टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी की हरकतों ने हलचल मचा दी है,कैसे?

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

वक्फ बिल पर JPC की बैठक में मेज पर पहले मारा मुक्का, फिर पटक कर फोड़ दी थी काँच की बोतल,यह बोतल तोड़ने के चक्कर में वह घायल हो गए और अपने बाएँ हाथ की छोटी उंगली और अँगूठे को चोटिल कर लिया।

वक्फ संशोधन बिल पर चर्चा को लेकर आयोजित संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की बैठक में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद कल्याण बनर्जी की हरकतों ने हलचल मचा दी। इस दौरान गुस्से में उन्होंने एक कांच की बोतल जोर से मेज पर पटक दी, जिससे कांच के टुकड़े उनकी उंगलियों में घुस गए और वे घायल हो गए। उनके इस आक्रामक व्यवहार के बाद उन्हें एक दिन के लिए निलंबित कर दिया गया है। घटना के बाद जेपीसी के अध्यक्ष जगदंबिका पाल के खिलाफ असंसदीय भाषा का इस्तेमाल करने और कांच की बोतल तोड़ने पर उनके निलंबन की मांग की गई, जिसे समिति ने बहुमत से मंजूर किया।

वक्फ बिल पर जेपीसी के सदस्य बनर्जी को समिति के अध्यक्ष जगदंबिका पाल के खिलाफ असंसदीय भाषा का इस्तेमाल करने और कांच की बोतल तोड़ने और उन पर फेंकने के लिए लोकसभा नियम 261 और 374 (1) (2) के तहत एक दिन और दो बैठकों के लिए निलंबित कर दिया गया। बनर्जी के निलंबन की मांग करने वाले प्रस्ताव के पक्ष में नौ और विपक्ष में आठ वोट पड़े।

कल्याण बनर्जी इससे पहले भी अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चाओं में रहे हैं। 67 वर्षीय बनर्जी पेशे से वकील रह चुके हैं और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के वफादार माने जाते हैं। कल्याण बनर्जी अक्सर नेताओं पर तीखी टिप्पणियां करते रहे हैं। उन्होंने पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक पर कटाक्ष किए हैं। इतना ही नहीं, जब उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ पश्चिम बंगाल के राज्यपाल थे, तब भी बनर्जी ने उनके खिलाफ कई बार आलोचनात्मक बयान दिए थे।

बनर्जी का राजनीतिक सफर काफी लंबा रहा है। वे 2009 से पश्चिम बंगाल की लोकसभा सीट से तीन बार सांसद रह चुके हैं। इससे पहले 2001 में पश्चिम बंगाल विधानसभा के सदस्य बने थे। 2009 में मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य की आलोचना कर वे सुर्खियों में आए थे और उसके बाद से ही उनके विवादित बयानों का सिलसिला जारी रहा। हाल ही में उन्होंने लोकसभा में ‘कित-कित’ कहते हुए बीजेपी के 400 सीटों के दावे पर हमला बोला था, जिससे जुड़ा वीडियो खूब वायरल हुआ था।

इसी बैठक के दौरान TMC सांसद कल्याण बनर्जी की भाजपा सांसद और पूर्व जज अभिजीत गंगोपाध्याय से किसी मुद्दे को लेकर तीखी बहस हो गई। इसके बाद कल्याण बनर्जी ने अपना आपा खो दिया और मेज पर मुक्का दे मारा। इसके बाद भी जब उनका गुस्सा शांत नहीं हुआ तो उन्होंने सामने रखी काँच की बोतल तोड़ दी।

यह बोतल तोड़ने के चक्कर में वह घायल हो गए और अपने बाएँ हाथ की छोटी उंगली और अँगूठे को चोटिल कर लिया। काँच लगने के कारण उनके हाथ में खून निकलने लगा। इसके बाद उन्हें मौके पर ही प्राथमिक उपचार दिया। बताया गया है कि उन्हें 4 टाँके लगे हैं। कल्याण बनर्जी को इसके बाद साथी सांसद बैठक से बाहर लेकर चले गए।

वक्फ पर बनाई गई JPC की बैठक में विपक्षी सांसदों का बवाल करने का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले हुई मीटिंग में कर्नाटक अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व चेयरमैन द्वारा कौन्र्गेस अध्य्स्ख मल्लिकार्जुन खरगे के वक्फ की जमीन पर कब्जा करने की बात को लेकर भी बवाल हो गया था। विपक्षी सांसदों ने तब मीटिंग का बहिष्कार कर दिया था।

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