श्रीनारद मीडिया, प्रभात कुमार मिश्रा, गया ( बिहार )
बीते 26 सितंबर को गया जिले के इमामगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत गोजरा गांव में कुछ अपराधियों ने एक महिला की हत्या गला दबाकर कर दिया गया था। उक्त हत्याकांड का पुलिस ने सफल उद्भेदन करते हुए चार आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। हत्याकांड के उद्भेदन के बाद डीएसपी कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर डीएसपी अमित कुमार ने बताया कि बीते 26 सितंबर की की रात कुछ अपराधियों ने इमामगंज थाना क्षेत्र के गोजरा गांव में एक महिला की हत्या गला दबाकर कर दी थी।
घटना की सूचना मिलते ही अपर थानाध्यक्ष रासबिहारी प्रसाद एवं एसआई चन्दन कुमार दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंच कर निरीक्षण करते हुए शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया। मामले में अजय भारती की पत्नी करूणा कुमारी ने अपना फर्द बयान अंकित कराया था। उक्त महिला के फर्द बयान के आधार पर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज किया और अनुसंधान शुरू किया गया। महिला करुणा कुमारी ने बयान कहा था कि गांव के हीं रमेश भारती, विजय भारती, सेवंती देवी और राजमती देवी ने उसकी सास प्यारी देवी को डायन बताकर गला दबाकर हत्या कर दिया है।
प्राथमिकी दर्ज होने के बाद एसएसपी आशीष भारती ने त्वरित संज्ञान लेते हुए डीएसपी अमित कुमार के नेतृत्व में कांड मे संलिप्त अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतू एक विशेष टीम का गठन किया। जिसमें थानाध्यक्ष अमित कुमार, एसआइ चन्दन कुमार, अपर थानाध्यक्ष रासबिहारी प्रसाद एवं अन्य पुलिस अधिकारियों को शामिल किया गया। अनुसंधान के दौरान परिस्थिति जन्य साक्ष्य, एफएसएल टीम के द्वारा घटनास्थल से निरीक्षण में आए साक्ष्य के आधार पर उक्त विशेष टीम के द्वारा चारों नामजद आरोपियों के घर पर बारी-बारी से छापेमारी कर विधिवत गिरफ्तारी की गई।
गिरफ्तारी के पश्चात आरोपियों ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार किया है। डीएसपी ने बताया कि घटना को अंजाम देने का कारण पूछने जानें पर आरोपियों ने बताया की घटना के 15 दिन पूर्व प्राथमिकी अभियुक्त रमेश भारती एवं विजय भारती के भाई किशन भारती की मृत्यु हो गई थी। जिसकी मृत्यु के लिए नामजद लोग प्यारी देवी को दोषी मानने लगे तथा सोचने लगे कि प्यारी देवी डायन है, जिसके द्वारा ही कुछ कर दिया गया है। जिससे किशन भारती की मौत हुई है। इसी घटना को लेकर सभी चारो नामजद आरोपियों के द्वारा प्यारी देवी की हत्या की योजना बनाई गई और 26 सितंबर की रात्रि को प्यारी देवी के घर में चारदीवारी कूद कर चारों मिलकर पैर पकड़ कर एवं गला दबाकर प्यारी देवी की हत्या कर दिया।
इस कांड में सफल उद्भेदन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में थानाध्यक्ष अमित कुमार, एसआइ चन्दन कुमार, अपर थानाध्यक्ष रासबिहारी प्रसाद, एसआइ प्रदीप गोंड, एसआइ अविनाश कुमार, अशफाक आलम, डायल-112 हवलदार युगल यादव, सिपाही अशीष कुमार, पुष्पा कुमारी शामिल हैं।