इस खबर से कांप जाएंगे मोबाइल चोर, 9 बार छापेमारी के बाद पुलिस ने की कुर्की, जानें पूरा मामला
श्रीनारद मीडिया, स्टेट डेस्क:
देश भर में मोबाइल चोरी की कई घटनाएं होती रहती हैं. कुछ खास मामलों में पुलिस की सक्रियता से मोबाइल वापस मिल जाते हैं. हालांकि, मोबाइल चोरी के सभी मामलों में पुलिस बहुत सक्रियता नहीं दिखाती. लेकिन बिहार के भोजपुर में मोबाइल चोरी के मामले में पुलिस द्वारा बहुत बड़ी कार्रवाई की गई है. पुलिस ने मोबाइल चोरी के आरोपी के घर 9 बार छापेमारी करने के साथ ही उसके घर की कुर्की भी कर ली है.
आरोपी आरा के गुड़ी गांव का है,मामला झारखण्ड के धनबाद जिले के रेल पुलिस से जुड़ा है. बताया गया कि धनबाद स्टेशन पर आरा के ही करथ गांव के एक अर्धनसैनिक बल का मोबाइल चोरी किया गया था. जानकारी के मुताबिक, आरा के कृष्णागढ़ थाने की पुलिस के सहयोग से क्षेत्र के गुंडी गांव के निवासी किसुन प्रसाद पिता शंकर प्रसाद के घर कुर्की की करवाई की गई है. कुर्की की करवाई में मोबाइल चोरी के आरोपी किसुन प्रसाद के घर से कुल 21 सामानों को जब्त कर गांव के ही निवासी डॉ मकसूद के हवाले जिम्मेनामा कर दिया गया.3 अगस्त 2021 की घटना बता दें कि आरा के तारारी प्रखंड के करथ गांव के निवासी रितेश कुमार ट्रेन में यात्रा कर रहे थे.
उसी क्रम में किसुन प्रसाद ने उनका मोबाइल चोरी कर आरा के एक व्यक्ति को बेच कर दिया था. सीआरपीएफ के जवान रितेश कुमार मौर्य एक्स्प्रेस गाड़ी के B1 बोगी में सीट संख्या 37 और 40 पर पत्नी गुड़िया देवी के साथ बोकारो जा रहे थे.उसी रात 2:30 बजे गुड़िया देवी की नींद खुली तो देखा की जिस बैग में मोबाइल था वह बैग ही नहीं है. घटना के बाद पीड़ित रितेश कुमार ने धनबाद रेल थाने में केस दर्ज कराया. जिसका नम्बर 3/22 है. केस की जांच करने वाले इंवेस्टिगेटिंग ऑफिसर (IO) एसआई सचिन कुमार काफी प्रयास के बाद मोबाइल को आरा से बरामद कर लिए. उसी समय से चोरी का मुख्य आरोपी किसुन प्रसाद फरार चल रहा है.
एसआई सचिन कुमार ने बताया कि पीड़ित ने घटना की सूचना पहले बोकारों में दी. बोकारो से एसपी के आदेश के बाद जीरो एफआईआर कर धनबाद भेजा गया था. जांच के समय मोबाइल का सिम आरा के कृष्णागढ़ थाना क्षेत्र के घेघटा गांव निवासी रोशन सिंह पिता अवधेश सिंह प्रयोग कर रहा था.जब उससे पूछताछ की गई तो उसने बताया की किसुन प्रसाद 5 हजार रुपए में मोबाइल उसको बेचा था. उसके बाद से ही मोबाइल चोरी के आरोपी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है. उसके घर की कुर्की भी की गई है. अभी भी छापेमारी कई जगहों पर जारी है.
ये है पूरा घटनाक्रम 3 अगस्त 2021 को एफआईआर दर्ज हुई थी. उसके बाद 17 मई 2022 को पहली बार छापेमारी हुई. 8 जून 2024 को इश्तेहार चस्पा किया गया. उसके बाद 28 जून 2022 को नोटिस दिया गया. इतने के बाद भी आरोपी ने आत्मसमर्पण नहीं किया. इसके बाद फिर से लगातार 10 जुलाई 2022, 8 अगस्त, 12 अगस्त 2022, 14 सितंबर, 29 सितंबर और 18 दिसंबर को छापेमारी की गई. आरोपी के घर छापेमारी हुई. इतनी छापेमारी के बाद भी आरोपी पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया. जिसके बाद केस के जांच अधिकारी सचिन कुमार ने कोर्ट का सहारा ले कर वारंट प्राप्त किया और आरोपी के घर कुर्की की कार्रवाई की गई.
यह भी पढ़े
सारण पुलिस द्वारा चलाए गए विशेष अभियान में 42 अभियुक्तों को किया गया गिरफ्तार
गोपालगंज में घर के बाहर दरवाजे पर सो रहा था किसान, अपराधियों ने गोलियों से भूना
किशनगंज में फाइनेंस कर्मी से लूट, गोली मारकर बदमाशों ने छीन लिए लाखों रुपए
सुपौल में बाइक सवार बदमाशों ने युवक को मारी गोली
बिहार के गया में माइक्रो फाइनेंस बैंक में लूट, बैंक डायरेक्टर समेत 3 को मारी गोली, मचा हड़कंप!