तिरहुत स्नातक उपचुनाव की हुई घोषणा
5 दिसंबर को वोटिंग, 9 दिसंबर को मतगणना
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार में चार सीटों पर विधानसभा उपचुनाव के बाद अब एक और महत्वपूर्ण चुनाव होने जा रहा है. सीतामढ़ी से देवेश चंद्र ठाकुर के सांसद बनने के बाद तिरहुत स्नातक निर्वाचन सीट पर उपचुनाव का रास्ता खुल गया है, जिसे लेकर चुनाव आयोग ने अधिसूचना जारी कर दी है. तिरहुत स्नातक सीट के उपचुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं.
नामांकन और मतदान की तारीखें
चुनाव आयोग के निर्देशानुसार, इस उपचुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया 11 नवंबर से 18 नवंबर तक चलेगी. नाम वापसी की अंतिम तिथि 21 नवंबर तय की गई है. इस उपचुनाव का मतदान 5 दिसंबर को होगा, और मतगणना के बाद 9 दिसंबर को चुनाव परिणाम घोषित कर दिया जाएगा.
प्रमुख उम्मीदवारों की सूची
तिरहुत स्नातक सीट पर इस बार कड़ा मुकाबला होने की संभावना है. राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने अपने उम्मीदवार के रूप में गोपी किशन को मैदान में उतारा है, जबकि जनता दल यूनाइटेड (जदयू) से अभिषेक झा को उम्मीदवार बनाया गया है. वहीं, लोक जनशक्ति पार्टी (LJPR) के पूर्व उपाध्यक्ष रौकेश रौशन ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने की घोषणा की है.
चुनावी सरगर्मी और संभावनाएं
इस उपचुनाव के नतीजे न सिर्फ तिरहुत स्नातक क्षेत्र बल्कि राज्य की राजनीति पर भी असर डाल सकते हैं. प्रमुख दलों ने अपनी रणनीतियां तेज कर दी हैं, और उम्मीदवार क्षेत्र में प्रचार अभियान में जुट गए हैं. इस उपचुनाव में मतदाताओं का रुझान तय करेगा कि बिहार की राजनीति में किसकी पकड़ मजबूत होती है.
आयोग के अनुसार 11 नवंबर को अधिसूचना जारी होगी, साथ ही नामांकन शुरू होगा। 18 नवंबर तक नामांकन पत्र दाखिल होगा। 19 नवंबर को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी। 21 नवंबर नामांकन वापसी की अंतिम तारीख निर्धारित की गई है। आपको बता दें यह सीट देवेश चंद्र ठाकुर के सांसद निर्वाचित होने और एमएलसी के पद से इस्तीफा देने के कारण खाली हुई है। इस सीट के लिए कार्यकाल 14 जून 2026 तक निर्धारित है।
चुनाव आयोग की उपचुनाव की घोषणा के साथ ही तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। इस निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले जिलों में यह लागू हुई है। इनमें मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, शिवहर, सीतामढी जिले शामिल हैं।
सीतामढ़ी लोकसभा सीट से जनता दल यूनाइटेड के देवेश चंद्र ठाकुर 51 हजार 356 वोटों से जीत दर्ज की थी। उन्होंने RJD के अर्जुन राय को शिकस्त दी थी। देवेश चंद्र ठाकुर को कुल 5 लाख 15 हजार 719 वोट मिले थे। जेडीयू ने देवेश चंद्र ठाकुर को सीतामढ़ी सीट पर सीटिंग सांसद सुनील कुमार पिंटू का टिकट काटकर उम्मीदवार बनाया था। इससे पहले देवेश चंद्र ठाकुर 4 बार एमएलसी रह चुके हैं। 2002 में तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर जीते थे। फिर जेडीयू में शामिल हो गए। साल 2008 में दोबारा तिरहुत स्नातक सीट से एमएलसी चुनाव जीता। साल 2014 और फिर 2020 में भी जीत हासिल की थी।
इससे पहले अक्टूबर महीने में चुनाव आयोग ने चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव का ऐलान किया है। जिसमें तरारी, बेलागंज, इमामगंज और रामगढ़ की सीट शामिल है। 13 नवंबर को इन चारों सीटों पर वोटिंग है। और 20 नवंबर को चुनाव परिणाम घोषित किया जाएगा।