क्या खाड़ी में छिड़ जाएगा भयंकर युद्ध?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
खाड़ी क्षेत्र में भयंकर युद्ध छिड़ने वाली है. ईरान के हमलों के जवाब में अब इजराइल पलटवार कर सकता है. मीडिया रिपोर्ट के हवाले से खबर है कि इजराइल ईरान के राष्ट्रपति भवन पर हमला कर सकता है. इसके अलावा वो रिवोल्यूशनरी गार्ड के हेड क्वार्टर पर भी हमला कर सकता है. रिपोर्ट में यह भी कहा जा रहा है कि इजराइल की सेना ईरान के तेल डिपो को भी निशाना बना सकती है. ईरान पर इजराइल हमला करता है तो मिडिल ईस्ट में भयंकर युद्ध छिड़ सकता है.
दो बार मिसाइलों से ईरान कर चुका है इजराइल पर हमला
ईरान की ओर से दो बार इजराइल पर मिसाइल से हमला किया जा चुका है. अपनी दूसरी बार के हमले में ईरान ने इजराइल पर करीब 181 मिसाइल फायर किए थे. ईरान के हमले के बाद से ही कयास लगाए जा रहे हैं कि इजराइल इसका जोरदार तरीके से पलटवार कर सकता है. खुद पीएम नेतन्याहू ने कहा था कि इजराइल समय आने पर ईरान को इसका पूरा जवाब देगा. ऐसे में अब मीडिया रिपोर्ट के हवाले से खबर आ रही है कि इजराइल ईरान के तीन जगहों को निशाना बना सकता है. जिसमें राष्ट्रपति भवन पर हमला भी शामिल है.
खामेनेई ने हाल में ही दी थी ईरान को चेतावनी
इससे पहले ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने शुक्रवार को अरब के मुसलमानों इजराइल के खिलाफ एक होने की अपील की थी. उन्होंने तेहरान की ग्रैंड मस्जिद में नमाज पढ़ने के बाद कहा कि ईरान से लेबनान तक मुसलमान एक हो जाएं. उन्होंने इस्लामिक देशों से एक होकर इजराइल का नामों निशां मिटा देने की अपील की थी. उन्होंने यह भी कहा था कि आने वाले दिनों में इजराइल पर और हमले हो सकते है.
रविवार को इजराइल ने किया मस्जिद पर हमला
बता दें, रविवार को इजराइल ने गाजा पट्टी की एक मस्जिद पर हवाई हमला किया. इस हमले में 19 लोगों की मौत हो गयी. फलस्तीनी अधिकारियों ने यह जानकारी दी. इधर इजराइल ने उत्तरी गाजा और दक्षिणी बेरूत में भी बमबारी तेज कर दी है. इजराइल सात अक्टूबर को हमास के हमले के करीब एक साल बाद भी उससे लड़ रहा है और उसने लेबनान में हिजबुल्ला के खिलाफ नया मोर्चा खोल दिया है. मध्य देर अल-बला शहर के मुख्य अस्पताल के समीप एक मस्जिद में शरण लेने वाले विस्थापित लोगों पर हमला किया गया. इजराइल ने सबूत उपलब्ध कराए बिना कहा कि उसने हमास के कमांड एवं नियंत्रण केंद्र को निशाना बनाया है.
हमास नेता इस्माइल हानिया की ईरान की राजधानी तेहरान और हिजबुल्लाह कमांडर फुआद शुकर की लेबनान में हत्या के बाद अरब देशों में एक तनाव देखने को मिल रहा है। द सन ने क्षेत्रीय विशेषज्ञों के हवाले से की गई एक रिपोर्ट में कहा है कि बीते साल 7 अक्टूबर के इजरायल में हमास के हमले के बाद इस समय पश्चिम एशिया सबसे उथल-पुथल भरे दौर में है। आने वाले समय में इस क्षेत्र में संघर्ष बढ़ सकता है क्योंकि ईरान और हिजबुल्लाह दोनों ने ही इजरायल से बदले की बात कही है। वहीं अमेरिका ने भी इजरायल की मदद का ऐलान कर दिया है।
केआरओसी इंस्टीट्यूट फॉर इंटरनेशनल पीस स्टडीज के प्रोफेसर एशर कॉफमैन ने द सन से एक बातचीत में कहा, ‘ईरान और हिजबुल्लाह की ओर से इजरायल पर दोतरफा हमला हो सकता है। मैं कहू्ंगा कि यह क्षेत्र खतरे में है बल्कि ये भी कहा जा सकता है कि वैश्विक स्तर पर दुनिया का बड़ा हिस्से खतरे में हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि मुझे यकीन है कि ईरानी नेतृत्व और हिजबुल्लाह अब इस बात पर विचार कर रहे हैं कि कैसे मिलकर इजरायल को जवाब दिया जाए। ये ऐसी प्रतिक्रिया हो सकती है, जिसमें हिजबुल्लाह और ईरान शामिल होंगे।’
ईरान ने खाई है बदले की कसम
तेहरान में हमास नेता पर हमले के बाद ईरान में रोष देखा जा रहा है और ईरानी सरकार ने बदला लेने की कसम खाई है। ईरान इसके लिए हिजबुल्लाह का इस्तेमाल कर सकता है। माना जाता है कि हिजबुल्लाह को तेहरान का पूरा समर्थन है। कॉफमैन का मानना है कि पिछले साल अक्टूबर में गाजा में युद्ध छिड़ने के बाद से पश्चिम एशिया में यह सबसे खतरनाक स्थिति है। कॉफमैन का मानना है कि कई दिनों तक लगातार हमलों और इजरायल के दो प्रमुख दुश्मनों की हत्या के बाद इस क्षेत्र में एक व्यापक युद्ध छिड़ने की आशंका बढ़ रही है।
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