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  UP नहीं बन पाया दारोगा तो नाम-उम्र बदलकर फिर से किया मैट्रिक-इंटर, सिपाही भर्ती परीक्षा देने आया था युवक; ऐसे खुली पोल

UP नहीं बन पाया दारोगा तो नाम-उम्र बदलकर फिर से किया मैट्रिक-इंटर, सिपाही भर्ती परीक्षा देने आया था युवक; ऐसे खुली पोल

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श्रीनारद मीडिया, यूपी डेस्‍क:

उत्तर प्रदेश पुलिस की सिपाही भर्ती परीक्षा के दौरान शनिवार को सहारनपुर से हैरान करने वाला मामला सामने आया है. पुलिस में भर्ती होने का सपना देखने वाले एक युवक को सहारनपुर पुलिस ने परीक्षा देने से पहले ही गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी अपना नाम-उम्र बदलकर परीक्षा देने पहुंचा था. बायोमेट्रिक जांच में उसके असली नाम का खुलासा हुआ. फिलहाल पुलिस ने आरोपी पर मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है.

सहारनपुर पुलिस ने बताया कि यूपी के बुलंदशहर जिले के सेदपुर निवासी धीरज कुमार को पुलिस ने जेवी जैन कॉलेज में बने परीक्षा केंद्र से गिरफ्तार किया है. धीरज कुमार रवि बनकर पुलिस भर्ती परीक्षा देने आया था. आरोप है कि वह फर्जी दस्तावेज बनाकर एग्जाम देने आया था. पुलिस ने जब आरोपी धीरज से पूछताछ की तो उसने जो कुछ बताया वो काफी हैरान करने वाला है.

आरोपी ने पुलिस को बताया:

धीरज ने बताया कि उसकी जन्म तिथि 1992 की है और उसने साल 2009 में हाईस्कूल, साल 2012 में इंटरमीडिएट और साल 2015 में बीए की परीक्षा पास की थी. अपने इन्हीं प्रमाणपत्रों के जरिए उसने 2012 में दरोगा की परीक्षा दी थी, जिसमें वो पास नही हो सका था. अब उसकी उम्र बढ़ती जा रही थी और पुलिस की नौकरी भी नही मिल रही थी. इसी के चलते उसने जुगाड़ करके अपनी जन्म तिथि वर्ष 2002 करवाई और उसके बाद 2017 में रवि नाम से हाईस्कूल और 2019 में इंटर की परीक्षा पास की. फिर यूपी पुलिस सिपाही भर्ती की परीक्षा देने आज सहारनपुर आ गया.

पुलिस ने दर्ज किया केस:

पुलिस टीम जब दूसरी पाली की परीक्षा के लिए परीक्षा केंद्र में जांच कर रही थी, तब रवि कुमार की पुलिस ने बायोमेट्रिक जांच की तो पता चला कि इस परीक्षार्थी का नाम रवि नहीं, धीरज है. पुलिस ने धीरज के पास से कई फेक आईडी भी बरामद की है. सदर बाजार थाने में धीरज कुमार के खिलाफ कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि आरोपी ने सर्टिफिकेट में फर्जीवाड़े की बात स्वीकार की है. पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिर उसने कैसे दूसरे स्कूल और कॉलेज से मैट्रिक और इंटर का एग्जाम दिया. उसने दोबारा एडमिशन लेने के लिए स्कूल को फेक डॉक्यूमेंट दिया हो, इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता.

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