हम तो उस समय नहीं लाए अविश्वास प्रस्ताव- मुख्तार अब्बास नकवी
आईएनडीआईए में चल रही कुश्ती, अराजकता हावी- नकवी
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
मनमोहन सिंह पर भरोसा नहीं
उपसभापति भी कांग्रेस के ही रहमान
गौरतलब है कि हामिद अंसारी मोदी सरकार के कार्यकाल में तीन साल तक उपराष्ट्रपति रहे थे। वह अगस्त 2017 में रिटायर हुए थे। नकवी तब संसदीय कार्य मंत्रालय का भी जिम्मा संभाल रहे थे। उस वक्त के माहौल को याद करते हुए नकवी कहते हैं कि उस समय अंसारी का व्यवहार भी असहयोगात्मक था और उपसभापति भी कांग्रेस के ही रहमान खान थे।
भाजपा अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाई
नेता चेयर पर किताब फेंकते हैं
जबकि सुधांशु त्रिवेदी ने विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर ही सवाल खड़ा किया। उन्होंने कहा कि धनखड़ के कार्यकाल से पहले विपक्षी सदस्यों का रवैया कभी इतना खराब भी नहीं रहा था। इसी काल में यह देखा गया कि विपक्ष के नेता चेयर पर किताब फेंकते हैं।
गठबंधन में मचा तूफान
जनता सिखाएगी सबक
विदेश आक्रमणकारियों की क्रूर करतूत के कलंक को वर्तमान पीढ़ी की सुरक्षा, समुद्धि, सौहार्द का कंटक संकट नहीं बनने देना है। आजादी के अमृतकाल से सदभाव का अमृत निकालना चाहिए, सांप्रदायिकता का विष नहीं। सपा पर हमलावर होते हुए कहा कि 2027 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी सुल्तानों और सांप्रदायिक चैंपियनों को बाहर कर दिया जाएगा। जनता उन्हें सबक सिखाएगी।
विपक्ष में रहकर नो बाल फेंकने का रिकॉर्ड बना रही कांग्रेस
नकवी ने कांग्रेस के बारे में कहा वह सत्ता में रहते हिट विकेट होती थी, अब विपक्ष में रहकर नो बाल फेंकने का रिकॉर्ड बना रही है। रविवार को पत्रकारों से बात करते हुए नकवी ने बांग्लादेश के हालात के बारे में कहा कि वहां हिंदुओं पर जुल्म की पराकष्ठा हो गई है। कुछ कठमुल्लाओं ने देश को कैद कर लिया है, जो उसे आतंकवाद के रास्ते पर ले जाना चाहते हैं। हिंदुस्तान में भी कुछ सांप्रदायिक ताकतें माहौल खराब करना चाहती हैं, लेकिन भाजपा सरकार ऐसा नहीं होने देगी।
भाजपा हमेशा सबका साथ, सबका विकास की नीति पर करती है काम
भाजपा नेता मुख्तार अब्बास ने कहा, कि भाजपा ने हमेशा सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास की नीति पर काम किया है। सामाजिक सद्भाव की शक्ति से सांप्रदायिक उन्माद को परास्त करके देश और मानवता को सुरक्षित रखना हमारा राष्ट्रीय कर्तव्य और समय की मांग है। हमें विदेशी आक्रमणकारियों के आपराधिक, सांप्रदायिक को वर्तमान पीढ़ी की सुरक्षा, संरक्षा और समृद्धि पर हावी नहीं होने देना चाहिए।
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