दिल्ली कोचिंग हादसे में बिहार की बेटी तान्या की मौत

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

दिल्ली के राजेंद्र नगर स्थित कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर जाने से शनिवार की रात जिन तीन विद्यार्थियों की मौत हुई है, उनमें से एक छात्रा तान्या सोनी उर्फ तनु (24 वर्ष) बिहार के औरंगाबाद जिले के नवीनगर की रहने वाली थी। तान्या करीब डेढ़ साल से दिल्ली में रहकर यूपीएससी की तैयारी कर रही थी। इस घटना की जानकारी परिजनों को टीवी पर प्रसारित समाचार से मिली।

जिसके बाद परिजन सकते में आ गए। उन्होंने फोन कर दिल्ली के अपने परिचितों से कुछ जानकारी जुटायी तो तो पता चला कि तान्या की मौत पानी में डूबने से हो गई है। इसके बाद परिवार में कोहराम मच गया। तान्या औरंगाबाद जिले के नवीनगर पंचायत क्षेत्र के मस्जिद गली निवासी विजय सोनी की बेटी थी। नवीनगर में पैतृक घर पर जब हादसे की सूचना मिली तो मृतका के दादा गोपाल प्रसाद सोनी रोने बिलखने लगे। रविवार की सुबह होते-होते पैतृक आवास पर स्थानीय लोगों की भीड़ लग गई।

गोपाल प्रसाद सोनी ने बताया कि तान्या सोनी पढ़ने में बहुत तेज थी। उसे उम्मीद थी कि एक दिन वह भी यूपीएससी में सफलता प्राप्त कर देश की सेवा करेगी। एक हादसे ने सारी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। तान्या के पिता विजय सोनी तेलंगाना में इंजीनियर हैं और वहीं अपनी पत्नी के साथ रहते हैं।

तान्या का एक छोटा भाई आदित्य सोनी हैदराबाद और छोटी बहन पलक सोनी उर्फ गुनगुन इलाहाबाद में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रही है। मृतका के माता-पिता दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। शनिवार की शाम तान्या अपने कुछ दोस्तों के साथ लाइब्रेरी में बैठकर पढ़ाई कर रही थी। इस बीच बेसमेंट में पानी भरने लगा और उसमें डूबने से उसकी मौत हो गई।

कोचिंग के बेसमेंट में पानी भरने से तीन छात्रों की दर्दनाक मौत हो गई। रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो गया है। ओल्ड राजेंद्र नगर में हुए इस घटना को लेकर दिल्ली की सड़कों पर छात्र-छात्राएं विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि केवल दो से तीन मिनट के अंदर बेसमेंट पानी से लबालब भर गया। इस कोचिंग सेंटर के मालिक को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं पुलिस यह जांच कर रही है कि बेसमेंट में पानी घुसा कैसे। इसे लेकर पुलिस कई एंगल से जांच कर रही है।

कोचिंग के बाहर लगा था स्टील शेड
दरअसल, कोचिंग के बेसमेंट में लाइब्रेरी बनाया गया था। यह जमीन से करीब 8 फुट नीचे तक था। ‘इंडिया टुडे’ ने सूत्रों के हवाले से बताया कि कोचिंग सेंटर के बाहर एक स्टील शेड (स्टील का मजबूत दरवाजा) लगाया गया था। कोचिंग वालों ने ऐसा इसलिए किया था ताकि अंदर पानी न घुस सके।

क्या स्टील शेड खोलने से भरा पानी
पुलिस अब दो थ्योरी पर जांच कर रही है। पहला, ज्यादा बारिश होने से कोचिंग के बाहर पानी जमा होना शुरू हो गया। इससे कोचिंग के बाहर लगा स्टील शेड टूट गया होगा क्योंकि जलजमाव के बाद पानी का प्रेशर बढ़ जाता है। शेड पानी का प्रेशर नहीं झेल सका। स्टील शेड टूटने से बेसमेंट में अचानक पानी भर गया होगा जिससे छात्र अंदर फंस गए।

वहीं दूसरी थ्योरी यह है कि बारिश होने के बाद किसी की कार बाहर निकालने के लिए स्टील शेड खोला गया होगा। शेड बंद न होने के चलते बारिश का पानी अंदर घुस गया और यह हादसा हुआ। बेसमेंट में फंसे छात्र ने एक वीडियो पोस्ट कर बताया कि पुलिस को इस हादसे की सूचना 6:40 पर दी गई थी। लेकिन पुलिस मौके पर 9 बजे पहुंची।

बायोमेट्रिक को लेकर भी एक थ्योरी
कुछ छात्रों का यह भी कहना है कि बेसमेंट में बायोमेट्रिक गेट लगा हुआ था। पानी भरने से यह गेट काम करना बंद कर दिया। जिससे छात्र अंदर ही फंस गए। हालांकि पुलिस इन सभी एंगल पर जांच कर रही है। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। इस हादसे में दो छात्राओं और एक छात्र की मौत हो गई है।

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