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क्या बांग्लादेश में हिंदुओं पर अभी भी हो रहे है हमले?

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हिंसा के खिलाफ ढाका से US तक प्रदर्शन

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

बांग्लादेश में हिंसक विरोध प्रदर्शन के चलते कई हिंदुओं की मौत हो चुकी है। पड़ोसी मुल्क में शेख हसीना को सत्ता से बेदखल करने के बाद अंतरिम सरकार का गठन भी हो चुका है। इसके बावजूद हिंसा का आलम ये है कि बीते दिन वहां के मुख्य न्यायाधीश ओबैदुल हसन को भीड़ ने अल्टीमेटम दे दिया, जिसके बाद उन्हें अपना पद छोड़ना पड़ा।

चुनाव पर फैसला नहीं

बांग्लादेश में अभी ये साफ नहीं हुआ है कि वहां चुनाव कब होंगे, लेकिन यह तय है कि देश की दो बड़ी राजनीतिक पार्टियों में से एक खालिदा जिया के नेतृत्व वाली बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) इनमें अहम भूमिका निभाएगी।

मुख्य न्यायाधीश के फैसलों से नाराज थे लोग

टीवी चैनल एनडीटीवी को दिए एक इंटव्यू में बीएनपी के महासचिव मिर्जा फखरुल इस्लाम आलमगीर ने कहा कि मुख्य न्यायाधीश (Bangladesh Chief Justice) को अपना पद छात्रों के विरोध प्रदर्शनों के कारण छोड़ना पड़ा। उन्होंने कहा कि मुख्य न्यायाधीश शेख हसीना सरकार के निकट माने जाते थे और कहा जाता था कि वो उनके पक्ष में ही फैसले देते हैं।

कुछ लोगों ने हिंदुओं को निशाना बनाया

  • बीएनपी नेता ने कहा कि देश में हिंदुओं पर हमले कुछ लोगों द्वारा स्थिति का लाभ उठाने का परिणाम हैं और उन्होंने जोर देकर कहा कि वे किसी “व्यवस्थित एजेंडे” का हिस्सा नहीं हैं।
  • उन्होंने कहा कि जब किसी भी देश में कोई बदलाव होता है, तो कुछ लोग इसका फायदा उठाने की कोशिश करते हैं।
  • बांग्लादेश में भी दुर्भाग्य से हर क्रांति के साथ, सत्ताधारी पार्टी के नेताओं को निशाना बनाया जाता है, चाहे वे मुस्लिम हों या हिंदू। उन्होंने माना कि अल्पसंख्यकों पर हमले हुए हैं, लेकिन उन्होंने इसे राजनीतिक या व्यवस्थित एजेंडा नहीं बताया।

भारत-बांग्लादेश संबंध होंगे बेहतर

आलमगीर ने आगे कहा कि यदि जिया पर्याप्त रूप से योग्य होंगी तो वे चुनावों में बीएनपी का नेतृत्व करेंगी और यदि पार्टी सत्ता में आती है तो भारत-बांग्लादेश संबंधों को बेहतर बनाने के लिए काम करेगी।

हिंसा के खिलाफ ढाका से US तक प्रदर्शन

 बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के खिलाफ हिंसा की घटनाएं थमने की नाम नहीं ले रही है। इस हिंसा के खिलाफ बांग्लादेश की राजधानी ढाका और दुनिया के दूसरे देशों में हिंदू समुदाय ने विरोध प्रदर्शन किया।

ढाका में हिंदुओं का बड़ा प्रदर्शन

बांग्लादेश में राजनीतिक अशांति के चलते हिंदुओं को अभी तक निशाना बनाया जा रहा है और उनकी हत्या की जा रही है। इसी हिंसा के खिलाफ बीते दिन ढाका में हिंदू समुदाय के लोगों ने बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन किया। पड़ोसी मुल्क में हिंदू मंदिरों को भी नष्ट किया जा रहा है।

लंदन से अमेरिका तक विरोध प्रदर्शन

बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं और अन्य लोगों को निशाना बनाकर की गई कथित हिंसा के खिलाफ शुक्रवार को वाशिंगटन में व्हाइट हाउस के बाहर बड़ी संख्या में लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया।

प्रदर्शनकारियों ने अमेरिकी और बांग्लादेशी झंडे लिए हुए थे और पोस्टर पकड़े हुए थे, जिसमें मांग की गई थी कि बांग्लादेशी अल्पसंख्यकों को “बचाया जाए।” उन्होंने ‘हमें न्याय चाहिए’ के नारे लगाए और हाल ही में हिंसा में वृद्धि के बीच शांति का आह्वान किया। वहीं, लंदन और फिनलैंड सहित दुनिया के कई और हिस्सों में भी विरोध प्रदर्शन की खबरें आईं।

एक्शन में मोदी सरकार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बांग्लादेश की नई अंतरिम सरकार से हिंदुओं की सुरक्षा की अपील की। भारत सरकार के अधिकारियों का कहना है कि वो इस घटना पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने कहा कि वो अंतरिम सरकार से लगातार संपर्क में हैं।

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