लाल बहादुर शास्त्री व महात्मा गांधी के जयंती के अवसर पर सिवान ब्लड डोनर के सहयोग से रक्तदान शिविर का हुआ आयोजन 

लाल बहादुर शास्त्री व महात्मा गांधी के जयंती के अवसर पर सिवान ब्लड डोनर के सहयोग से रक्तदान शिविर का हुआ आयोजन

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सिविल सर्जन और उपाधीक्षक ने संयुक्त रूप से फीता काट किया विधिवत उद्घाटन:

जरूरतमंद को एक नई जिंदगी देने में रक्तदाताओं की अहम भूमिका: सिविल सर्जन

स्थानीय स्तर पर रक्तदाताओ के सहयोग से पूरी कराई जाती है रक्त: उपाधीक्षक

श्रीनारद मीडिया, सिवान, (बिहार):

रक्तदान करने से किसी प्रकार से कोई समस्या उत्पन्न नही होती है। साथ ही शरीर में नई रक्त कोशिकाओं का निर्माण करने के अलावा आपको स्वस्थ्य रखने में मददगार साबित होता है। उक्त बातें सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद ने सदर अस्पताल परिसर स्थित सभागार में स्वेक्षिक रक्तदान शिविर के उद्घाटन के दौरान कही। रक्तदान शिविर के दौरान उपस्थित समूह के साथ ही रक्तदाताओं को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि रक्तदान करने से ह्रदयाघात की संभावना बहुत ही कम होती है। रक्त विकार से संबंधित कई ऐसी बीमारियां हैं जिसके लिए रक्त की जरूरत होती है। ऐसे में उनलोगों का ध्यान रखना भी सभी की जिम्मेदारी हो जाती है। रक्त विकार की समस्याएं जैसे- थैलेसीमिया, हीमोफीलिया व ब्लड कैंसर से प्रभावित लोगों को रक्त की हमेशा जरूरत होती है। जबकि एनीमिया से प्रभावित गर्भवती महिलाओं के प्रसव संबंधी जोखिम को कम करने के लिए भी रक्त की जरूरत होती है। क्योंकि अत्यधिक रक्तस्राव से प्रसूता की जान भी जा सकती है। वहीं अन्य प्रकार के सर्जरी के दौरान भी रक्त की जरूरत लोगों को होती है। ऐसे समय के लिए अधिकतर लोग रक्त अधिकोष (ब्लड बैंक) पर ही निर्भर होते हैं। खून की आवश्यकता की पूर्ति तभी संभव है जब ब्लड बैंक में पर्याप्त मात्रा में रक्त का भंडारण किया गया हो। ऐसे में एक स्वस्थ्य व्यक्ति द्वारा रक्तदान किया जाना महादान माना जाता है।

स्थानीय स्तर पर रक्तदाताओ के सहयोग से पूरी कराई जाती है रक्त: उपाधीक्षक
सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ अनिल कुमार सिंह ने जिलेवासियों से आश्वस्त करते हुए कहा कि सदर अस्पताल में कभी भी रक्त की कमी नही होती है। क्योंकि नियमित रूप से रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाता हैं। जिस कारण कोई भी मरीज रक्त की कमी से नही जूझता है। क्योंकि इसके लिए शहर के विभिन्न सामाजिक संगठनों के अलावा निजी तौर पर रक्तदान करने वालो की कमी नही रहती है। नियमित रूप से स्थानीय स्तर पर रक्तदान कर लोगों की जरूरत को पूरा किया जाता है। साथ ही कई अन्य संगठनों द्वारा समय- समय पर रक्तदान शिविर का आयोजन भी किया जाता है। इसके अलावा रक्तकेंद्र के अधिकारी और कर्मियों द्वारा भी रक्तदान किया जाता है ताकि किसी को रक्त की कमी नही हो। इसके अलावा लगभग एक दर्जन से अधिक सामाजिक कार्यकर्ताओं का समूह तैयार किया गया है जो कभी भी रक्त की जरूरत होने पर निःशुल्क रक्तदान कर जरूरतमंदों को रक्त उपलब्ध करवाते हैं।

 

कोई भी बालिग व्यक्ति रक्तदान कर सकता है लेकिन सबसे पहले स्वस्थ्य रहना जरूरी: नोडल अधिकारी
सदर अस्पताल परिसर स्थित रक्त केंद्र की नोडल अधिकारी सह महिला रोग विशेषज्ञ डॉ रिमझिम ने बताया कि सिवान ब्लड डोनर के द्वारा रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। परमार्शी सुनीति कुमारी श्रीवास्तव के देखरेख में 35 रक्तदाताओं ने स्वैक्षिक रूप से रक्तदान किया है। लेकिन रक्तदान करने से पहले कुछ आवश्यक जानकारियां हर किसी को होनी चाहिए। जैसे – एक स्वस्थ्य व्यक्ति 18 से 65 साल की उम्र के बाद स्वैक्षिक रक्तदान कर सकता है। लेकिन उसका वजन 45 किलोग्राम या उससे अधिक होना चाहिए। जबकि रक्तदान करने वाला व्यक्ति कैंसर, हृदय रोग, किडनी रोग, मिर्गी, ग्रंथि रोग से प्रभावित नहीं होना चाहिए। साथ ही एचआईवी, डेंगू, मलेरिया, हेपेटाइटिस बी या सी से ग्रसित व्यक्ति के अलावा सिजनोफ्रेनिया या मधुमेह वाला व्यक्ति भी रक्तदान नहीं कर सकता हैं। हालांकि महिलाएं भी एक साल के अंदर तीन बार रक्तदान कर सकती हैं। लेकिन बच्चों को स्तनपान कराने वाली महिलाएं व मासिक चक्र से गुजर रहीं महिलाएं रक्तदान नहीं कर सकती है। रक्तदान करने वाले व्यक्तियों को रक्त केंद्र द्वारा प्रमाण पत्र जबकि सिवान ब्लड डोनेटिंग के निलेश वर्मा के द्वारा मोमेंटो से सम्मानित किया गया। जबकि इस अवसर पर लैब टेक्नीशियन रानी कुमारी, जीएनएम राज नंदनी और सिमा कुमारी सहित  अन्य लोग उपस्थित थे।

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