AMU पर 57 साल बाद बंट गए सुप्रीम कोर्ट के जज
मैं आज एएमयू के सभी छात्रों और शिक्षकों को बधाई देता हूं- ओवैसी
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
अजीज बाशा बनाम भारत सरकार
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के अल्पसंख्यक दर्जे पर विवाद सबसे पहले 1965 में शुरू हुआ। 20 मई 1965 को केंद्र सरकार ने एएमयू एक्ट में संशोधन किया था। इससे संस्थान की स्वायत्तता को खत्म कर दिया गया था। बाद में सरकार के फैसले को अजीज बाशा ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी।
संशोधन से एएमयू को मिला अल्पसंख्यक दर्जा
इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने अपने फैसले में 1981 के उस प्रावधान को भी रद कर दिया जिसके तहत एएमयू को अल्पसंख्यक दर्जा दिया गया था। तत्कालीन यूपीए सरकार ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी। विश्वविद्यालय ने भी एक अलग याचिका शीर्ष अदालत में दाखिल की। 2019 में यह मामला सुप्रीम कोर्ट की सात न्यायाधीशों वाली पीठ को भेजा गया था।
फैसले पर बंटे जज
सात न्यायाधीशों की पीठ में सीजेआई डीवाई चंद्रचूर्ण, जस्टिस संजीव खन्ना, जेडी पारदीवाला और मनोज मिश्रा ने बहुमत में फैसला सुनाया। जस्टिस सूर्यकांत, दीपांकर दत्ता और सतीश चंद्र शर्मा ने अल्पसंख्यक दर्जे के खिलाफ अपनी राय व्यक्त की।
मैं आज एएमयू के सभी छात्रों और शिक्षकों को बधाई देता हूं- ओवैसी
”भाजपा के सभी तर्क खारिज कर दिए गए”
वहीं हैदराबाद के सांसद ने भारतीय जनता पार्टी पर भी कटाक्ष किया, उन्होंने कहा, “भाजपा के सभी तर्क खारिज कर दिए गए।” बीजेपी पर आगे हमला करते हुए, ओवैसी ने कहा कि उन्होंने इन सभी सालों में विश्वविद्यालय की अल्पसंख्यक स्थिति का विरोध किया है। उन्होंने कहा, “यह अब क्या करने जा रहा है? इसने एएमयू और जामिया और यहां तक कि मदरसे चलाने के हमारे अधिकार पर हमला करने के लिए हर संभव प्रयास किया है।
”एएमयू के लिए बड़ी जीत है’
संवैधानिक कानून विशेषज्ञ और एएमयू के पूर्व रजिस्ट्रार प्रोफेसर फैजान मुस्तफा, जिन्होंने अपने पद पर रहते हुए सुप्रीम कोर्ट में यह मामला दायर किया था, ने पीटीआई को बताया, “यह सामान्य रूप से अल्पसंख्यक अधिकारों और विशेष रूप से एएमयू के लिए एक व्यापक जीत है।”
एएमयूटीए के सचिव ने किया फैसला का स्वागत
बता दें कि 1967 में एस अजीज बाशा बनाम भारत सरकार के मामले में कहा गया था कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय एक केंद्रीय विश्वविद्यालय है। इसे अल्पसंख्यक संस्थान नहीं माना जा सकता है।
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