सावधानियां बरतें व डूबने से होने वाले खतरे और उससे बचाव व डूब रहे व्यक्ति के बचाव को क्या- क्या करेंगे, इसका अभ्यास सहित प्रशिक्षण दिया गया।

इसके तहत बड़हरिया प्रखंड के मिडिल स्कूल सह हाई स्कूल सदरपुर में फोकल शिक्षक महेश कुमार प्रभात ने बच्चों को जागरूक करते हुए डूबे हुए व्यक्ति का प्राथमिक उपचार की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि डूबते हुए व्यक्ति के बचाव के लिए धोती, साड़ी, रस्सी, बांस व उपलब्ध संसाधनों से डूबते हुए व्यक्ति का बचाव कर सकते हैं। इसके लिए हमारी सक्रियता और सूझबूझ दोनों आवश्यक है। उन्होंने सुरक्षित शनिवार में बच्चों को बाढ़ से बचाव के जुगाड़ तकनीक की जानकारी दी। बच्चों को बाढ़ से बचाव के लिए कौशल विकास की जानकारी देते हुए इस संबंध में प्रशिक्षण और अभ्यास की जानकारी दी। साथ ही पूर्वाभ्यास मॉकड्रिल के रुप में कराया गया। बच्चों को बाढ़ के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के विषय में बताया गया। खानपान के साथ बचाव के अन्य तरीकों की भी जानकारी साझा की गई।

बच्चों को बताया गया कि बाढ़ के दौरान खाना ढक कर रखें, हल्का भोजन करें एवं उबला हुआ पानी पिएं। इस दौरान चावल का पानी, नारियल पानी आदि का दस्त के समय सेवन करें और वह अन्य उपचार के लिए अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाएं। बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री बांटने में मदद करें। सबसे पहले गर्म कपड़े, जरूरी दवाइयां, निजी कागज आदि को वाटर प्रूफ बैग में डालकर उन्हें आपात कालीन बॉक्स में अपने साथ रख लें।

अगर पानी की गहराई की जानकारी ना हो तो उसे कभी भी पार करने की कोशिश ना करें। बच्चों को बाढ़ के पानी के पास खेलने के लिए नहीं भेजें। बाढ़ के दौरान तत्काल बचाव के लिए स्थानीय उपलब्ध संसाधनों से जुगाड़ तकनीकी के माध्यम जैसे थर्मोकोल का बेड़ा बनाकर पानी में तैर सकते हैं। पानी के खाली बोतल का बेड़ा, केले थम्स से बना बेरा, खाट का बेरा, मटका का बेरा, इन सब चीजों से आप तत्काल नदी पार कर सकते हैं।

मौके पर प्रधानाध्यापक प्रदीप मंडल, फोकल टीचर महेश कुमार प्रभात, राधेश कुमार, सरिता कुमारी, शिल्पी कुमारी, श्रीकांति देवी,जीतेंद्र कुमार, सीमा कुमारी सहित अन्य शिक्षक -शिक्षिकाएं और छात्र-छात्राएं मौजूद थे।

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