पटना से स्वास्थ्य मंत्री तो सिवान के बलिया APHC में सिविल सर्जन ने किया विधिवत उद्घाटन:
सप्ताह में तीन दिन टीकाकरण का हुआ शुभारंभ, सभी तरह के टीके HWC पर उपलब्ध: सिविल सर्जन
जिले में 88 प्रतिशत पूर्ण और संपूर्ण टीकाकरण का लक्ष्य किया गया पूरा: डीआईओ
श्रीनारद मीडिया, सीवान (बिहार):
सीवान जिले के महाराजगंज, मैरवा, नौतन और दरौली के एक- एक जबकि अन्य शेष सभी प्रखंडों में दो- दो हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (HWC) में सप्ताह में तीन दिन सोमवार, मंगलवार और गुरुवार को टीकाकरण का शुभारंभ सूबे के स्वास्थ्य मंत्री ने फुलवारी शरीफ के कुरकुरी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर से दीप प्रज्ज्वलित कर विधिवत उद्घाटन किया गया। जबकि जिले के महाराजगंज प्रखंड अंतर्गत बलिया गांव स्थित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर टीकाकरण कॉर्नर के माध्यम से गौर गांव निवासी शहाबुद्दीन मियां और नजरा खातून की 45 दिन की मासूम बच्ची नसरीना खातून को उद्घाटन के बाद सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद और जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ अरविंद कुमार सहित कई अन्य की उपस्थिति में प्रशिक्षित एएनएम अनसुइयां कुमारी द्वारा पहला टीका दिया गया। वहीं इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद ने कहा कि O से 5 आयु वर्ग तक के सभी बच्चों सहित गर्भवती महिलाओं और धात्री माताओं के अलावा 16 आयुवर्ग तक के किशोर और किशोरियों को टीकाकाकृत किया गया। टीकाकरण कराने वाले लाभार्थियों से अपील करते हुए सिविल सर्जन ने कहा कि नवजात शिशुओं के साथ मोबाइल नंबर भी लाना है। क्योंकि युविन पोर्टल पर उसको अपडेट्स करना होता है। वहीं अपना टीकाकरण कार्ड संभालकर रखें और जब भी बच्चे को टीकाकरण के लिए जहां भी ले जाएं, वहां अनिवार्य रूप से अपने साथ टीकाकरण कार्ड साथ में लेकर जाएं।
सप्ताह में तीन दिन टीकाकरण का हुआ शुभारंभ, सभी तरह के टीके HWC पर उपलब्ध: सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद ने कहा कि जिले के 34 चयनित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के टीकाकरण कॉर्नर पर सभी तरह के टीकाकरण की व्यवस्था उपलब्ध है। हालांकि टीबी जैसी बीमारी के लिए बीसीजी, हेपेटाइटिस- बी, पोलियो, खांसी और टेटनस के लिए डीपीटी, दस्त के लिए रोटा वायरस, मिजल्स, मम्प्स और रुबेला के लिए एमएमआर, चिकन पॉक्स के लिए वैरीसेला, टाइफॉयड, टेटनस और डिप्थीरिया के लिए बूस्टर डोज़ के रूप में दी जाने वाली टीडी के टीके की व्यवस्था HWC पर उपलब्ध है। ताकि बच्चों से लेकर वयस्कों तक सभी के लिए टीका निर्धारित किया गया है। टीकाकरण कॉर्नर पर गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था की जानकारी मिलते ही टीडी 1 का टीका दिया जाता हैं, जबकि टीडी लगने के ठीक एक महीने बाद टीडी 2 के टीके लगाए जाते है। अगर पहली गर्भावस्था में टीडी का दोनों टीका ले लिया गया हो और दूसरी गर्भावस्था 3 साल के अंदर हो तो टीडी के बूस्टर डोज दिया जाएगा।
जिले में 88 प्रतिशत पूर्ण और संपूर्ण टीकाकरण का लक्ष्य किया गया पूरा: डीआईओ
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ अरविंद कुमार ने बताया कि जन्म के बाद से बच्चों को विभिन्न बीमारियों से ग्रसित होने का खतरा बना रहता है। यही शिशुओं के मृत्यु का सबसे बड़ा कारण होता है। हालांकि नियमित टीकाकरण के माध्यम से बच्चों को सभी तरह के टीका लगाने से उनके शरीर में उन बीमारियों से लड़ने की क्षमता का विकास होता है। साथ ही पूर्ण टीकाकरण से बच्चों के शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है जो उनके शरीर में प्रवेश करने वाले विभिन्न बीमारियों को अपना घर बनाने से पहले ही समाप्त कर देता है। इसके लिए टीकाकरण से बच्चों को शुरुआत में ही होने वाले विभिन्न बीमारियों जैसे- हेपेटाइटिस, चेचक, जेई आदि से लड़ने के लिए शरीर में प्रतिरोधक क्षमता का विकास हो जाता है और बच्चे भविष्य में ऐसी बीमारी के संक्रमण से सुरक्षित रह सकते हैं। एनएफएचएस- 05 की रिपोर्ट के अनुसार जिले में 12 से 23 माह के 88 प्रतिशत बच्चों द्वारा संपूर्ण टीकाकरण किया जा चुका है। शत प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करने के लिए सभी स्वास्थ्य अधिकारियों और कर्मियों को आवश्यक निर्देश दिया गया है जिससे कि जिले के सभी बच्चों का टीकाकरण सुनिश्चित हो सके और बच्चे सभी बीमारियों से सुरक्षित रह सकें।
सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद, डीआईओ डॉ अरविंद कुमार, एमओआईसी डॉ बिपिन बिहारी सिन्हा, डीपीएम विशाल कुमार, डीएमएनई रवि शेखर, डीपीसी इमामुल होदा, नोडल अधिकारी डॉ अमित चंद्र मिश्रा, डॉ ललिता कुमारी, डब्ल्यूएचओ के आरआरटी डॉ पुरुषोत्तम दानर, सिफार के डीपीसी धर्मेंद्र रस्तोगी, यूनिसेफ के एसएमसी कामरान खान, यूएनडीपी के मनोज कुमार, डब्ल्यूएचओ के क्षेत्र पर्यवेक्षक भृगुनाथ प्रसाद, डॉ सुमित कुमार, बीएचएम मुजस्सम आलम, बीसीएम सरिता कुमारी, डीआईओ कार्यलय के अशोक कुमार पप्पू, सीसीटी शाहिल अर्सलान सहित कई अन्य अधिकारी और कर्मी उपस्थित थे।
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