नक्सलियों के आतंक से मुक्त हुआ उत्तर बिहार, STF ADG बोले- सिर्फ 5 जिलों में बचे हैं नक्सली
श्रीनारद मीडिया, स्टेट डेस्क:
बिहार एसटीएफ एडीजी अमृत राज ने सोमवार को पुलिस मुख्यालय में एसटीएफ की उपलब्धियां और लक्ष्य की जानकारी देते हुए बताया कि उत्तर बिहार को नक्सल मुक्त कर दिया गया है. अगले कुछ महीनों में जो कुछ छिटफुट बचे हैं उनको भी मुक्त करा लिया जाएगा. एसटीएफ एडीजी ने बताया कि राज्य में नक्सली हिंसा में लगभग 70 फीसदी की कमी आई है.
फिलहाल बिहार में लखीसराय, मुंगेर, कैमूर, जमुई और औरंगाबाद कुल 5 जिलों में नक्सली अभी भी बने हुए है. इनके खिलाफ भी लगातार कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने कहा कि बिहार और झारखंड के सीमावर्ती क्षेत्र में कुछ नक्सली के छुपने की सूचना है. हमलोगों का लक्ष्य है कि बिहार को 2025 तक पूर्ण रूप से नक्सल मुक्त करा लिया जाए. नक्सलियों के खिलाफ की गई कार्रवाई का दिया ब्यौरा अमृत राज ने बताया कि एसटीएफ नक्सलियों को आर्थिक रूप से कमजोर करने पर भी जोर दे रही है.
एसटीएफ नक्सलियों की अवैध संपत्ति को जब्त करने की कार्रवाई कर रही है. यूएपीए एक्ट का उपयोग कर 2012 से अब तक 32 मामलों में नक्सलियों के 6.75 करोड़ रुपये की चल-अचल सम्पति जब्त की जा चुकी है. पीएमएलए एक्ट का उपयोग कर 14 मामलों में 8.97 करोड़ रुपयों की नक्सलियों की चल और अचल संपत्ति को जब्त करने के लिए ईडी को प्रस्ताव भेजा गया है.
10 नक्सलियों जिनमें संदीप यादव, प्रद्युमन शर्मा, मुसाफिर साहनी, अरविंद यादव, रामबाबू राजन, पिन्टु पिन्टु राणा, विनय यादव, अनील राम, दिलीप साहनी और अभिजीत यादव शामिल है उनकी लगभग 4.93 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति जब्त की जा चुकी है.नक्सलियों की कमाई रोकने पर उठाया जा रहा कदम एसटीएफ एडीजी अमृत राज ने बताया कि नक्सलियों के आर्थिक सोर्स को रोकने के लिए भी लगातार कार्रवाई की जा रही है.
अफीम की अवैध खेती माओवादियों के आय का मुख्य स्रोत रहा है. इसलिए अफीम की अवैध खेती को नष्ट किया जा रहा है. 2024 में 2523.40 एकड़ पर हो रही अफीम की अवैध खेती को नष्ट करने की कार्रवाई की गई है. माओवादियों अवैध लेवी भी वसूलते है. एसटीएफ इस पर भी अपनी नजर बनाई हुई है. 2020 से 2024 के बीच अब तक 57 लाख की अवैध लेवी का पैसा जब्त किया गया है.
इन पांच जिलों में भी जल्द खत्म हो जाएगी नक्सली हिंसा एसटीएफ एडीजी ने कहा कि दक्षिण बिहार के 5 जिले मुंगेर, जमुई, लखीसराय, गया और औरंगाबाद में अभी भी नक्सली पांव पसारे हुए हैं, जिन्हें जल्द खत्म कर दिया जाएगा. एसटीएफ फिलहाल गया और औरंगाबाद में बड़े नक्सली विवेक की तलाश कर रही है. इसके अलावा लखीसराय, जमुई और मुंगेर में सुरेश कोड़ा की तलाश जोर शोर जारी है. एसटीएफ का मानना है कि इनकी गिरफ्तारी के बाद नक्सली हिंसा में कमी आएगी.
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