वेब सीरीज IC-814 पर क्यों भड़की है भाजपा?
गृह मंत्रालय ने नेटफ्लिक्स को समन जारी किया है
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
साल 1999 के विमान हाइजैक की घटना पर अनुभव सिन्हा की वेब सीरीज ‘IC 814: द कंधार हाइजैक’ में आतंकवादियों के हिन्दू नामों को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। सोशल मीडिया पर वेब सीरीज के बायकॉट की मांग के बाद अब इस विवाद में भारतीय जनता पार्टी की भी एंट्री हो गई है। बीजेपी ने आरोप लगाया है कि फिल्म निर्माता अनुभव सिन्हा ने जानबूझकर आतंकवादियों की मुस्लिम पहचान हिंदू नामों से छिपाने की कोशिश की है।
पांच आतंकवादियों ने 24 दिसंबर 1999 को काठमांडू से दिल्ली की उड़ान के दौरान आईसी 814 विमान का अपहरण कर लिया था। आतंकवादियों के नाम इब्राहिम अतहर, सनी अहमद काजी, जहूर इब्राहिम, शाहिद अख्तर और सईद शाकिर थे।
क्या बोली भाजपा?
भाजपा के आईटी सेल प्रमुख अमिल मालवीय ने कहा, ‘IC-814 के हाइजैकर्स दुर्दांत आतंकवादी थे, जिन्होंने उनकी मुस्लिम पहचान छिपाने के लिए अलग नाम रखे। फिल्ममेकर अनुभवन सिन्हा ने गैर-मुस्लिम नामों को आगे बढ़ाते हुए उनकी आपराधिक मंशा को वैध कर दिया। इसका नतीजा क्या होगा? दशकों बाद लोगों को लगेगा कि हिंदुओं ने IC-814 हाइजैक की थी।’
उन्होंने आगे लिखा, ‘पाकिस्तानी आतंकवादियों के अपराधों को छिपाने का लेफ्ट का एजेंडा पूरा हो गया है। इस सिनेमा की ताकत है, जिसका 70 के दशक से वामपंथी इस्तेमाल कर रहे हैं। शायद इससे भी पहले से। यह सिर्फ भारत की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल नहीं उठाएगा या कमजोर करेगा, बल्कि दोष को उन लोगों से दूर कर देगा, जो इस रक्तपात के लिए जिम्मेदार हैं।’
क्या रखे हैं नाम?
इस सीरीज में आतंकवादियों के नाम भोला, शंकर, डॉक्टर, बर्गर और चीफ रखे गए हैं। सीरीज में दिखाया गया है कि आतंकवादियों के कोडनैम थे। हालांकि, हाइजैक करने वाले आतंकवादी पाकिस्तान से थे। फिल्म में नसीरुद्दीन शाह, दिया मिर्जा, अरविंद स्वामी, विजय वर्मा, पंकज कपूर मुख्य भूमिकाओं में हैं।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, हाइजैक करने वाले आतंकवादियों के नाम बहवलपुर का इब्राहिम अतहर, कराची के शाहिद अख्तर सईद, कराची के सनी अहमद काजमी, कराची के मिस्त्री जहूर इब्राहिम और सुकूर सिटी के शाकिर थे। विदेश मंत्रालय ने बताया है, ‘…इन हाईजैकर्स को चीफ, डॉक्टर, बर्गर, भोला और शंकर नाम से जाना जाता है, जिसकी मदद से ये हाइजैकर्स एक-दूसरे को संबोधित कर रहे थे।’
कास्टिंग डायरेक्टर ने दी सफाई
कास्टिंग निर्देशक मुकेश छाबड़ा ने रविवार को दावा किया कि अपराधियों ने एक-दूसरे के लिए नकली नामों का इस्तेमाल किया था और शो के लिए रिसर्च की गई थी। उन्होंने कहा, ‘मैं अपहर्ताओं के नामों के बारे में बहुत सारे ट्वीट पढ़ रहा हूं। हमने उचित शोध किया। वे एक-दूसरे को उन नामों (उपनाम या नकली नाम) से पुकारते थे। आप उन्हें जो भी नाम देना चाहें।’ फिल्म का निर्देशन अनुभव सिन्हा ने किया है।
वेब सीरीज IC-814 को लेकर मचे विवाद का गृह मंत्रालय ने भी संज्ञान ले लिया है। मंत्रालय ने इस मामले में नेटफ्लिक्स के कॉन्टेंड हेड को समन जारी किया है। उन्हें मंगलवार को बुलाया गया है और इस मामले पर बात की जाएगी। इस वेब सीरीज में विमान की हाइजैकिंग को दिखाया गया है, लेकिन जिन आतंकियों का इसमें चित्रण है, उनके हिंदू नाम दिखाए गए हैं। इसे लेकर लोग भड़के हुए हैं कि आखिर आतंकियों के असली नाम देने की बजाय उनके नाम ‘भोला’ और ‘शंकर’ क्यों वेब सीरीज में रखे गए हैं। सूत्रों का कहना है कि होम मिनिस्ट्री की ओर से यह पूछा जाएगा कि आखिर वेब सीरीज में इस तरह का कॉन्टेंट क्यों दिया गया है, जिस पर लोगों की आपत्ति है।
काठमांडू से दिल्ली आ रहे विमान IC-814 को हाइजैक कर लिया गया था और उसे कई जगहों पर लैंडिंग के लिए मजबूर करते हुए अंत में कंधार ले जाया गया था। इस विवाद ने तब और जोर पकड़ा, जब भाजपा के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने इस पर ट्वीट किया। अमित मालवीय ने लिखा, ‘फिल्ममेकर अनुभव सिन्हा ने आतंकियों की आपराधिक करतूत का बचाव किया है।
उन खतरनाक आतंकियों ने अपनी मुस्लिम पहचान छिपाने के लिए ऐसे कोड नाम रखे थे, जो हिंदुओं जैसे थे। लेकिन अब वेब सीरीज में उसे वैध ठहराने की कोशिश हुई है। इससे यह खतरा है कि दो दशक बाद कोई वेब सीरीज देखेगा तो इसे ही सही समझेगा और उन्हें लगेगा कि हिंदुओं ने ही हाइजैक किया था।’
उन्होंने कहा कि वामपंथियों का यह एजेंडा रहा है कि मुसलमानों और आतंकियों के अपराधों पर पर्दा डाल दिया जाए। यह सिनेमा की ताकत है, जिसका इस्तेमाल वामपंथी शुरू से करते रहे हैं। ऐसा 1970 से ही चला आ रहा है। यही नहीं इससे पहले से भी ऐसा था। इस मामले में जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला का भी बयान आया है। उन्होंने कहा कि यह हैरानी की बात है कि कश्मीर फाइल फिल्म को एकदम सही मानने वाले लोग अब नेटफ्लिक्स पर आई फिल्म को लेकर भड़क रहे हैं। अब वे चाहते हैं कि फिल्म में पूरी तरह से सही तथ्य हों और स्क्रिप्ट पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
क्यों वेब सीरीज में आतंकियों के हिंदू नाम, क्या है दलील
पाकिस्तान में सक्रिय आतंकी संगठन हरकत-उल-मुजाहिदीन ने इस घटना को अंजाम दिया था। लेकिन वेब सीरीज के कास्टिंग डायरेक्टर मुकेश छाबड़ा का कहना था कि इस सीरीज में कुछ भी गलत नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि जिन आतंकियों ने प्लेन को हाईजैक किया था। उनके कोड नाम चीफ, बर्गर, भोला, शंकर थे। इसलिए उनका इस्तेमाल किया गया है। वहीं वेब सीरीज में ऐसा किए जाने का विरोध करने वालों का कहना है कि इस तरह से तो उन आतंकियों को असली पहचान को छिपाने की कोशिश की गई है।