सदर अस्पताल में सर्वाइकल कैंसर से बचाने को लेकर टीकाकरण का हुआ शुभारंभ
कैंसर रोधी ह्यूमन पेपिलोमा वायरस (एचपीवी) टीका बदलेगी बेटियों की जीवन रेखा: जिलाधिकारी
टीकाकरण से लगभग 70 प्रतिशत तक सर्वाइकल कैंसर के मामलों से बचाव संभव: सिविल सर्जन
श्रीनारद मीडिया, सीवान (बिहार):
सीवान जिले की 09 से 14 आयुवर्ग की बालिकाओं को सर्वाइकल कैंसर (गर्भाशय ग्रीवा या बच्चेदानी के मुंह का कैंसर) की बीमारी से बचाने और सुरक्षित रखने के लिए ह्यूमन पेपिलोमा वायरस (एचपीवी) टीकाकरण का शुभारंभ किया गया है। उक्त बातें जिलाधिकारी मुकुल कुमार गुप्ता ने सदर अस्पताल परिसर स्थित सभागार में मुख्यमंत्री बालिका कैंसर प्रतिरक्षण योजना के अंतर्गत गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर से बचाव को लेकर एचपीवी टीकाकरण का शुभारंभ करने के बाद कही। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में चार मेडिकल कॉलेज जबकि सदर अस्पताल सिवान का चयन किया गया है।
जिला मुख्यालय स्थित चयनित पांच विद्यालयों में पढ़ने वाली 09 से 14 आयुवर्ग की बालिकाओं को टीकाकृत किया गया है। जिले की बच्चियों को दी जाने वाली एचपीवी टीका बेटियों की जीवन रेखा बदलने का काम करेगी। स्वास्थ्य मंत्री ने पटना स्थित आईजीआईएमएस में इसका विधिवत शुभारंभ किया है जबकि सदर अस्पताल सिवान में बच्चियों को टीकाकृत कर उद्घाटन किया गया है।
राज्य में एचपीवी टीकाकरण अभियान संचालित करने का मुख्य उद्देश्य यही है कि सर्वाइकल कैंसर भारतीय महिलाओ में कैंसर का दूसरा सबसे बड़ा कारण है। मुख्यमंत्री बालिका कैंसर प्रतिरक्षण योजना के तहत गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर से बचाव को लेकर एचपीवी टीकाकरण अभियान की शुरुआत की गई हैं। जो फिलहाल राज्य के पांच जिलों को पायलट प्रोजेक्ट के तहत चयनित किया गया है। जिसमें सिवान जिला का भी चयन हुआ है।
टीकाकरण से लगभग 90 प्रतिशत तक सर्वाइकल कैंसर के मामलों से बचाव संभव: सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद ने बताया कि जिले की सौ बालिकाएं जिनका उम्र 09 से 14 आयुवर्ग के बीच है। उनको टीकाकृत किया गया है। क्योंकि ह्यूमन पेपिलोमा वायरस (एचपीवी) टीकाकरण से लगभग 90 प्रतिशत तक सर्वाइकल कैंसर के मामलों से बचाव संभव है, साथ ही यह एचपीवी संक्रमण से संबंधित अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से भी सुरक्षित रखने में मददगार साबित होता है।
हालांकि यह टीका शत प्रतिशत सुरक्षा नहीं देगा, लेकिन यह गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर से बचाव को कम करने में बेहद प्रभावी है। इसलिए बच्चेदानी के मुंह के कैंसर से बचाव को लेकर टीकाकरण आवश्यक है। कैंसर से सुरक्षित रहने और संबंधित बीमारियों से बचाव के लिए टीकाकरण एक समझदारी भरा कदम है। सर्वाइकल कैंसर (गर्भाशय ग्रीवा या बच्चेदानी के मुंह का कैंसर) एक गंभीर बीमारी है। भारत में इसके मरीजों की संख्या दिनों दिन बढ़ रही है। जिस कारण विश्व के 5 सर्वाइकल कैंसर के मरीजों में से एक भारत में है। हालांकि यह बीमारी व्यस्क महिलाएं जिनकी उम्र 40 से 60 के बीच है, वह कैंसर के वैश्विक बोझ का एक चौथाई हिस्सा है।
शहर के पांच विद्यालयों के बच्चियों को किया गया टीकाकृत: डीआईओ
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ अरविंद कुमार ने बताया कि केंद्रीय विद्यालय की रागिनी कुमारी, जवाहर नवोदय विद्यालय की आराध्य सिंह, कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका की शालू कुमारी, डीएवी मध्य विद्यालय की दीपिका कुमारी, सिटी मांटेसरी स्कूल की प्राची शर्मा और एरिना नाज़ को जिलाधिकारी और सिविल सर्जन के देखरेख में प्रशिक्षित एएनएम द्वारा इन सभी बच्चियों को कैंसर से बचाव के लिए टीकाकृत किया गया।
टीकाकरण के बाद निगरानी टीम के शामिल सदर अस्पताल की चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रीता सिन्हा और डॉ पल्लवी जबकि होमी भाभा कैंसर एंड रिसर्च सेंटर की डॉ शिवांगी और डॉ सेबी जबकि स्टाफ नर्स आभा कुमारी और कुसुम कुमारी शामिल थी। एचपीवी टीकाकरण अभियान के तहत टीकाकृत हुई बालिकाओं को अगला टीका छह माह के बाद दिया जाएगा। इस अवसर पर जिलाधिकारी मुकुल कुमार गुप्ता, सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद, सदर अस्पताल के अधीक्षक डॉ अनिल कुमार सिंह, डीएमओ डॉ ओपी लाल, डीआईओ डॉ अरविंद कुमार, डीईओ राघवेन्द्र प्रताप सिंह, डीपीओ अशोक कुमार पाण्डेय, डीपीएम विशाल कुमार, डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डॉ अमजद अली, यूनिसेफ के एसएमसी कामरान खान, पीरामल स्वास्थ्य के कुंदन कुमार, यूएनडीपी के मनोज कुमार, डाटा सहायक अशोक कुमार शर्मा और सिफार के डीपीसी धर्मेंद्र रस्तोगी सहित कई अन्य अधिकारी और कर्मी उपस्थित रहे।
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