मशरक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उपलब्ध है डेंगू मरीजों का उपचार
मरीजों को उपलब्ध कराई जाती है स्वास्थ्य सहायता
श्रीनारद मीडिया, विक्की बाबा, मशरक, सारण (बिहार):
बदलते मौसम में लोगों के डेंगू ग्रसित होने की संभावना बढ़ जाती है। समय पर डेंगू ग्रसित मरीजों की पहचान करते हुए उन्हें चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी आवश्यक सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। डेंगू एक गंभीर वायरल बीमारी है जो एडीज मच्छर के काटने से होती है। डेंगू ग्रसित होने के लक्षण दिखाई देने पर लोगों को तत्काल इसकी जांच करवानी चाहिए।
जांच में पॉजिटिव होने पर मरीजों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डेंगू वार्ड में एडमिट करते हुए मरीजों को आवश्यक चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराई जाती है। जिला डेंगू नियंत्रण कार्यालय से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार मशरक सीएचसी में तेज बुखार प्लेटलेट का दिन प्रतिदिन कम होते जाना मुख्य लक्षण है।कई लोग डेंगू बीमारी से ग्रसित हुए हैं। सभी डेंगू ग्रसित मरीजों को मशरक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के साथ साथ मरीजों की उपलब्धता के अनुसार अलग अलग उपकेन्द्रो के डेंगू नियंत्रण केंद्र द्वारा चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराते हुए सुरक्षित किया गया है।
प्रखंड स्तर पर होती है डेंगू मरीजों की टेस्टिंग :
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मशरक के चिकित्सक डॉ चन्द्रशेखर सिंह ने कहा कि तेज बुखार, सिर दर्द, शरीर में चिकत्ते का होना और मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द होने पर संबंधित व्यक्ति डेंगू बीमारी से ग्रसित हो सकते हैं। ऐसा लक्षण दिखाई देने पर प्रखंड स्तर पर मरीजों की एनएस 01 जांच की जाती है। एनएस 01 नेगेटिव होने पर संबंधित मरीजों को सामान्य उपचार सुविधा कराते हुए डेंगू से सुरक्षित किया जाता है।
प्रखंड स्तर पर एनएस 01 जांच पॉजिटिव होने पर संबंधित मरीजों को विशेष जांच के लिए सदर अस्पताल छपरा रेफर किया जाता है जहां डेंगू वार्ड में विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा मरीजों की एलिजा टेस्टिंग की जाती है। एलिजा टेस्ट में पॉजिटिव आने पर संबंधित मरीजों को डेंगू वार्ड में भर्ती करते हुए इलाज सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। सभी मरीजों को आवश्यक उपचार कराते हुए बहुत जल्द डेंगू बीमारी से सुरक्षित होकर घर भेजा जाता है।
डेंगू से सुरक्षा के लिए सावधानी आवश्यक :
चिकित्सा पदाधिकारी डॉ चन्द्रशेखर सिंह ने कहा कि डेंगू से सुरक्षा के लिए लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत होती है। इसके लिए घर और आसपास के क्षेत्रों को साफ रखना चाहिए। घरों के आसपास पानी के बहाव या रोकथाम नहीं होना चाहिए। सोते समय नियमित रूप से मच्छरदानी का उपयोग करना चाहिए और मच्छरों से बचने के लिए मच्छर निरोधक का उपयोग करना चाहिए। लक्षण दिखाई देने पर तत्काल नजदीकी अस्पताल में डेंगू जांच करवाना चाहिए। इसके लिए सभी प्रखंड अस्पताल में डेंगू मरीजों के उपचार के लिए बेड सुनिश्चित रखा जाता है। समय पर जांच और आवश्यक उपचार करने से लोग डेंगू से सुरक्षित और स्वस्थ हो सकते हैं।
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