मुंह के कैंसर, स्तन या सर्वाइकल से पीड़ित मरीजों का सदर में किया जा रहा है बेयोप्सिक: सिविल सर्जन
होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च टीम से सफलता पूर्वक मरीजों का हो रहा है इलाज: डॉ भूपेंद्र कुमार
वरीय सर्जन डॉ अश्विनी के मार्ग दर्शन में ज़िंदगी का पहला बायोप्सी करने का सौभाग्य मिला: डॉ प्रिया
श्रीनारद मीडिया, छपरा (बिहार):
कैंसर एक ऐसी जटिल एवं गंभीर बीमारी है जिसकी जद में आने के कारण पूरे विश्व में प्रत्येक वर्ष लाखों लोग काल के गाल में समां जाते हैं। हालांकि ज्यादातर रोगियों में जांच के दौरान पाया जाता है कि उनका कैंसर अब आखिरी चरण में पहुंच चुका है। जिसका वैसी स्थिति में उपचार संभव नहीं होता है। सिविल सर्जन डॉ सागर दुलाल सिन्हा ने बताया कि कैंसर का उपचार शुरुआती लक्षणों को पहचानने के बाद ही संभव होता है। हालांकि लक्षण नजर आने के साथ ही कैंसर की जांच कराने से बहुत से लोगों की जिंदगियां आसानी से बचायी जा सकती है। क्योंकि कैंसर सामान्यतः खतरनाक माना जाता हैं लेकिन ससमय लक्षणों की पहचान कर इससे मुक्ति संभव है। मुंह के कैंसर या स्तन और सर्वाइकल से पीड़ित मरीजों के लिए अच्छी खबर है। क्योंकि इन मरीजों को सदर अस्पताल में बायोप्सी की सुविधा कई महीनों से होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के स्थानीय विशेषज्ञ डॉ विक्रम आनंद और डॉ प्रिया कुमारी द्वारा उपलब्ध कराई जा रही है। इसके लिए पटना सहित किसी अन्य बड़े शहरों की ओर रुख करना नहीं पड़ेगा।
कैंसर के 344 स्क्रीनिंग में 22 उच्च लक्षण वाले मरीजों की हुई पहचान: एनसीडीओ
जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ भूपेंद्र कुमार ने बताया कि जिले के विभिन्न स्वास्थ्य कर्मियों को एनसीडी (कैंसर) से संबंधित विगत महीने 344 कैंसर का स्क्रीनिंग किया गया है। जिसमें 22 उच्च लक्षण वाले मरीजों की पहचान हुई है। इसके लिए सभी स्वास्थ्य संस्थानों में कैंसर स्क्रीनिंग को लेकर विशेष रूप से ध्यान दिया जाता हैं। जिलेवासियों से अपील किया जाता है कि किसी भी महिला या पुरुषो को कैंसर से संबंधित लक्षणों की पहचान होती है तो जल्द ही उसका जांच कराना चाहिए। क्योंकि मुंह के कैंसर, स्तन कैंसर या सर्वाइकल कैंसर के प्रारंभिक लक्षण दिखे, तो तुरंत सरकारी अस्पताल के विशेषज्ञ चिकित्सको की सलाह लेना आवश्यक होता है। इसके लिए ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं में इन दिनों स्तन कैंसर एवं पुरुषों में मुंह के कैंसर के अत्यधिक मामले सामने आ रहे हैं। आजकल युवाओं में तंबाकू सेवन मुंह के कैंसर का प्रमुख कारण बन रहा है। इसके लिए जिले के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों की आशा, विद्यालय के शिक्षकों सहित सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) और एएनएम के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
कैंसर जैसी बीमारी को मुख्य रूप से चार भागों में बांट कर किया जाता है इलाज: डॉ विक्रम
होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ विक्रम आनंद ने बताया कि कैंसर जैसी बीमारी को मुख्य रूप से चार भागों में बांटा गया है। पहले की स्थिति में कैंसर का संक्रमण एक छोटे क्षेत्र में सीमित रहता है, और इसका फैलाव शरीर के अन्य हिस्सों में नहीं होता है। जबकि स्टेज 2 में कैंसर में वृद्धि देखी जाती लेकिन फैलाव नहीं होता है। वहीं स्टेज 3 की स्थिति में कैंसर और फ़ैल जाता और शरीर की अन्य कोशिकाओं को प्रभावित कर देता है। लेकिन स्टेज 4 जिसे एडवांस्ड कैंसर की स्थिति में शरीर के कई अंगों में कैंसर का वायरस तेजी से फैलने के साथ ही कोशिकाओं को भी नष्ट कर देता है। कैंसर के मुख्य लक्षणों की बात करें तो मुंह के अंदर या बाहर फोड़ा/जख्म का नहीं भरना, मुंह के अंदर या जीभ पर सफेद चकता, स्तन में गांठ, स्तन से खून का रिसाव, रजोवृति के बाद रक्तस्राव, जननांग मार्ग रिसाव में दुर्गंध, चमड़े पर तिल या गांठ के आकार में इजाफा होना शामिल है।
वरीय सर्जन डॉ अश्विनी के मार्ग दर्शन में ज़िंदगी का पहला बायोप्सी करने का सौभाग्य मिला: डॉ प्रिया
होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर की महिला चिकित्सक डॉ प्रिया कुमारी ने बताया कि ज़िंदगी का पहला बायोप्सी करने का मौका मिला है। जिसमें बनियापुर की 60 वर्षीय महिला सदर अस्पताल के ओपीडी में स्तन कैंसर से परेशान होकर इलाज कराने के लिए आई हुई थी। पीड़ित महिला ने बताया कि वर्ष 2021 में छोटी सी गांठ हुई, लेकिन इलाज नही कराने के कारण बड़ा हो गया था। हालांकि विगत एक वर्ष से बहुत ज्यादा परेशानी बढ़ गई थी। जिसको लेकर महिला का बायोप्सी सदर अस्पताल के वरीय चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अश्विनी कुमार के दिशा निर्देश और मार्ग दर्शन में किया गया। वहीं दूसरी तरफ मांझी के मटियार स्थित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में कैंसर स्क्रीनिंग को लेकर कैंप का आयोजन किया गया था। जिसमें 40 वर्षीय महिला छः महीने से परेशान थी। हालांकि प्रारंभिक दौर की जांच के बाद सदर अस्पताल बुलाया गया था। जहां इनका डॉ विक्रम आनंद के दिशा निर्देश और जीएनएम निकिता कुमारी के सहयोग से बायोप्सी किया गया।
यह भी पढ़े
लूट का विरोध करने पर सीएसपी संचालक को अपराधियों ने मारी गोली, स्थिति गंभीर
हत्या कांड का प्राथमिकी नामजद अभियुक्त महज 8 घंटा के अंदर गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश से गंगा के रास्ते बिहार आई नाव, मनेर पुलिस ने ली तलाशी तो नजारा देख खुली रह गईं आंखें
पूर्णिया में शिक्षक को मारी गोली, हालत गंभीर; बाइक चोरी कर भाग रहे अपराधियों को पकड़ा था
पटना DM के आदेश से जिले में 76 स्कूल बाढ़ के कारण बंद