गुजरात में भारी बारिश के बाद बाढ़ से हाहाकार
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
गुजरात में भारी बारिश के कारण और 19 लोगों की मौत हो गई। इसी के साथ पिछले तीन दिनों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 30 हो गई है। बाढ़ग्रस्त इलाकों से 17,800 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। बुधवार को भी राज्य के कुछ इलाकों में भारी बारिश हुई।
दिल्ली-एनसीआर में बारिश से भरा पानी
दिल्ली-एनसीआर में बुधवार शाम से ही खराब हो गया था। वहीं, गुरुवार रात से काफी लगातार बारिश का दौर जारी है। जगह-जगह काफी जलभराव हो गया है। वहीं, मौसम विभाग अगले कुछ दिन भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
गुजरात में भारतीय वायु सेना कर रही मदद
प्रशासन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, भारतीय वायु सेना और भारतीय तट रक्षक बलों की सहायता से राहत और बचाव अभियान चला रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हालात का जायजा लेने के लिए गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से बात की।
भारी बारिश चेतावनी जारी
मौसम विभाग ने अगले पांच दिन के लिए भारी बारिश चेतावनी जारी किया है। गुरुवार को 11 जिलों में रेड अलर्ट 22 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। मरने वालों में अहमदाबाद, जामनगर, देवभूमि द्वारिका, पंचमहाल, अरवल्ली, डांग, सुरेंद्रनगर, दाहोद, खेडा, भरुच, आणंद, महीसागर, वडोदरा, गांधीनगर तथा मोरबी के हैं।
गुजरात सीएम ने पीएम मोदी से की बातचीत
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने लगातार तीसरे दिन भी गांधीनगर स्थित आपदा नियंत्रण कक्ष में उच्चस्तरीय बैठक कर जिला अधिकारी, महानगर पालिका आयुक्त व विकास अधिकारियों से हालात का जायजा लिया।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पीएम मोदी से वार्ता की जानकारी दी। सीएम पटेल ने कहा कि गुजरात में भारी बारिश के कारण मौजूदा स्थिति पर पीएम मोदी से फोन पर बात हुई।
नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही
उन्होंने राहत और बचाव कार्यों का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि पीएम मोदी ने केंद्र से हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। विश्वामित्री नदी में बाढ़ से वडोदरा के कई निचले इलाकों में पानी भर गया। 137 जलाशय और झीलें और 24 नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
भारी बारिश के कारण सड़कों और रेललाइनों पर भी पानी भर गया, जिसे देखते हुए मुंबई जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस समेत आठ ट्रेनों को रद कर दिया गया है।
राहुल गांधी ने गुजरात में बाढ़ की स्थिति पर चिंता व्यक्त की
अमरेली में बुधवार को एक मालगाड़ी के लोको पायलट ने आपातकालीन ब्रेक लगाकर रेलवे ट्रैक पर बैठे पांच शेरों की जान बचाई। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने गुजरात में बाढ़ की स्थिति पर चिंता व्यक्त की और सरकार से प्राकृतिक आपदा के प्रभाव को कम करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने का आग्रह किया।
गुजरात में अत्यधिक भारी बारिश की वजह से कई जिलों में हाहाकार मच गया है। सौराष्ट्र के कई इलाके जलमग्न हो चुके हैं। पिछले कई दिनों से भारी बारिश की वजह हालात बदतर हो गए हैं। तीन दिन से बारिश का कहर जारी है। अब तक 28 लोगों की मौत हो चुकी है। दिनों दिन मौत का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है। कहा जा रहा है कि करीब 40000 से ज्यादा लोग विस्थापित हुए हैं। आज (29 अगस्त 2024) चौथे दिन भी बारिश का कहर जारी है। मौसम विभाग ने सूबे के 11 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है।
भारी बारिश की वजह से 17,000 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित ठिकाने पर पहुंचा दिया गया है। गुजरात का वडोदरा शहर बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। यहां के कुछ क्षेत्र 10-12 फीट तक पानी में डूबे हुए हैं। यहां सड़कें इमारतें और वाहन पानी में डूब गए हैं। मोरबी में एक पुल को पार करते समय एक ट्रैक्टर ट्रॉली बह गया। उसमें सवार लोग लोग लापता हो गए। बाद में उनके शव बरामद किए गए हैं। NDRF और SDRF की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं।
मौसम विभाग ने गुजरात के 11 जिलों में बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं 22 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। IMD ने जिन जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है, उनमें कच्छ, द्वारका, जामनगर, मोरबी, सुरेंद्रनगर, जूनागढ़, राजकोट, बोटाद, गिरसोमनाथ, अमरेली और भावनगर शामिल हैं। वहीं, नॉर्थ गुजरात, साउथ गुजरात और सेंट्रल गुजरात में येलो अलर्ट जारी किया गया है। बुधवार को द्वारका, जामनगर, राजकोट और पोरबंदर जैसे जिलों में 50 से 200 मिलीमीटर तक बारिश हुई। देवभूमि द्वारका जिले के भानवद में 185 मिलीमीटर बारिश हुई, जो राज्य में सबसे अधिक है। सौराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में आज भी भारी बारिश की आशंका जताई गई है।
पीएम मोदी ने की सीएम भूपेंद्र पटेल से बात
इस बीच देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल से फोन पर बातचीत करके स्थिति का जायजा लिया। इस संकट से निपटने के लिए राज्य को केंद्र की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है। सीएम पटेल ने लोगों को बचाने के लिए सेनी कई टीमें तैनात की हैं। लोगों का लगातार रेस्क्यू किया जा रहा है। उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। वडोदरा में अब तक 5000 से अधिक लोगों को निकाला गया और 1200 अन्य लोगों को बचाया गया है।
Beta feature