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क्या तिरुपति मंदिर के प्रसाद में जानवरों की चर्बी है?

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू द्वारा तिरुपति मंदिर के लड्डू में जानवरों की चर्बी मिलाए जाने के आरोप के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया है। विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने इसे गंभीर मामला बताते हुए इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

वहीं, वाईएसआरसीपी अध्यक्ष और पूर्व सीएम वाईएस जगन मोहन रेड्डी की बहन, राज्य कांग्रेस प्रमुख वाईएस शर्मिला ने नायडू के दावे की पुष्टि के लिए सीबीआई जांच की मांग की है। विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि आंध्र की पिछली वाईएसआर सरकार के हिंदू विरोधी कृत्यों के बारे में हर कोई जानता है। यह एक बहुत ही गंभीर मुद्दा है और इसे किसी और ने नहीं बल्कि आंध्र के मुख्यमंत्री नायडू ने उठाया है।

नायडू ने लगाए थे आरोप

विनोद बंसल ने कहा कि उन लोगों के ऊपर तुरंत कड़ी कार्रवाई करते हुए सजा दें, जिन्होंने तिरुपति के लड्डू प्रसादम में जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल किया। लड्डू प्रसादम तिरुपति के नामी श्री वेंकटेश्वर मंदिर में चढ़ाया जाता है और यह तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) द्वारा संचालित है।

बुधवार को नायडू ने यह दावा भी किया कि यहां तक कि तिरुमाला लड्डू भी घटिया सामग्री से बनाया गया था। उन्होंने घी के बजाय जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल किया। हालांकि, वाईएसआरसी पार्टी ने आरोपों से इन्कार किया है।

कांग्रेस ने की सीबीआई जांच की मांग

शर्मिला ने कहा कि नायडू के आरोपों से करोड़ों हिंदुओं की भावनाएं आहत हुई हैं, जो भगवान वेंकटेश्वर की पूजा करते हैं। तुरंत एक उच्च स्तरीय समिति का गठन करें या सीबीआई से जांच कराएं कि क्या घी के बजाय पशु वसा का इस्तेमाल किया गया था।

तिरुपति मंदिर के प्रसाद में फिश ऑयल मिलने की पुष्टि हुई है. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने तिरुपति मंदिर के प्रसाद में घी की जगह जानवरों की चर्बी मिलाने का आरोप लगाया था. इसके बाद सैंपल जांच के लिए भेजे गए. अब जांच के बाद रिपोर्ट सामने आई है जिसमें फिश ऑयल मिलने की बात कही गई है. बुधवार को सीएम ने पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी पर आरोप लगाया था कि जगन राज में तिरुपति मंदिर के प्रसाद में घी की जगह जानवरों की चर्बी मिलाई गई.

एक कार्यक्रम के दौरान नायडू ने कहा था कि प्रसाद में घी की जगह जानवरों की चर्बी और घटिया क्वालिटी का सामान इस्तेमाल होता था. उन्होंने कहा कि हमने ये सुनिश्चित किया कि प्रसाद में असली घी, साफ-सफाई और अच्छी क्वालिटी का ध्यान रखा जाए.

जगन मोहन रेड्डी का पलटवार
सीएम नायडू के इस बयान पर जगन मोहन रेड्डी की पार्टी YSRCP ने भी जवाब दिया. इसमें कहा गया कि चंद्रबाबू नायडू ने दिव्य मंदिर तिरुमाला की पवित्रता और करोड़ों हिंदुओं की आस्था को नुकसान पहुंचाकर बहुत बड़ा पाप किया है. चंद्रबाबू नायडू द्वारा तिरुमाला के प्रसाद पर की गई टिप्पणी बेहद घटिया है. मनुष्य जन्म में जन्मा कोई भी व्यक्ति ऐसे शब्द नहीं बोलता और न ही ऐसे आरोप लगाता है. एक बार फिर यह साबित हो गया है कि राजनीति के लिए चंद्रबाबू कुछ भी गलत करने से नहीं हिचकिचाएंगे.

रेड्डी ने कहा कि भक्तों की आस्था को मजबूत करने के लिए मैं और मेरा परिवार तिरुमाला प्रसाद के मामले में शपथ लेने के लिए तैयार है. क्या चंद्रबाबू भी अपने परिवार के साथ शपथ लेने के लिए तैयार हैं?

लड्डू भी घटिया सामान से बनाने का आरोप
बता दें कि तिरुपति के श्री वेंकटेश्वर मंदिर में तिरुपति लड्डू चढ़ाया जाता है, जिसका संचालन तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) करता है. एनडीए विधायक दल की बैठक को संबोधित करते हुए सीएम नायडू ने दावा किया कि कि तिरुमाला लड्डू भी घटिया सामग्री से बनाया जाता था, घी की जगह पशु वसा का इस्तेमाल किया जाता था. सीएम ने जोर देकर कहा कि अब शुद्ध घी का इस्तेमाल किया जा रहा है और मंदिर में हर चीज को सैनिटाइज किया गया है, जिससे गुणवत्ता में सुधार हुआ है.

क्या है पूरा मामला?

आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने आरोप लगाया था कि जगनमोहन रेड्डी के सरकार में रहते हुए तिरुपति मंदिर के प्रसाद में घी की जगह जानवरों की चर्बी को मिलाया जाता था. एक कार्यक्रम में बोलते हुए सीएम चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि प्रसाद में घी की जगह जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल हुआ था, इसके अलावा भी दोयम दर्जे के सामान का इस्तेमाल होता था. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने सुनिश्चित किया है कि घी सहित उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री का अब इस्तेमाल किया जा रहा है और मंदिर में सभी भोजन प्रसाद अब बेहतर गुणवत्ता के हैं.

वाईआरएसपी ने किया पलटवार

सीएम चंद्रबाबू नायडू के बयान पर वाईएसआरसीपी ने आपत्ति जताई है. पार्टी ने कहा है कि टीडीपी ने राजनीतिक लाभ लेने के लिए झूठ का सहारा लिया है. पार्टी ने यह भी कहा कि यह नायडू ही हैं, जिन्होंने इस तरह की अपमानजनक टिप्पणी करके मंदिर और करोड़ों श्रद्धालुओं की पवित्रता को नुकसान पहुंचाया है. वाईएसआरसीपी के वाईवी सुब्बा रेड्डी ने एक्स पर तेलुगु में लिखा कि “यह एक बार फिर साबित हो गया है कि चंद्रबाबू (नायडू) राजनीति के लाभ के लिए कुछ भी बुरा करने में संकोच नहीं करेंगे.”

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