सीएसपी संचालकों के खाते में पैसे भेजकर ठगने वाला साइबर अपराधी गिरफ्तार, आरा-यूपी में भी कर चुका है फ्रॉड
श्रीनारद मीडिया, स्टेट डेस्क:
मुजफ्फरपुर जिले में सीएसपी संचालकों को झांसे में लेकर दूसरे के खाते में रुपये ट्रांसफर करवा कर फ्रॉड करने में एक साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया गया है. उसकी पहचान उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिला के टिकैत थाना के तहसील रामसनेही निवासी पवन सिंह के रूप में की गयी. साइबर पुलिस ने उसके पास से 18 हजार नकदी, एक डेबिट कार्ड, दो मोबाइल, 18 हजार नकदी, एक बाइक व पर्स बरामद किया है.पकड़ा गया शातिर हिस्ट्रीशीटर है. उसके खिलाफ यूपी के बाराबंकी में भी साइबर फ्रॉड के मामले दर्ज है. साइबर थाने की पुलिस की छानबीन में इस गिरोह का और भी शातिर जिले में सक्रिय है.
पुलिस उनको चिन्हित कर गिरफ्तारी करने में जुट गयी है.साइबर डीएसपी सीमा देवी ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से जिले में सीएसपी संचालकों से साइबर फ्रॉड की वारदात हो रही थी. उन्होंने शिकायत की कि उनके दुकान पर बाइक सवार लड़का आता है. रुपये दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर करने के बाद वह बिना रुपये दिये हुए फरार हो जाता है. उसकी बाइक नीले रंग की है. उसपर नंबर प्लेट नहीं लगा हुआ था. लगातार फ्रॉड की शिकायत मिलने के बाद एसएसपी राकेश कुमार के निर्देश पर एक विशेष टीम बनी.टीम ने वैसे थाना क्षेत्र को चिन्हित किया जहां इस तरह की वारदात को अंजाम दिया गया था. वहां पुलिस टीम ने छानबीन शुरू कर दी. इसी बीच सूचना मिली कि पियर थाना क्षेत्र में साइबर अपराधी घूमते हुए देखा गया है.
वह फिर, से किसी सीएसपी संचालक को टारगेट कर सकता है. इसके बाद साइबर थाने की पुलिस ने पियर पुलिस के सहयोग से छापेमारी करके साइबर अपराधी को दबोच लिया. साइबर डीएसपी ने बताया कि अगले माह प्रथम सप्ताह में जिले के सभी सीएसपी संचालकों के साथ साइबर पुलिस बैठक करेगी.गायघाट, कुढ़नी, पियर व अहियापुर कर चुका है वारदात यूपी का साइबर अपराधी इससे पहले जिले के गायघाट, कुढ़नी, पियर व अहियापुर थाना क्षेत्र में सीएसपी संचालकों से ठगी की वारदात को अंजाम दे चुका है.पियर में दूसरी बार सीएसपी संचालक को टारगेट करके पहुंचा था. उसने खाते से 18 हजार रुपये भी ट्रांसफर करवा लिये थे. इसके बाद टीम ने उसको दबोच लिया आरा, छपरा, गोपालगंज व यूपी में भी कर चुका वारदात साइबर डीएसपी ने बताया कि गिरफ्तार साइबर अपराधी पवन कुमार सिंह ने आरा, गोपालगंज, छपरा व यूपी के बाराबंकी में फ्रॉड कर चुका है.
उसने फ्रॉड किये गए राशि में से कुछ रुपये गोपालगंज के एक खाते में भेजा था. इसके गिरोह में तीन से चार अपराधी है. बीते दिनों कुढ़नी में हुई घटना में सीसीटीवी फुटेज में जो दो अपराधी दिखे थे इसमें यह नहीं है.गेमिंग एप में पैसा हारने के कारण यूपीआइ से पैसा करता था ट्रांसफर साइबर अपराधी पवन सिंह ने पूछताछ के दौरान बताया कि वह गेमिंग एप में पैसा हार गया था. इस वजह से वह सीएसपी संचालकों से फ्रॉड दिये गये रुपये को यूपीआइ के माध्यम से एप में लगाकर अपना अकाउंट रिकवर करना चाहता था.ऐसे बनाता था सीएसपी संचालकों को शिकार यह अपराधी पहले दो- चार दिन सीएसपी संचालकों के पास जाकर दोस्ती बढ़ाता था.
खुद को बालू का बड़ा कारोबारी बताया था. फिर, जब दोस्ती हो जाती थी तो कहता था कि उसके बालू का ट्रक आने वाला है. उसको रुपये देना है. उसके पास कैश है. आपको एक यूपीआइ नंबर देते हैं,उसपर रकम ट्रांसफर कर दीजिए. हम कैश दे देंगे. सीएसपी संचालक उस अकाउंट पर रुपये ट्रांसफर कर देता था. इस बीच वह बदमाश अपनी बिना नंबर की बाइक पर सवार होकर फरार हो जाता था.सीएसपी संचालकों के लिए ये है गाइडलाइन
सभी सीएसपी संचालक अपने सेंटर में सीसीटीवी कैमरा लगाएं
जिस व्यक्ति को पैसा दे रहे हैं, उनका हस्ताक्षर किया हुआ आधार कार्ड, गाड़ी का फोटो नंबर के साथ लें
एकमुश्त दस हजार रुपये से अधिक रुपये का ट्रांसफर नहीं करें
रुपये लेन-देन का सारा डिटेल्स एक रजिस्टर में मेंटेन करें
अगर कोई भी सीएसपी व एइपीएस संचालक बैंक की भूमिका निभाता है तो पुलिस उनको अपराधी समक्ष कर कार्रवाई करेगी
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