मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष पर गिरी गाज
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
कोलकाता के जिस कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर की बलात्कार के बाद हत्या हुई थी, उसके पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने सस्पेंड कर दिया है। ये कार्रवाई ऐसे समय में हुई है जब केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के पूर्व प्राचार्य संदीप घोष का नाम उनके कार्यकाल के दौरान संस्थान में कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच के संबंध में दर्ज किया है।
एजेंसी ने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 120 बी (आपराधिक साजिश) धारा 420 (धोखाधड़ी) के साथ पठित और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 (2018 में संशोधित) की धारा सात लगाई है, जो एक लोक सेवक द्वारा अवैध रूप से रिश्वत स्वीकार करने से संबंधित है।
कोलकाता के सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में नौ अगस्त को महिला ट्रेनी डॉक्टर का शव मिला था, जिस पर गंभीर चोटों के निशान थे। इस घटना के संबंध में सीबीआई जांच कर रही है। इस घटना के खिलाफ देश भर में व्यापक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। कलकत्ता उच्च न्यायालय के निर्देश पर सीबीआई ने हत्या और कथित वित्तीय अनियमितताओं के मामले दर्ज किए।
इससे पहले डॉ. संदीप घोष का सोमवार को उनका लाई डिटेक्टर टेस्ट भी हुआ। उन पर इस मामले में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया गया है। बुधवार शाम जारी एक संक्षिप्त बयान में आईएमए ने कहा, “(मारे गए डॉक्टर के माता-पिता ने)… स्थिति से निपटने में आपके खिलाफ अपनी शिकायतें दर्ज कराई हैं, साथ ही इस मुद्दे को उचित तरीके से संभालने में सहानुभूति और संवेदनशीलता की कमी के बारे में भी उन्होंने बताया है…”
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष की सदस्यता निलंबित कर दी है। समाचार एजेंसी एएनआई की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार आईएमए मुख्यालय के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. आरवी अशोकन द्वारा गठित अनुशासनात्मक समिति ने सर्वसम्मति से आईएमए कलकत्ता शाखा के उपाध्यक्ष डॉ. संदीप घोष की सदस्यता निलंबित करने का निर्णय लिया है।
सीबीआई कर रही है जांच
गौरतलब है कि कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म-हत्याकांड मामले के बाद इसके पू्र्व प्रिंसिपल संदीप घोष भी जांच के दायरे में आए थे। संदीप घोष ने घटना के अगले ही दिन कॉलेज के प्रिंसिपल पद से इस्तीफा दे दिया था। संदीप घोष के कार्यकाल के दौरान कॉलेज में कथित तौर पर वित्तीय अनियमितता और भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे, जिसके बाद कलकत्ता हाईकोर्ट के निर्देश पर सीबीआई ने घोष के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की थी।
फोन कॉल्स ट्रैक कर रही है सीबीआई
सीबीआई ने संदीप घोष का पॉलीग्राफ टेस्ट भी कराया था। वहीं समाचार एजेंसी आईएएनएस की रिपोर्ट के अनुसार सीबीआई अब घोष के 9 अगस्त की सुबह सेमिनार कक्ष में ट्रेनी डॉक्टर का शव मिलने के तुरंत बाद किए गए मोबाइल फोन कॉल्स को ट्रैक कर रही है। जांच अधिकारी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि उन कॉल्स के दौरान बातचीत के दौरान वास्तव में क्या हुआ था।
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